गोपालगंज: बिहार के वाल्मीकि नगर बैराज से गंडक नदी में छोड़े गए भारी मात्रा में पानी अब दियारा इलाके में फैलने लगा है. ऐसे में तटबंध के अंदर बसे जिले के छह प्रखंड के 42 पंचायत के लोगों की मुश्किल बढ़ने लगी है. दियारा इलाके में देर रात से पानी फैलाना शुरू हुआ है और लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण दियारा वासियों ने पलायन करना शुरू कर दिया है.
नेपाल की बारिश से बढ़ी बिहार की मुश्किल: दियारा क्षेत्र के मुख्य सड़कों पर तीन फीट पानी का बहाव होने के कारण आवागमन भी प्रभावित हुआ है. आलम यह है कि इसी पानी को पार कर लोग आवागमन करने को बाध्य हैं. दरअसल नेपाल के तराई इलाको में हो रही बारिश ने जिले के दियारा इलाके के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. जिससे जिले के छह प्रखंड के निचले इलाके में रहने वाले लोग बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. साथ ही बाढ़ के पानी में गन्ना, धान, मक्का समेत कई फसल डूब गए हैं.
सड़कों पर लगा 3 फीट पानी: वहीं बात करे सदर प्रखंड के जगीरी टोला पंचायत के राम नगर गांव की तो यहां कई गांव को जोड़ने वाली सड़क पर बाढ़ का पानी पूरी तरह से फैल चुका है. जिससे दियारा इलाके के लोगों को आने जाने में काफी समस्या हो रही है. वहीं कई लोगों के घरों में पानी भी प्रवेश कर चुका है. यहां के मार्ग पर करीब तीन फीट पानी का बहाव है. इसी पानी के बीच बच्चे स्कूल या फिर लोग रोजमर्रा के काम के लिए जान जोखिम में डाल कर आवागमन कर रहे हैं.
आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने का निर्देश: रामनगर का प्लस-टू विद्यालय, मध्य विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र बाढ़ के पानी से घिर चुका है. स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रशासन की ओर से इस इलाके में पीड़ितों के लिए कोई मदद नहीं पहुंची है. साथ ही तटबंध के अंदर बने सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है. वैसे विद्यालय, जो बाढ़ से प्रभावित हो सकते हैं, उन स्कूलों के अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों को भी बंद रखने का निर्देश दिया गया है.
"छह प्रखंडों की 42 पंचायतों में गंडक नदी के तटबंध के अंदर कई विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र के अलावा शैक्षणिक संस्थान चलते हैं. जो सभी बाढ़ के पानी से काफी प्रभावित हैं. अब तक प्रशासन की ओर से इस इलाके में पीड़ितों के लिए कोई मदद नहीं पहुंची है."- वर्मा यादव, बाढ़ पीड़ित