करसोग: मंडी जिले में बारिश ने पिछले साल की तरह इस बार भी अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. करसोग के तलेहन में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से फ्लैश फ्लड जैसे हालात पैदा हो गए. जिसके कारण तलेहन में एचआरटीसी की बसें मलबे में दब गई हैं. वहीं, बसों के साथ अन्य गाड़ियां भी मलबे में फंसी हुई हैं.
सुबह 4 बजे मलबे में फंसी बसें
जानकारी के अनुसार रात्रि ठहराव के लिए तलेहन में सड़क किनारे एचआरटीसी की इन बसों को पार्क किया गया था. बस के ड्राइवर गुरदेव शर्मा ने बताया कि सुबह 4 बजे के करीब उन्हें पहाड़ी से एकाएक भारी मात्रा में पानी व पत्थर गिरने के आवाज सुनाई दी. आवाज सुनते ही वे थोड़ी देर बाद जब मौके पर पहुंचे तो पाया कि भारी मात्रा में मलबा आने के कारण उनकी बसें व अन्य गाड़ियां मलबे में फंस गई हैं. एचआरटीसी की ये बसें तलेहन से शिमला व ततापानी रुट पर चलती हैं.
बसों को नहीं पहुंचा कोई नुकसान
गुरदेव शर्मा ने बताया कि करसोग में रात्रि दो बजे से लगातार बारिश हो रही थी और सुबह 4 बजे के करीब पहाड़ी से यह मलबा आया है. एचआरटीसी की इन बसों सहित कार व जीप भी मलबे में फंसे हुई हैं. सड़क किनारे जिस जगह यह गाड़ियां पार्क की गई थीं, वहां से सड़क पूरी तरह से उखड़ चुकी है. वहीं, एमआर करसोग उमेश कुमार ने बताया कि बसों को निकालने के लिए विभाग की मशीनरी मौके पर रवाना हो गई है. बसों के टायर ही मलबे में फंसे हुए हैं, जिससे बसों को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा है.
मंडी जिले में 107 सड़कें बाधित
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में मानसून की एंट्री अपने साथ तबाही लेकर आई है. पिछले साल की तरह इस साल भी मंडी में बारिश राहत से ज्यादा मुसीबत बन गई है. भारी बारिश के कहर के चलते मंडी जिले में 107 सड़कें बाधित हैं. वहीं, चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर सड़क जगह-जगह धंस गई है, डंगे ढह गए हैं. जिससे हाईवे बंद होने का खतरा मंडराने लगा है. सराज में भी बीते रोज बरसाती नाले से आए मलबे में एक गाड़ी और बाइक फस गए थे, कई घरों को नुकसान पहुंचा था. वहीं, मौसम विभाग ने आगामी 1 सप्ताह तक प्रदेश में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है.