लखनऊ : बलरामपुर अस्पताल में भर्ती बच्ची को एक्सपायरी इंजेक्शन चढ़ाने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. बता दें कि बीते दिन परिजनों को जानकारी होने के बाद जमकर हंगामा हुआ था. अस्पताल प्रशासन ने आरोपी स्टाफ को हटाने के साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी थी. अब इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने एक्शन लिया है.
बलरामपुर अस्पताल में बच्ची के इलाज में लापरवाही पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है. बलरामपुर अस्पताल में तैनात सिस्टर इंचार्ज समेत पांच स्टाफ नर्सों को ड्यूटी से हटा दिया गया है. इस मामले में चार सदस्यीय कमेटी गठित की गई है. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी मामले की जांच करेगी. जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपी पर सख्त कार्रवाई होगी.
दरअसल, अलीगंज के रहने वाले सूरज की बेटी पीलिया से ग्रस्त है. परिजनों के मुताबिक, उसे बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में दिखाया गया था. जहां से उसे बाल रोग विभाग में भर्ती करके इलाज मुहैया कराया जा रहा है. पिता सूरज का आरोप है कि बीते शुक्रवार मेडिकल स्टाफ ने बच्ची को एक्सपायरी इंजेक्शन चढ़ा दिया था. यह देख परिजन ने विरोध जताया और मामले की शिकायत दर्ज कराई.
मौके पर पहुंचे अफसरों ने छानबीन की. जांच के दौरान पता चला कि बच्ची को एक्सपायर्ड इंजेक्शन लगा है. इस इंजेक्शन का बैच नंबर डी 1 जीबीवी 01 है. इसकी मैन्युफैक्चरिंग डेट जनवरी 2022 की थी. जबकि, वह दिसंबर 2023 की एक्सपायरी थी. अस्पताल प्रशासन का कहना है मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी.
यह भी पढ़ें : लापरवाही! केजीएमयू में टूटी अलमारी से मिले एक्सपायरी इंजेक्शन
यह भी पढ़ें : बदायूं: लापरवाही पर मेडिकल कॉलेज से 3 स्टाफ नर्स बर्खास्त, इस वजह से हुई कार्रवाई