ऊना: ग्राम पंचायत धमांदरी में एक ही परिवार के पांच लोग एक कमरे में गुरुवार सुबह अचेत अवस्था में मिले हैं. मामले की जानकारी मिलते ही तुरंत आसपास के लोगों ने पंचायत प्रतिनिधियों को सूचित किया और सभी अचेत लोगों को क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंचाया. प्रभावित परिवार उत्तर प्रदेश के बदायूं का रहने वाला है.
कमरे में अंगीठी जलाकर सोया था परिवार
हरिचरण उनकी पत्नी और तीन बच्चे रात को कमरे में अंगीठी जलाकर सो रहे थे जिसके कारण जहरीली गैस से पूरा परिवार अचेत हो गया. क्षेत्रीय अस्पताल में चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ ने तुरंत पांचों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई. हालांकि दो लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है जिसमें से एक को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है. पुलिस ने भी इस मामले को लेकर जांच शुरू कर दी है.ऊना जिला में एक सप्ताह में यह दूसरा मामला है. हाल ही में दो लोगों की मौत अंगीठी की गैस के कारण हो चुकी है.
परिवार ऊना में करता है मजदूरी
परिवार लंबे अरसे से ऊना में रहकर दिहाड़ी मजदूरी करते हुए जीवन यापन कर रहा है. जानकारी के मुताबिक गुरुवार सुबह प्रवासी श्रमिक जब काम पर निकलने लगे तो उन्होंने अपने ही एक साथी हरिचरण के कमरे से किसी प्रकार की कोई हरकत ना होना पाया. इसके बाद कमरे का दरवाजा खटखटाया गया लेकिन अंदर से किसी भी प्रकार का जवाब नहीं मिला.
ऐसे में उन्होंने हरिचरण की बेटी और दामाद को इस मामले की सूचना दी और पंचायत प्रतिनिधियों को भी मौके पर बुलाया. लोगों ने जब कमरे का दरवाजा खोल कर देखा तो सभी लोग अंदर अचेत अवस्था में पड़े थे. ऐसे में 108 एंबुलेंस के माध्यम से पांचों लोगों को रीजनल अस्पताल ऊना पहुंचाया गया.
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संजय मनकोटिया ने बताया "इन लोगों में दो की हालत ज्यादा नाजुक है जिसमें से एक को गंभीर हालत के चलते पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है जबकि तीन लोग खतरे से बाहर हैं." लोगों से अपील करते हुए चिकित्सा अधीक्षक ने कहा बंद कमरे में अंगीठी जलाकर ना सोएं यह जानलेवा है और कमरे में अंगीठी जलाते समय खिड़कियों को खुला रखें.