देहरादून: अभी हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी नहीं हुई है, लेकिन उत्तराखंड चुनावी मोड में आ चुका है. बीजेपी ने युद्ध स्तर पर अभियान छेड़ा हुआ है. कांग्रेस भी अब पीछे नहीं रहना चाहती है.
बीजेपी की मजबूत तैयारी: 12 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदि कैलाश यात्रा से चुनावी शंखनाद कर गए थे. इसके बाद 8 दिसंबर को देहरादून में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उत्तराखंड आए. 9 दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समापन पर उत्तराखंड आए थे. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उत्तराखंड आ चुके हैं.
कांग्रेस ने भी दबाया एक्सीलेटर: उधर कांग्रेस ने अपनी चुनावी तैयारियों का एक्सीलेटर थोड़ा देर से दबाया. कुमारी शैलजा को उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी बनाया तो उन्होंने 15 जनवरी को देहरादून आकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली. इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 28 जनवरी उत्तराखंड आए और उन्होंने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में जान फूंकने की कोशिश की.
उत्तराखंड में लोकसभा की 5 सीटें: बीजेपी और कांग्रेस की ये सारी कवायद लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर है. उत्तराखंड में लोकसभा की 5 सीटें हैं. दिलचस्प बात ये है कि इस बार उत्तराखंड से 6 सांसद संसद पहुंचने वाले हैं. लोकसभा सीटों की बात करें तो उत्तराखंड में अल्मोड़ा, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल और हरिद्वार पांच लोकसभा सीटें हैं.
अल्मोड़ा लोकसभा सीट: अल्मोड़ा लोकसभा सीट उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में है. अभी बीजेपी के अजय टम्टा यहां से लोकसभा सांसद हैं. अल्मोड़ा लोकसभा सीट में 14 विधानसभा सीटें आती हैं. इन विधानसभा सीटों में धारचूला, डीडीहाट, पिथौरागढ़, गंगोलीहाट (अनुसूचित जाति), कापकोट, बागेश्वर (अनुसीचित जाति), द्वाराहाट, सल्ट, रानीखेत, सोमेश्वर (अनुसूचित जाति), अल्मोड़ा, जागेश्वर, लोहाघाट और चंपावत आती हैं.
नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा सीट: नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा सीट भी उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में आती है. अभी इस सीट से बीजेपी के अजय भट्ट सांसद हैं. अजय भट्ट केंद्रीय रक्षा राज्य और पर्यटन राज्य मंत्री हैं. नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा सीट में भी 14 विधानसभा सीट आती हैं. इनमें नैनीताल जिले की भीमताल, हल्द्वानी, कालाढूंगी, लालकुआं और नैनीताल सीट आती हैं. उधमसिंह नगर जिले की बाजपुर, गदरपुर, जसपुर, काशीपुर, खटीमा, किच्छा, नानकमत्ता, रुद्रपुर और सितारगंज सीटें शामिल हैं.
पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट: पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में आती है. यहां से इस समय बीजेपी के तीरथ सिंह रावत सांसद हैं. तीरथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट में 14 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें बदरीनाथ, थराली (अनुसूचित जाति), कर्णप्रयाग, केदारनाथ, रुद्रप्रयाग, देवप्रयाग, नरेंद्रनगर, यमकेश्वर, पौड़ी (अनुसूचित जाति), श्रीनगर, चैबट्टाखाल, लैंसडाउन, कोटद्वार और रामनगर सीटें आती हैं.
टिहरी लोकसभा सीट: टिहरी लोकसभा सीट भी गढ़वाल मंडल में आती है. यहां से अभी बीजेपी की माला राज्यलक्ष्मी शाह सांसद हैं. माला राज्यलक्ष्मी टिहरी राजवंश से हैं. टिहरी लोकसभा सीट में भी 14 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें पुरोला, गंगोत्री, यमुनोत्री, घनसाली, प्रतापनगर, टिहरी, धनौल्टी, चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर, राजपुर रोड, देहरादून छावनी और मसूरी हैं.
हरिद्वार लोकसभा सीट: ये सीट उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में आती है. अभी यहां से बीजेपी रमेश पोखरियाल निशंक सांसद हैं. निशंक उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री होने के साथ ही पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी रहे हैं. हरिद्वार लोकसभा सीट में भी 14 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें हरिद्वार जिले की भेल रानीपुर, भगवानपुर (एससी), हरिद्वार, हरिद्वार ग्रामीण, झबरेड़ा (एससी), ज्वालापुर (एससी), खानपुर, लक्सर, मंगलौर, पिरान कलियर, रुड़की सीटें आती हैं. देहरादून जिले की धर्मपुर, डोईवाला और ऋषिकेश सीटें हरिद्वार लोकसभा सीट के अंतर्गत आती हैं.
राज्यसभा की तीन सीटें: उत्तराखंड में राज्यसभा की 3 सीटें हैं. अभी लोकसभा की तरह ही तीनों राज्यसभा सांसद बीजेपी के हैं. बीजेपी की कल्पना सैनी, अनिल बलूनी और नरेश बंसल उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद हैं. अनिल बलूनी का कार्यकाल 2 अप्रैल को पूरा हो रहा है.
उत्तराखंड से राज्यसभा जाएगा एक सांसद: चूंकि 2 अप्रैल 2024 को राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का कार्यकाल संपन्न हो रहा है तो पार्टी किसी प्रत्याशी को चुनाव में खड़ा करेगी. ऐसे में दो-तीन महीने के अंदर ही उत्तराखंड से 5 लोकसभा सांसदों की जगह 6 सांसद संसद में जाएंगे. इनमें 5 तो लोकसभा के सांसद होंगे, जिन्हें आम जनता चुनेगी. वहीं राज्यसभा सांसद को विधायक चुनेंगे. यानी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का एक सांसद राज्यसभा पहुंच जाएगा.
27 फरवरी को है राज्यसभा चुनाव: दरअसल 15 राज्यों की 56 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव 27 फरवरी को होना है. राज्यसभा सांसदों की ये सभी सीटें अप्रैल में खाली हो रही हैं. चुनाव आयोग के अनुसार 15 राज्यों में अप्रैल माह में राज्यसभा की 56 सीटें खाली हो रही हैं. राज्यसभा की खाली होने वाली इन सीटों पर 27 फरवरी को चुनाव होगा.
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