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आगरा और आसपास के जिलों में होगा मछली पालन, ये है पूरा प्लान

केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने थाईलैंड प्रतिनिधिमंडल के साथ की बैठक. मीठे पानी में मत्स्य उत्पादन पर हुई चर्चा.

केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने थाईलैंड के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की
केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने थाईलैंड के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 3 hours ago

आगरा: योगी सरकार का आगरा, मथुरा, एटा और फिरोजाबाद में ताजे मीठे पानी में मछली पालन पर पूरा फोकस है. इसी मंशा से आगरा में केंद्रीय मंत्री पंचायतीराज, मत्स्य, पशुपालन डेयरी एसपी सिंह बघेल, यूपी के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने थाईलैंड के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की. जिसमें उत्तर प्रदेश में मीठे पानी में मत्स्य उत्पादन, प्रोसेसिंग, निर्यात, मत्स्य सीड नर्सरी की अवस्थापना (इन्फ्रास्ट्रक्चर) पर चर्चा हुई.

आपको बता दें कि फतेहाबाद रोड स्थित होटल आईटीसी मुगल में थाईलैंड के प्रतिनिधिमंडल के साथ केंद्रीय और प्रदेश सरकार के अधिकारियों की बैठक हुईं. जिसमें थाईलैंड की एवीपी-सीपीएफ इंडिया लिमिटेड ने आंध्र प्रदेश में मत्स्य उत्पाद, प्रोसेसिंग तथा एक्सपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी. ऐसे ही उत्तर प्रदेश में झील, तालाब, नदियों के ताजे पानी की उपलब्धता के दृष्टिगत ताजे पानी की प्रॉन्स, पंगेसियस फिश के व्यावसायिक उत्पादन, क्वालिटी सीड प्रोडक्शन, नर्सरी, प्रोसेसिंग और ताजे पानी की मछलियों के निर्यात के लिए किया जा सकता है.

तमाम योजनाएं का लाभ भी मिलेगा: केंद्रीय मंत्री एस पी सिंह बघेल ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को थाईलैंड के प्रतिनिधि मंडल को जिले में विभिन्न साइट का विजिट कराने के साथ ही आगरा, एटा, फिरोजाबाद और मथुरा के ताजे पानी की उपलब्धता के संभावित मत्स्य उत्पादन क्षेत्रों को चिह्नित करने, वर्षभर ताजे पानी की उपलब्धता वाले सभी बड़े तालाबों की सूची बनाने, मत्स्य उत्पादन, प्रोसेसिंग, सीड नर्सरी समेत अन्य का एक क्लस्टर बनाएं. इस सबकी रिपोर्ट बनाकर संभावनाएं तलाशें.

केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने बताया कि सांस्कृतिक रूप से निषाद, मछुआ समाज मत्स्य उत्पादन में विशेषज्ञता रखें. मत्स्य पालन को कृषि का दर्ज़ा दिया गया है. तालाबों में ताजे पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मत्स्य किसानों को कृषि दर पर विद्युत कनेक्शन देने व पीएम सूर्यघर योजना से सोलर पैनल में वरीयता दिए जाने के निर्देश दिए हैं. जिले में ताजे पानी की मछलियों के उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं.

यूपी में मछली पालन में यूं आगे बढ़ेगा: उत्तर प्रदेश के मंत्री डॉ संजय निषाद ने बताया कि यूपी में ताजे पानी की झीलों, तालाबों,नहरों, नदियों का बुनियादी मॉडल है. यूपी के स्तर पर थाईलैंड के प्रतिनिधिमंडल की आवश्यकताओं के आधार पर इंवेस्ट की सुविधा प्रदान की जाएगी. जिससे प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.

उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल के साथ क्वालिटी सीड प्रोडक्शन यूनिट की स्थापना करने, उच्च मत्स्य उत्पादन, मार्केटिंग, प्रोसेसिंग करने की सहमति बनी मत्स्य विभाग द्वारा फ्रेश वाटर की मत्स्य उत्पादन के लिए हैचरी,भूमि तथा मैनपावर आदि पर चर्चा होगी.

ये भी रहे मौजूद: बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रतिभा सिंह, महानिदेशक मत्स्य विभाग उत्तर प्रदेश राकेश प्रकाश, निदेशक मत्स्य एनएस रहमानी, उपनिदेशक मत्स्य राजेंद्र सिंह, अपर निदेशक मत्स्य प्रशांत गंगवार समेत मंडल स्तरीय अधिकारीगण मौजूद रहे.

आगरा: योगी सरकार का आगरा, मथुरा, एटा और फिरोजाबाद में ताजे मीठे पानी में मछली पालन पर पूरा फोकस है. इसी मंशा से आगरा में केंद्रीय मंत्री पंचायतीराज, मत्स्य, पशुपालन डेयरी एसपी सिंह बघेल, यूपी के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने थाईलैंड के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की. जिसमें उत्तर प्रदेश में मीठे पानी में मत्स्य उत्पादन, प्रोसेसिंग, निर्यात, मत्स्य सीड नर्सरी की अवस्थापना (इन्फ्रास्ट्रक्चर) पर चर्चा हुई.

आपको बता दें कि फतेहाबाद रोड स्थित होटल आईटीसी मुगल में थाईलैंड के प्रतिनिधिमंडल के साथ केंद्रीय और प्रदेश सरकार के अधिकारियों की बैठक हुईं. जिसमें थाईलैंड की एवीपी-सीपीएफ इंडिया लिमिटेड ने आंध्र प्रदेश में मत्स्य उत्पाद, प्रोसेसिंग तथा एक्सपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी. ऐसे ही उत्तर प्रदेश में झील, तालाब, नदियों के ताजे पानी की उपलब्धता के दृष्टिगत ताजे पानी की प्रॉन्स, पंगेसियस फिश के व्यावसायिक उत्पादन, क्वालिटी सीड प्रोडक्शन, नर्सरी, प्रोसेसिंग और ताजे पानी की मछलियों के निर्यात के लिए किया जा सकता है.

तमाम योजनाएं का लाभ भी मिलेगा: केंद्रीय मंत्री एस पी सिंह बघेल ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को थाईलैंड के प्रतिनिधि मंडल को जिले में विभिन्न साइट का विजिट कराने के साथ ही आगरा, एटा, फिरोजाबाद और मथुरा के ताजे पानी की उपलब्धता के संभावित मत्स्य उत्पादन क्षेत्रों को चिह्नित करने, वर्षभर ताजे पानी की उपलब्धता वाले सभी बड़े तालाबों की सूची बनाने, मत्स्य उत्पादन, प्रोसेसिंग, सीड नर्सरी समेत अन्य का एक क्लस्टर बनाएं. इस सबकी रिपोर्ट बनाकर संभावनाएं तलाशें.

केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने बताया कि सांस्कृतिक रूप से निषाद, मछुआ समाज मत्स्य उत्पादन में विशेषज्ञता रखें. मत्स्य पालन को कृषि का दर्ज़ा दिया गया है. तालाबों में ताजे पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मत्स्य किसानों को कृषि दर पर विद्युत कनेक्शन देने व पीएम सूर्यघर योजना से सोलर पैनल में वरीयता दिए जाने के निर्देश दिए हैं. जिले में ताजे पानी की मछलियों के उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं.

यूपी में मछली पालन में यूं आगे बढ़ेगा: उत्तर प्रदेश के मंत्री डॉ संजय निषाद ने बताया कि यूपी में ताजे पानी की झीलों, तालाबों,नहरों, नदियों का बुनियादी मॉडल है. यूपी के स्तर पर थाईलैंड के प्रतिनिधिमंडल की आवश्यकताओं के आधार पर इंवेस्ट की सुविधा प्रदान की जाएगी. जिससे प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.

उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल के साथ क्वालिटी सीड प्रोडक्शन यूनिट की स्थापना करने, उच्च मत्स्य उत्पादन, मार्केटिंग, प्रोसेसिंग करने की सहमति बनी मत्स्य विभाग द्वारा फ्रेश वाटर की मत्स्य उत्पादन के लिए हैचरी,भूमि तथा मैनपावर आदि पर चर्चा होगी.

ये भी रहे मौजूद: बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रतिभा सिंह, महानिदेशक मत्स्य विभाग उत्तर प्रदेश राकेश प्रकाश, निदेशक मत्स्य एनएस रहमानी, उपनिदेशक मत्स्य राजेंद्र सिंह, अपर निदेशक मत्स्य प्रशांत गंगवार समेत मंडल स्तरीय अधिकारीगण मौजूद रहे.

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