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ग्वालियर नगर निगम का गजब कारनामा! 5 साल से लापता फायर ब्रिगेड, न कोई जांच और न FIR

Fire Brigade Scam Gwalior : ग्वालियर नगर निगम में एक ऐसा घोटाला हुआ है, जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे. यहां से एक फायर ब्रिगेड की गाड़ी 5 साल से गायब है. ना तो इसके बारे में अधिकारियों को पता है, ना ही इस मामले में अब तक कोई FIR दर्ज कराई गई है.

Fire Brigade Scam Gwalior
ग्वालियर नगर निगम में फायर ब्रिगेड घोटाला
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 19, 2024, 6:51 PM IST

ग्वालियर नगर निगम में फायर ब्रिगेड घोटाला

ग्वालियर। ग्वालियर नगर निगम ने गजब कारनामा कर दिखाया है. दमकल वाहनों में से एक वाहन गायब हो गया और किसी को भनक नहीं लगी. बड़ी बात ये है कि ये वाहन 5 साल से गुम है. मामले के अनुसार साल 2019 में नगर निगम के दमकल विभाग के तत्कालीन अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर बिना टेंडर एक फायरब्रिगेड की फर्जी नीलामी करा दी. साथ ही उस नीलामी का पैसा भी जमा नहीं कराया गया. ये वाहन संख्या CPH 7924 था.

नगर निगम परिषद में हुआ भंडाफोड़

मामले का खुलासा परिषद की बैठक के दौरान हुआ. इस मामले को 4 साल बाद अधिकारी- कर्मचारी संघ मध्यप्रदेश के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र योगी द्वारा जानकारी में लाया गया. परिषद की बैठक में स्थगन प्रस्ताव लाकर उठाया गया था. जिसमें निर्णय लिया गया कि दोषियों पर FIR करायी जाएगी लेकिन आज तक ना तो FIR का पता है, ना ही उस खोयी हुई फायर ब्रिगेड का.

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फायर ब्रिगेड के गुम होने के 3 साल बाद इंश्योरेंस

इस मामले की पड़ताल करने पर एक और नई बात सामने आई. नीलाम हो चुके गायब वाहन का साल 2022-23 में इंश्योरेंस भी करा दिया गया. सालभर इसका मेंटेनेंस भी हुआ. इस संबंध में जब नगर निगम के असिस्टेंट डायरेक्टर अतिबल सिंह यादव से मीडिया ने पूछताछ की तो उनका कहना था "ये मामला उनके आने से पहले का है. उन्हें भी जानकारी मिली है. पता चला है कि पूर्व में दमकल वाहन को कण्डम घोषित कर नीलामी करायी गई थी". खास बात ये है कि ये गाड़ी कभी नीलामी में रखी ही नहीं गई. उस दौरान फायर ब्रिगेड को गौशाला भेजा गया था लेकिन उसके बाद से ही वह लापता है.

ग्वालियर नगर निगम में फायर ब्रिगेड घोटाला

ग्वालियर। ग्वालियर नगर निगम ने गजब कारनामा कर दिखाया है. दमकल वाहनों में से एक वाहन गायब हो गया और किसी को भनक नहीं लगी. बड़ी बात ये है कि ये वाहन 5 साल से गुम है. मामले के अनुसार साल 2019 में नगर निगम के दमकल विभाग के तत्कालीन अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर बिना टेंडर एक फायरब्रिगेड की फर्जी नीलामी करा दी. साथ ही उस नीलामी का पैसा भी जमा नहीं कराया गया. ये वाहन संख्या CPH 7924 था.

नगर निगम परिषद में हुआ भंडाफोड़

मामले का खुलासा परिषद की बैठक के दौरान हुआ. इस मामले को 4 साल बाद अधिकारी- कर्मचारी संघ मध्यप्रदेश के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र योगी द्वारा जानकारी में लाया गया. परिषद की बैठक में स्थगन प्रस्ताव लाकर उठाया गया था. जिसमें निर्णय लिया गया कि दोषियों पर FIR करायी जाएगी लेकिन आज तक ना तो FIR का पता है, ना ही उस खोयी हुई फायर ब्रिगेड का.

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