कोटा : जिले के सीमलिया थाना इलाके के गड़ेपान फैक्ट्री नजदीक स्कूल और आसपास के लोगों के अचानक तबीयत बिगड़ने की शिकायत आई थी. इनमें से कुछ बेहोश भी हो गए थे. इनमें से अधिकांश को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है, लेकिन कुछ को ऑब्जरवेशन के लिए कोटा के अस्पताल में भर्ती किया गया है. इनमें अधिकांश सरकारी स्कूल के बच्चे हैं. इस पूरे मामले में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने फैक्ट्री के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज : दूसरी तरफ इस मामले में फैक्ट्री के प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों के खिलाफ अमोनिया गैस का रिसाव का आरोप लगा है. साथ ही जनजीवन को खतरे में डालने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है. यह मुकदमा पांचड़ा की झोपड़ियां निवासी खेमचंद ने दर्ज करवाया है. इसमें बताया है कि उसकी मां भूली बाई फैक्ट्री के नजदीक से गुजर रही थी. इस दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. खेमचंद ने अमोनिया गैस के रिसाव का आरोप लगाते हुए गड़ेपान फैक्ट्री के अजय टाइल, विकास माथुर, यूके माथुर सहित 6 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है.
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मामले में चिंता की कोई बात नहीं : इस पूरे मामले में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि गड़ेपान के सरकारी विद्यालय में निकटवर्ती फैक्ट्री से अमोनिया गैस रिसाव होने के मामले में चिंता की कोई बात नहीं है. इसमें 16 बच्चे गैस से प्रभावित हुए थे, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इनमें से अधिकांश को छुट्टी दे दी गई है, केवल 9 बच्चे जिनमें 8 लड़कियां व एक लड़का कोटा के सरकारी अस्पताल में भर्ती है. गैस के प्रभाव में आने वाले व्यक्ति को 48 घंटे ऑब्जर्वेशन में रखा जाता है, इसलिए बच्चों को वहां रखा गया है. शिक्षा विभाग पूरी तरह से पीड़ित बच्चों के अभिभावकों के साथ है और हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है.
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पूरे एरिया की 48 घंटे की मॉनिटरिंग: दिलावर ने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी समेत तमाम अधिकारी बच्चों को संभाल रहे हैं. गैस रिसाव की घटना दुखद है और चिंता का विषय है. इस मामले की पूरी जांच कराई जाएगी. जो भी दोषी होगा, उसको बख्शा नहीं जाएगा. यदि कंपनी की लापरवाही से गैस रिसाव हुआ है, तो कंपनी के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी. दूसरी तरफ पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की क्षेत्रीय अधिकारी योग्यता सिंह का कहना है कि वह 48 घंटे की मॉनिटरिंग पूरे एरिया की कर रही है. नियमों के मुताबिक मापदंडों के अनुसार जांच की जा रही है.