मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी में फर्जी प्रमाणपत्र पर बहाल हुए शिक्षकों पर कार्रवाई की जा रही है. निगरानी डीएसपी राजेश कुमार ने चार शिक्षकों के खिलाफ बंजरिया थाना में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है. फर्जी प्रमाणपत्र पर बहाल तीन शिक्षिकाओं और एक शिक्षक के ऊपर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है. इसके पहले छह फर्जी शिक्षकों के खिलाफ बंजरिया थाना में बीते जुलाई महीने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.
कौन हैं ये फर्जी शिक्षक?: निगरानी डीएसपी ने बंजरिया थाना में जिन शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है, उनमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय अमवा के शिक्षक मो. ज्याउद्दीन और शिक्षिका इकरा फातिमा, जटवा के मध्य विद्यालय उर्दू की शिक्षिका नइमा प्रवीण और सिसवनिया के उत्क्रमित मध्य विद्यालय की शिक्षिका साबरा खातून शामिल हैं. इन शिक्षक-शिक्षिकाओं के प्रमाणपत्र जांच में फर्जी पाए गए हैं.
निगरानी विभाग के अधिकारी ने दिया आवेदन: बंजरिया थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान ने बताया कि निगरानी विभाग के अधिकारी के तरफ से आवेदन मिला है. आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि विगत जुलाई माह में निगरानी विभाग पटना के डीएसपी राजेश कुमार ने बंजरिया थाना पुलिस को आवेदन देकर दो शिक्षक और चार शिक्षिकाओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
"मोतिहारी में फर्जी प्रमाणपत्र पर नौकरी लेने वाले चार शिक्षकों के खिलाफ बंजरिया थाना में निगरानी विभाग के अधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है. जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी."-इंद्रजीत पासवान, थानाध्यक्ष, बंजरिया
इन शिक्षकों पर हुई प्राथमिकी दर्ज: निगरानी डीएसपी ने बंजरिया प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गौरिया के शिक्षक सुरेश कुमार और मध्य विद्यालय अजगरी के शिक्षक प्रिय रंजन कुमार दूबे के अलावा उत्क्रमित मध्य विद्यालय चितहां की शिक्षिका रूबी कुमारी,उत्क्रमित मध्य विद्यालय गौरिया की शिक्षिका विभा कुमारी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बंजरिया की शिक्षिका विभा कुमारी और उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोखुला की शिक्षिका सावित्री यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. इन शिक्षकों के प्रमाणपत्र जांच में फर्जी पाए गए थे.
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