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केंद्रीय मंत्री के फर्जी लेटरहेड से कंट्राेल आवंटन पाने की लगाई थी जुगत, ऐसे खुल गई पोल - MINISTER SCINDIA FAKE LETTERHEAD

शिवपुरी पुलिस ने केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया के फर्जी लेटरहेड का इस्तेमाल कर कंट्राेल की दुकान का आवंटन पाने की कोशिश में दो लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है.

Union Minister Jyotiraditya Scindia
केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 20, 2025, 10:39 AM IST

Updated : Jan 20, 2025, 10:53 AM IST

शिवपुरी: केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया के फर्जी लेटरहेड पर कंट्राेल की दुकान का आवंटन करने के लिए पत्र लिखने का मामला सामने आया है. जांच में पत्र फर्जी पाया गया. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

22 जुलाई 2024 काे जारी हुआ था केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया का एक पत्र

दरअसल केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया का एक पत्र 22 जुलाई 2024 काे जारी हुआ था. जिसमें पिछाेर थानान्तर्गत शराब का ठेका बंद कराए जाने एवं साैरभ ठेकेदार से दुकान वापस कराए जाने का उल्लेख किया गया था. कलेक्टर ने पत्र मिलने के बाद आबकारी विभाग काे कार्रवाई करने के लिए कहा था. करन सिंह लोधी की शिकायत पर यह पत्र लिखा गया था. इसी पत्र के आधार पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया का एक फर्जी पत्र तैयार किया गया.

Fake letter of Union Minister Scindia
केंद्रीय मंत्री सिंधिया का फर्जी पत्र (Etv bharat)

यह पत्र समिति प्रबंधक प्राथमिक वनाेपज सहकारी समिति लखारी खनियाधाना काे करन सिंह ने खुद जाकर दिया. जिसमें लाेकपाल लाेधी काे कंट्राेल की दुकान आवंटन करने की अनुशंसा की गई थी. जब यह पत्र लेकर समिति प्रबंधक खाद्य विभाग में पहुंचे ताे वह हैरान रह गए. क्याेंकि किसी समिति प्रबंधक के पास इस प्रकार पत्र नहीं भेजा जाता है. यदि केंद्रीय मंत्री किसी मामले में पत्र लिखते हैं ताे वह कलेक्टर के माध्यम से ही संबंधित विभाग तक पहुंचता है.

मंत्री के पुराने पत्र के आधार पर तैयार किया गया था फर्जी लेटर

जब खाद्य विभाग ने मामले की जांच शुरू की ताे कलेक्टर कार्यालय से जावक नंबर के आधार पर पत्र निकाले गए. जिसमें पता चला कि शराब दुकान पर कार्रवाई काे लेकर जाे पत्र आया था, उस जावक नंबर का इस्तेमाल कर नकली पत्र तैयार किया गया है. इसके बाद बामाैर कलां में करन सिंह और लाेकपाल लाेधी के खिलाफ आईपीसी की धारा 318(4), 338, 336(3) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की गई है.

कलेक्टर के निर्देश पर जब आबकारी विभाग ने शराब दुकान की जांच शुरू की ताे पता चला कि बिजरावन खनियाधाना में काेई लाइसेंसी शराब दुकान ही नहीं है. यहां जंडेल सिंह लाेधी द्वारा अवैध रूप से शराब बेची जा रही थी. जब टीम ने छापा मारा ताे 16 पाव देशी मदिरा के मिले. अवैध शराब बेचने के मामले में आराेपित जंडेल सिंह लाेधी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.

इस पूरे मामले में थाना प्रभारी नीतू सिंह धाकड़ का कहना है "जांच में पत्र के फर्जी होने की पुष्टि हुई है. पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है."

शिवपुरी: केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया के फर्जी लेटरहेड पर कंट्राेल की दुकान का आवंटन करने के लिए पत्र लिखने का मामला सामने आया है. जांच में पत्र फर्जी पाया गया. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

22 जुलाई 2024 काे जारी हुआ था केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया का एक पत्र

दरअसल केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया का एक पत्र 22 जुलाई 2024 काे जारी हुआ था. जिसमें पिछाेर थानान्तर्गत शराब का ठेका बंद कराए जाने एवं साैरभ ठेकेदार से दुकान वापस कराए जाने का उल्लेख किया गया था. कलेक्टर ने पत्र मिलने के बाद आबकारी विभाग काे कार्रवाई करने के लिए कहा था. करन सिंह लोधी की शिकायत पर यह पत्र लिखा गया था. इसी पत्र के आधार पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया का एक फर्जी पत्र तैयार किया गया.

Fake letter of Union Minister Scindia
केंद्रीय मंत्री सिंधिया का फर्जी पत्र (Etv bharat)

यह पत्र समिति प्रबंधक प्राथमिक वनाेपज सहकारी समिति लखारी खनियाधाना काे करन सिंह ने खुद जाकर दिया. जिसमें लाेकपाल लाेधी काे कंट्राेल की दुकान आवंटन करने की अनुशंसा की गई थी. जब यह पत्र लेकर समिति प्रबंधक खाद्य विभाग में पहुंचे ताे वह हैरान रह गए. क्याेंकि किसी समिति प्रबंधक के पास इस प्रकार पत्र नहीं भेजा जाता है. यदि केंद्रीय मंत्री किसी मामले में पत्र लिखते हैं ताे वह कलेक्टर के माध्यम से ही संबंधित विभाग तक पहुंचता है.

मंत्री के पुराने पत्र के आधार पर तैयार किया गया था फर्जी लेटर

जब खाद्य विभाग ने मामले की जांच शुरू की ताे कलेक्टर कार्यालय से जावक नंबर के आधार पर पत्र निकाले गए. जिसमें पता चला कि शराब दुकान पर कार्रवाई काे लेकर जाे पत्र आया था, उस जावक नंबर का इस्तेमाल कर नकली पत्र तैयार किया गया है. इसके बाद बामाैर कलां में करन सिंह और लाेकपाल लाेधी के खिलाफ आईपीसी की धारा 318(4), 338, 336(3) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की गई है.

कलेक्टर के निर्देश पर जब आबकारी विभाग ने शराब दुकान की जांच शुरू की ताे पता चला कि बिजरावन खनियाधाना में काेई लाइसेंसी शराब दुकान ही नहीं है. यहां जंडेल सिंह लाेधी द्वारा अवैध रूप से शराब बेची जा रही थी. जब टीम ने छापा मारा ताे 16 पाव देशी मदिरा के मिले. अवैध शराब बेचने के मामले में आराेपित जंडेल सिंह लाेधी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.

इस पूरे मामले में थाना प्रभारी नीतू सिंह धाकड़ का कहना है "जांच में पत्र के फर्जी होने की पुष्टि हुई है. पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है."

Last Updated : Jan 20, 2025, 10:53 AM IST
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