जयपुर. राजस्थान में लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद भाजपा सरकार में खींचतान खुलकर सामने आ गई है. बजट तैयार करने के लिए आज गुरुवार को दोपहर 3 बजे प्रस्तावित बैठक के मसौदे में वित्त मंत्री दीया कुमारी का भी नाम नहीं है. इसके साथ ही राजस्थान अकाउंट्स एसोसिएशन को भी बैठक का न्यौता नहीं दिया गया है. जबकि राजस्थान के 47 कर्मचारी संगठनों को बैठक में बुलाया गया है. इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी भजनलाल सरकार को घेरा है.
दरअसल, करीब छह महीने पहले सत्ता में आई भाजपा सरकार में अलग-अलग धड़ों के बीच आपसी खींचतान की खबरें नई नहीं हैं. इस बीच ब्यूरोक्रेसी द्वारा सरकार चलाने के आरोप भी लगे हैं. इसका भी खामियाजा कहीं न कहीं भाजपा को लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ा और सभी 25 सीट जीतने का दावा करने वाली भाजपा प्रदेश की 11 सीटों पर चुनाव हार गई. लेकिन इन नतीजों के बाद सरकार की आपसी खींचतान खुलकर सामने आ गई है. जबकि अफसरों की मनमर्जी का आलम यह है कि प्री-बजट बैठक में वित्त मंत्री दीया कुमारी का ही नाम नहीं है. हालांकि, पहले इसके पीछे तर्क दिया गया कि यह बैठक टैक्सेशन की ओर से बुलाई गई है.
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बजट तैयार करने वाला विभाग भी नदारद : वित्त मंत्री दीया कुमारी के अलावा बजट तैयार करने वाले महकमे राजस्थान अकाउंट्स एसोसिएशन को भी इस मीटिंग का न्योता नहीं दिया गया है. जबकि बैठक में रिटायर अफसर-कर्मचारियों तक को बुलाया गया है. ऐसा पहली बार हुआ है कि इतनी अहम बैठक में वित्त मंत्री और अकाउंट्स एसोसिएशन दोनों ही नहीं बुलाए गए हैं.
प्रॉटोकॉल के हिसाब से होना चाहिए वित्त मंत्री का नाम : प्री-बजट बैठक को लेकर वित्त विभाग की तरफ से जो नोटिस जारी किया गया है. उसमें वित्त मंत्री दीया कुमारी का नाम ही गायब है. हालांकि, वित्त मंत्री दीया कुमारी फिलहाल जयपुर में नहीं है, लेकिन प्रोटोकॉल के हिसाब से मीटिंग नोटिस में कम से कम उनका नाम शामिल होना चाहिए था. वित्त मंत्री के ऑफिस ने इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. लेकिन माना जा रहा है कि इस मामले की गूंज ऊपर तक जाएगी.
सीएम के दिल्ली दौरे के कारण बैठक स्थगित : प्रदेश के बजट की रुपरेखा तय करने के लिए प्री-बजट बैठक आज दोपहर 3 बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मौजूदगी में होनी थी. लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दिल्ली जाने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया. बैठक में राजस्थान के 47 कैडर्स को न्योता दिया गया है. लेकिन वित्त विभाग में चल रही आपसी खींचतान के चलते राजस्थान अकाउंट्स एसोसिएशन को नहीं बुलाया गया. इसे लेकर भी अब विवाद बढ़ता नजर आ रहा है.
लेखा सेवा कैडर को नहीं बुलाने से भी रोष : प्री बजट की प्रस्तावित बैठक में लेखा सेवा कैडर को नहीं बुलाने पर भी विवाद बढ़ता दिख रहा है. राजस्थान अकाउंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष मेघवाल का कहना है कि सीएमओ ने नई सरकार की पहली बजट मीटिंग के लिए कर्मचारी संगठनों की मीटिंग रखी. इस बैठक में अधीनस्थ लेखा सेवा कैडर को आमंत्रित नहीं किया गया. जबकि यह बजट बनाने और उसके विनियोजन में एक अहम कड़ी है.
डोटासरा ने X पर पोस्ट कर कसा तंज : इस पूरे मामले को लेकर अब कांग्रेस भी मैदान में उतर गई है. सरकार को घेरते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट की है. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, 'प्रदेश में वित्त विभाग का प्रभार उप-मुख्यमंत्री दीया कुमारी के पास है. बिना वित्त मंत्री की उपस्थिति के आगामी बजट 2024-25 की तैयारी पर ये बैठक उचित है?'