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दर्द से तड़पते-तड़पते मर गई बेटी, पर नहीं पसीजा दिल, क्योंकि हड़ताल पर हैं भगवान - female patient died

Patient died due to strike. हड़ताल ने एक बेटी की जान ले ली. हजारीबाग में डॉक्टरों के हड़ताल की वजह से एक महिला की मौत हो गई. महिला दर्द से तड़पती रही. अस्पताल में होने के बावजूद उसका इलाज नहीं हो पाया. वजह डॉक्टर हड़ताल पर हैं.

female patient died due to doctors strike in Hazaribag
मरीज के शव के साथ परिजन (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 21, 2024, 8:46 AM IST

Updated : Aug 21, 2024, 9:47 AM IST

हजारीबागः शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल मचाया है. परिजनों का कहना है कि डॉक्टों के हड़ताल में जाने के कारण महिला की मौत प्रसव के बाद हो गई. डॉक्टर हड़ताल में है इस कारण वो मरीज को देखने नहीं आए. जिस कारण एक हंसता खेलता परिवार उजड़ गया. परिजनों का यह भी कहना है कि अगर डॉक्टर को सरकारी अस्पताल में इलाज नहीं करना है तो उन्हें भर्ती भी नहीं करना चाहिए था. भर्ती करा कर महिला का प्रसव कराया और डॉक्टर दोबारा देखने के लिए मरीज को नहीं आए. जिस कारण मरीज की देर रात मौत हो गई.

हजारीबाग में महिला मरीज की मौत (ईटीवी भारत)

परिजनों ने बताया कि दोपहर में बच्चा और उसकी मां ठीक थे. शाम होते-होते तबीयत खराब हो गई. इस दौरान डॉक्टर को बुलाया गया लेकिन डॉक्टर देखने के लिए नहीं पहुंचे. वहीं वार्ड में जो नर्स थी वह भी देखने के लिए नहीं आई. सभी ने हड़ताल होने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया. अंत में मरीज की मौत इलाज के अभाव में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हो गई. उन्होंने मांग की है कि जिस डॉक्टर ने मरीज को भर्ती किया है वह कागज दिया जाए. ताकि उस पर कार्रवाई की जा सके.

मृतक का नाम बबीता कुमारी है, जो 28 वर्ष की थी. उसे मंगलवार को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था. वो मूल रूप से कटकमदाग क्षेत्र के कूद गांव की रहने वाली थी.

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Last Updated : Aug 21, 2024, 9:47 AM IST
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