बदायूं: कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत रजिस्ट्री ऑफिस के पास बने जजेस क्वार्टर में सिविल जज जूनियर डिवीजन ज्योत्स्ना राय का शव संदिग्ध परिस्थितियों में उनके आवास से बरामद हुआ. बताया जा रहा है कि ज्योत्स्ना राय अविवाहित थीं और अपने क्वार्टर में अकेली रहा करती थीं घटना की सूचना मिलने पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच-पड़ताल की.
ज्योत्स्ना राय के सर्टिफिकेट से पता चलता है कि वह पढ़ाई लिखाई में बहुत होशियार थीं और लगातार क्लास में फर्स्ट आया करती थीं. इनके पिता का नाम अशोक कुमार राय है. ज्योत्स्ना राय मऊ की रहने वाली थीं. इनका जन्म 1995 में हुआ था. इन्होंने हाईस्कूल की परीक्षा 2010 में, इंटरमीडिएट की परीक्षा 2012 में और एलएलबी ऑनर्स की परीक्षा 2017 में फर्स्ट डिवीजन में उतीर्ण की थी. उनकी पहली तैनाती अयोध्या में हुई थी. बदायूं में यह अप्रैल 2023 से तैनात थीं. वर्तमान में ये सिविल जज जूनियर डिवीजन पोस्ट पर तैनात थीं.
पुलिस के अनुसार, इनका शव बेडरूम में पाया गया. इनके कमरे से पुलिस ने एक डायरी और सुसाइड नोट भी बरामद किया है. ज्योत्स्ना के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है. वह मऊ से बदायूं के लिए चल चुके हैं. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर सुसाइड नोट समेत अन्य महत्वपूर्ण डॉक्युमेंट अपने कब्जे में ले लिए हैं. मामले की पड़ताल की जा रही है. बताया जा रहा कि घर का दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे पुलिस ने तोड़कर शव बाहर निकाला.
जिला बार के महासचिव संदीप मिश्रा के मुताबिक, ज्योत्स्ना राय अप्रैल 2023 में बदायूं ट्रांसफर होकर आई थीं. उनके कार्य करने की शैली और व्यवहार बहुत अच्छा था. उन्होंने क्यों सुसाइड किया, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. यहां पर परिवार का कोई व्यक्ति उनके साथ रहता नहीं था. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस जांच के बाद ही सामने आएगा कि आत्महत्या के क्या कारण थे. सुसाइड नोट वहां से मिला होगा. लेकिन, उसके बारे में पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है कि उसमें क्या लिखा है.
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