कुचामनसिटी. डीडवाना कुचामन जिले के कुचामनसिटी पुलिस थाने में एक युवती ने एक निजी अस्पताल संचालक चिकित्सक पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया है. कुचामन थाना प्रभारी सुरेश चौधरी ने बताया कि इस संबंध में थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने रिपोर्ट में बताया कि वह चार साल से कुचामनसिटी के एक निजी अस्पताल में नौकरी कर रही है. अस्पताल में नौकरी ज्वाइन करने के कुछ महीनों बाद वर्ष 2021 में संचालक चिकित्सक ने उसे चैंबर में बुलाकर तनख्वाह बढ़ाने की बात कहकर अवैध सम्बन्ध बनाने पर जोर दिया और जबरदस्ती करने लगा. वह घबराकर चैंबर से बाहर आ गई. अगले कुछ दिनों तक सब कुछ सामान्य चलता रहा.
प्रार्थिया ने आरोप लगाया है कि इसके बाद मुल्जिम प्रार्थिया को अपने रहवासीय फ्लैट ले गया तथा फ्लैट में फिर से शारीरिक संबंध बनाने पर दबाव डाला. जिस पर मुल्जिम से बचने के लिए उसने नौकरी छोड़ दी. युवती का आरोप है कि मुल्जिम द्वारा उसे झूठे केस में फंसाने तथा उसे व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई. जिससे वह ज्यादा घबरा गई तथा अन्दर ही अन्दर घुटने लगी. वह 5-6 महीनों तक डरी रही तथा अवसाद में चली गई. परिवारजनों द्वारा हिम्मत बंधाने पर 5-7 दिन पूर्व उसने पूरी हकीकत बताई. प्रार्थिया के ताऊ के साथ भी अस्पताल में अभद्रता की गई. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है. मामले की जांच थानाधिकारी सुरेश चौधरी कर रहे हैं.
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दो दिन पहले आरोपी ने भी दर्ज कराया था मुकदमा: चिकित्सालय के संचालक चिकित्सक की ओर से भी दो दिन पहले युवती के विरुद्ध पुलिस थाना कुचामनसिटी में मुकदमा दर्ज कराया था. जिसमें चिकित्सालय से करीब 11 लाख रुपयों के गबन का आरोप लगाया था. यह मामला भी शहर में काफी चर्चा का विषय रहा. मुकदमे के दो दिन बाद ही युवती ने चिकित्सक के खिलाफ छेड़छाड़ संबंधी मुकदमा दर्ज कराया गया है.
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मुकदमा दबाने के लिए लगाया झूठा लांछन: आरोपी चिकित्सक का कहना है कि उन्होंने युवती के विरुद्ध अस्पताल में गबन संबंधी मुकदमा दर्ज कराया था. उसी मुकदमे को दबाने के लिए उसने मुझ पर झूठा लांछन लगाया है. चिकित्सक का दावा है कि युवती के परिवार के सदस्य उसके अस्पताल में मानकर गए हैं कि युवती से गबन संबंधी गलती हुई है. मैंने सम्पूर्ण सबूतों के साथ एफआईआर दर्ज कराई थी. मुझे बदनाम करने के लिए यह मुकदमा दर्ज कराया गया है.