ETV Bharat / state

'पिता ने कभी चुनाव लड़ने नहीं दिया, नॉमिनेशन में भी नहीं आये, फिर भी उनके सपनों को करूंगा पूरा'- सासाराम के BJP प्रत्याशी की पूरी तैयारी - lok sabha election 2024

author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 29, 2024, 9:43 PM IST

Updated : Mar 30, 2024, 6:23 AM IST

बिहार में बीजेपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. 25 मार्च को बीजेपी ने लोकसभा उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी की थी. इस लिस्ट में बिहार की 17 लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों के नामों की भी घोषणा की है. जिसमें तीन मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया गया था. इसमें सासाराम के सिटिंग एमपी छेदी पासवान का भी नाम है. उनकी जगह पूर्व विधायक शिवेश राम चुनाव लड़ेंगे. पढ़ें, विस्तार से.

शिवेश राम
शिवेश राम
शिवेश राम, सासाराम से बीजेपी उम्मीदवार

सासाराम: भारतीय जनता पार्टी ने सासाराम लोकसभा सीट से सीटिंग सांसद छेदी पासवान का टिकट काटकर शिवेश राम को टिकट दिया है. शिवेश राम सासाराम से तीन बार के सांसद रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुनीलाल राम के पुत्र हैं. शिवेश बिहार भाजपा के महामंत्री भी हैं. ईटीवी भारत ने शिवेश राम से खास बात की और जाना की उनकी आगे की रणनीति क्या है?

सवाल- आपको जो नई जिम्मेदारी मिल रही है उस जिम्मेदारी को कैसे पूरा करेंगे?

शिवेश राम - देखिए, पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है उसको निभाना है. हम काम करते हुए यहां तक आए हैं. मैं अभी प्रदेश में महामंत्री हूं. पार्टी जो काम दे रही है वह कर रहा हूं. मैं विधायक रहा हूं. मैंने उस दायित्व का निर्वहन किया है पार्टी का जो आदेश रहेगा. उसको हम लोग निर्वहन करते हैं. पार्टी का आदेश है कि चुनाव लड़ना है. तो चुनाव लड़ना है.

सवाल - आपका कंपटीशन आपके पिताजी से ही होने वाला है. आपके पिताजी वहां से सांसद रह चुके थे, बाद में वह केंद्र में मंत्री भी बने थे, आपकी प्रतियोगिता तो आपके पिताजी के कामों से ही है.

शिवेश राम- जी नहीं, मैं अपने पिताजी के आदर्शों को आगे लेकर जा रहा हूं. उनके जो पथ हैं उस पर मैं चल रहा हूं. उन्होंने जो काम किए हैं उनको आदर्श मानकर में काम कर रहा हूं. मेरे पिता थे भले वह दिवंगत हो गए हैं लेकिन, क्षेत्र में आज भी वह जिंदा है. आज भी मेरे पिताजी क्षेत्र के लोगों के हृदय में हैं. पिताजी का आशीर्वाद मुझे है. वह कोई चुनौती नहीं है. उनके किए हुए कार्यों को लेकर में आगे जाऊंगा.

सवाल - उन्होंने कोई माइलस्टोन भी तय किया है? आपके लिए क्या वह कुछ तय करके गए हैं कि इस सलीके से राजनीति करनी है?

शिवेश राम- बिल्कुल उनका जो सबसे बड़ा काम था वह सम्मान देने का काम था. समाज के हर एक तबके को उन्होंने सम्मान दिया. कोई उनसे नाराज नहीं रहता. दूसरा, उन्होंने जमीन स्तर पर काम किया है. 1972 से जो लंबित दुर्गावती जिला से योजना थी उस पर कोई काम नहीं किया. उस पर सिर्फ राजनीति हुई. उस क्षेत्र की जनता पानी के लिए त्राहिमाम करती है. पिताजी का सपना था कि दुर्गावती जलाशय योजना को पूरा करें. यह उनका अधूरा सपना है वह मेरे लिए चुनौती है और मैं उसे पूरा करूंगा.

पूरा मगध और जो शाहाबाद है यह धान की कटोरी. नहरों का जाल है और दुर्भाग्य से उसमें पानी नहीं रहता है. इंद्रपुरी बैराज है वहां पानी स्टोर नहीं कर सकते हैं. जैसे पानी आता है हमको नहर में छोड़ना होता है. पिताजी का सपना था कि कदवन जलाशय से जो हम लोगों के लिए पानी का स्टोरेज हो, सरप्लस पानी हो, जब भी इंद्रपुरी बैराज को पानी की आवश्यकता हो, हम कदवन से पानी दे सकें. वह काम पिताजी का अधूरा है. वह काम मेरे लिए प्राथमिकता होगी. यह सिर्फ सासाराम के लिए नहीं यह पूरे मगध और शाहाबाद के लिए है.

सवाल- क्षेत्र की बात करें तो जहां से आप चुनाव लड़ने जा रहे हैं सासाराम से. यदि विधानसभा की बात करें तो, वहां से बीजेपी का बेहतर प्रदर्शन नहीं था लेकिन, लोकसभा में भाजपा वहां से निकलती रही है, इन समीकरणों को कैसे अपने साथ करेंगे?

शिवेश राम- देखिए, हमारे पास मोदी की गारंटी है. मोदी जी ने जो काम किया है, सीधे जनता के बीच में गया है. आप किसी भी घर में चले जाइए, किसी समाज में चले जाइए, मुस्लिम समाज हो या अगड़ा हो, पिछड़ा हो, दलित हो, सभी के घर में आज दिखेगा रसोई में गैस है. सभी के घरों में अनाज है. देश में 80 करोड़ लोगों को अनाज दिया जा रहा है. सबसे बड़ी समस्या होती थी जो हमारे गरीब गुरुवा थे पिछड़ा-दलित समाज के लोग थे, पैसे के अभाव में अपना इलाज नहीं करा पाते थे. मोदी की गारंटी यह हुई की पांच लाख रु आयुष्मान भारत के तहत बीमा करवाया गया. मेरे सासाराम जाने से पहले यह सारी चीज हर घर में पहुंच चुकी है. शिवेश राम एक कार्यकर्ता वहां का चुनाव लड़ने जा रहा है. नरेंद्र मोदी का एक सेवक चुनाव लड़ने जा रहा है. जो जनता की सेवा कर रहा है.

सवाल- मुनीलाल राम जी का पुत्र नहीं जा रहा है? यह विपक्ष के लोग आरोप लगाते हैं कि परिवारवाद से भाजपा भी अछूती नहीं है?

शिवेश राम- देखिए, मेरा यदि परिचय पूछिएगा तो मैं 1996 से विद्यार्थी परिषद सदस्य रहा हूं. मैं स्वयं सेवक रहा हूं. पिताजी 1995 में आईएएस अधिकारी की नौकरी से इस्तीफा देकर 96 में चुनाव लड़े. मैं पहले से विद्यार्थी परिषद का सदस्य रहा हूं. मैं इस काम में लग रहा हूं. सासाराम की जहां तक बात है मेरा जन्म मोहनिया में हुआ है. मेरी पढ़ाई लिखाई बाल भारती पब्लिक स्कूल से हुई है. मैं वहां पांचवी तक पढ़ा हूं. जहां तक लिगसी की बात है पिताजी जब तक सत्ता में रहे तब तक मैं चुनाव नहीं लड़ा.

मुझे पार्टी ने 2000 में 25- 26 साल का था टिकट दिया था. पिताजी मेरे नॉमिनेशन तक में नहीं आए थे. उस समय भारत सरकार में वह मंत्री थे. फिर बाद में पार्टी ने कहा कि वह बिहार पीपुल्स पार्टी के लिए सीट छोड़ रहे हैं, तो मैं उसे छोड़ दिया. मेरा नॉमिनेशन हो चुका था विड्रोल का डेट भी निकल चुका था. वहां की जनता जो थी वह चाहती थी कि चेनारी से चुनाव मैं ही लडूं लेकिन, पिताजी का आदेश हुआ कि चुनाव नहीं लड़ना है. पिताजी जब तक पावर में रहे तब तक मैंने कोई चुनाव नहीं लड़ा.

सवाल- तो फिर अपने संघर्ष शुरू किया?

शिवेश राम- हां, फिर मैं युवा मोर्चा में था मैंने पार्टी में काम किया. मैं लगातार पार्टी में काम करता हूं. पिताजी का सिर्फ आशीर्वाद मिलता रहा है टिकट के लिए आज तक पिताजी ने किसी को कुछ नहीं कहा. वह किसी को नहीं बोले कि मेरे बेटे को टिकट दीजिए. जब भी टिकट मिला पिताजी ने इसका विरोध भी किया था. वह नहीं चाहते थे कि मैं चुनाव लड़ूं.

सवाल- इस बार शिवेश राम जा रहे हैं सासाराम चुनाव लड़ने वह किस रूप में जा रहे हैं?

शिवेश राम - नरेंद्र मोदी जी के सेवक के रूप में जाएंगे. नरेंद्र मोदी जी के कामों को आगे बढ़ाएंगे.

सवाल- छेदी पासवान पिछली बार वहां से सांसद थे, उनका साथ आपको कितना मिला है? कभी उनसे बातचीत हुई है?

शिवेश राम- बिल्कुल 10 साल से वह मेरी पार्टी में है और सांसद रहे हैं. मैं उनकी बहुत इज्जत करता हूं. मेरे साथ वह विधायक भी थे. 2010 में जब मैं विधायक था तो मेरे साथ विधायक भी थे. वह जदयू के विधायक थे, मैं भाजपा का विधायक था. हम लोगों में हमेशा बातचीत होती थी, कभी कटुता नहीं रही है. एक सीनियर लीडर के नाते मैं जब भी मिला उनसे आशीर्वाद ही लिया हूं. प्रणाम ही किया हूं. कोई कंपटीशन वाली भावना नहीं थी. मैं आज भी उनसे बात कर सकता हूं. आज भी मैं उनका नाम रिस्पेक्ट के साथ लेता हूं. मैं बहुत आदर करता हूं. मुझे उनका सहयोग मिलेगा, यह मुझे उम्मीद है.

सवाल- पार्टी के कुछ और भी नेता हैं, ललन पासवान सरीखे जो चुनाव लड़ना चाहते थे. उनसे बात हुई है कभी?

शिवेश राम- कल ही ललन पासवान जी से बात हुई है. मुरारी गौतम जी भी हैं. सब लोगों से बातचीत हुई है. क्षेत्र के सभी लोगों से बात हो रही है. सभी लोगों से बात हुई है. जो सीटिंग विधायक हैं जो पूर्व विधायक हैं सब लोगों से बात हो रही है.

इसे भी पढ़ेंः JDU छोड़ BJP का दामन थामने वाले ललन पासवान सासाराम से लड़ेंगे चुनाव..! मीडिया के सामने नीतीश सरकार का भंडा फोड़ा

इसे भी पढ़ेंः पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार नहीं लड़ेंगी लोकसभा चुनाव, सोशल मीडिया पर बतायी- 'क्या है आगे की योजना' - Meira Kumar Not Contest Election

शिवेश राम, सासाराम से बीजेपी उम्मीदवार

सासाराम: भारतीय जनता पार्टी ने सासाराम लोकसभा सीट से सीटिंग सांसद छेदी पासवान का टिकट काटकर शिवेश राम को टिकट दिया है. शिवेश राम सासाराम से तीन बार के सांसद रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुनीलाल राम के पुत्र हैं. शिवेश बिहार भाजपा के महामंत्री भी हैं. ईटीवी भारत ने शिवेश राम से खास बात की और जाना की उनकी आगे की रणनीति क्या है?

सवाल- आपको जो नई जिम्मेदारी मिल रही है उस जिम्मेदारी को कैसे पूरा करेंगे?

शिवेश राम - देखिए, पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है उसको निभाना है. हम काम करते हुए यहां तक आए हैं. मैं अभी प्रदेश में महामंत्री हूं. पार्टी जो काम दे रही है वह कर रहा हूं. मैं विधायक रहा हूं. मैंने उस दायित्व का निर्वहन किया है पार्टी का जो आदेश रहेगा. उसको हम लोग निर्वहन करते हैं. पार्टी का आदेश है कि चुनाव लड़ना है. तो चुनाव लड़ना है.

सवाल - आपका कंपटीशन आपके पिताजी से ही होने वाला है. आपके पिताजी वहां से सांसद रह चुके थे, बाद में वह केंद्र में मंत्री भी बने थे, आपकी प्रतियोगिता तो आपके पिताजी के कामों से ही है.

शिवेश राम- जी नहीं, मैं अपने पिताजी के आदर्शों को आगे लेकर जा रहा हूं. उनके जो पथ हैं उस पर मैं चल रहा हूं. उन्होंने जो काम किए हैं उनको आदर्श मानकर में काम कर रहा हूं. मेरे पिता थे भले वह दिवंगत हो गए हैं लेकिन, क्षेत्र में आज भी वह जिंदा है. आज भी मेरे पिताजी क्षेत्र के लोगों के हृदय में हैं. पिताजी का आशीर्वाद मुझे है. वह कोई चुनौती नहीं है. उनके किए हुए कार्यों को लेकर में आगे जाऊंगा.

सवाल - उन्होंने कोई माइलस्टोन भी तय किया है? आपके लिए क्या वह कुछ तय करके गए हैं कि इस सलीके से राजनीति करनी है?

शिवेश राम- बिल्कुल उनका जो सबसे बड़ा काम था वह सम्मान देने का काम था. समाज के हर एक तबके को उन्होंने सम्मान दिया. कोई उनसे नाराज नहीं रहता. दूसरा, उन्होंने जमीन स्तर पर काम किया है. 1972 से जो लंबित दुर्गावती जिला से योजना थी उस पर कोई काम नहीं किया. उस पर सिर्फ राजनीति हुई. उस क्षेत्र की जनता पानी के लिए त्राहिमाम करती है. पिताजी का सपना था कि दुर्गावती जलाशय योजना को पूरा करें. यह उनका अधूरा सपना है वह मेरे लिए चुनौती है और मैं उसे पूरा करूंगा.

पूरा मगध और जो शाहाबाद है यह धान की कटोरी. नहरों का जाल है और दुर्भाग्य से उसमें पानी नहीं रहता है. इंद्रपुरी बैराज है वहां पानी स्टोर नहीं कर सकते हैं. जैसे पानी आता है हमको नहर में छोड़ना होता है. पिताजी का सपना था कि कदवन जलाशय से जो हम लोगों के लिए पानी का स्टोरेज हो, सरप्लस पानी हो, जब भी इंद्रपुरी बैराज को पानी की आवश्यकता हो, हम कदवन से पानी दे सकें. वह काम पिताजी का अधूरा है. वह काम मेरे लिए प्राथमिकता होगी. यह सिर्फ सासाराम के लिए नहीं यह पूरे मगध और शाहाबाद के लिए है.

सवाल- क्षेत्र की बात करें तो जहां से आप चुनाव लड़ने जा रहे हैं सासाराम से. यदि विधानसभा की बात करें तो, वहां से बीजेपी का बेहतर प्रदर्शन नहीं था लेकिन, लोकसभा में भाजपा वहां से निकलती रही है, इन समीकरणों को कैसे अपने साथ करेंगे?

शिवेश राम- देखिए, हमारे पास मोदी की गारंटी है. मोदी जी ने जो काम किया है, सीधे जनता के बीच में गया है. आप किसी भी घर में चले जाइए, किसी समाज में चले जाइए, मुस्लिम समाज हो या अगड़ा हो, पिछड़ा हो, दलित हो, सभी के घर में आज दिखेगा रसोई में गैस है. सभी के घरों में अनाज है. देश में 80 करोड़ लोगों को अनाज दिया जा रहा है. सबसे बड़ी समस्या होती थी जो हमारे गरीब गुरुवा थे पिछड़ा-दलित समाज के लोग थे, पैसे के अभाव में अपना इलाज नहीं करा पाते थे. मोदी की गारंटी यह हुई की पांच लाख रु आयुष्मान भारत के तहत बीमा करवाया गया. मेरे सासाराम जाने से पहले यह सारी चीज हर घर में पहुंच चुकी है. शिवेश राम एक कार्यकर्ता वहां का चुनाव लड़ने जा रहा है. नरेंद्र मोदी का एक सेवक चुनाव लड़ने जा रहा है. जो जनता की सेवा कर रहा है.

सवाल- मुनीलाल राम जी का पुत्र नहीं जा रहा है? यह विपक्ष के लोग आरोप लगाते हैं कि परिवारवाद से भाजपा भी अछूती नहीं है?

शिवेश राम- देखिए, मेरा यदि परिचय पूछिएगा तो मैं 1996 से विद्यार्थी परिषद सदस्य रहा हूं. मैं स्वयं सेवक रहा हूं. पिताजी 1995 में आईएएस अधिकारी की नौकरी से इस्तीफा देकर 96 में चुनाव लड़े. मैं पहले से विद्यार्थी परिषद का सदस्य रहा हूं. मैं इस काम में लग रहा हूं. सासाराम की जहां तक बात है मेरा जन्म मोहनिया में हुआ है. मेरी पढ़ाई लिखाई बाल भारती पब्लिक स्कूल से हुई है. मैं वहां पांचवी तक पढ़ा हूं. जहां तक लिगसी की बात है पिताजी जब तक सत्ता में रहे तब तक मैं चुनाव नहीं लड़ा.

मुझे पार्टी ने 2000 में 25- 26 साल का था टिकट दिया था. पिताजी मेरे नॉमिनेशन तक में नहीं आए थे. उस समय भारत सरकार में वह मंत्री थे. फिर बाद में पार्टी ने कहा कि वह बिहार पीपुल्स पार्टी के लिए सीट छोड़ रहे हैं, तो मैं उसे छोड़ दिया. मेरा नॉमिनेशन हो चुका था विड्रोल का डेट भी निकल चुका था. वहां की जनता जो थी वह चाहती थी कि चेनारी से चुनाव मैं ही लडूं लेकिन, पिताजी का आदेश हुआ कि चुनाव नहीं लड़ना है. पिताजी जब तक पावर में रहे तब तक मैंने कोई चुनाव नहीं लड़ा.

सवाल- तो फिर अपने संघर्ष शुरू किया?

शिवेश राम- हां, फिर मैं युवा मोर्चा में था मैंने पार्टी में काम किया. मैं लगातार पार्टी में काम करता हूं. पिताजी का सिर्फ आशीर्वाद मिलता रहा है टिकट के लिए आज तक पिताजी ने किसी को कुछ नहीं कहा. वह किसी को नहीं बोले कि मेरे बेटे को टिकट दीजिए. जब भी टिकट मिला पिताजी ने इसका विरोध भी किया था. वह नहीं चाहते थे कि मैं चुनाव लड़ूं.

सवाल- इस बार शिवेश राम जा रहे हैं सासाराम चुनाव लड़ने वह किस रूप में जा रहे हैं?

शिवेश राम - नरेंद्र मोदी जी के सेवक के रूप में जाएंगे. नरेंद्र मोदी जी के कामों को आगे बढ़ाएंगे.

सवाल- छेदी पासवान पिछली बार वहां से सांसद थे, उनका साथ आपको कितना मिला है? कभी उनसे बातचीत हुई है?

शिवेश राम- बिल्कुल 10 साल से वह मेरी पार्टी में है और सांसद रहे हैं. मैं उनकी बहुत इज्जत करता हूं. मेरे साथ वह विधायक भी थे. 2010 में जब मैं विधायक था तो मेरे साथ विधायक भी थे. वह जदयू के विधायक थे, मैं भाजपा का विधायक था. हम लोगों में हमेशा बातचीत होती थी, कभी कटुता नहीं रही है. एक सीनियर लीडर के नाते मैं जब भी मिला उनसे आशीर्वाद ही लिया हूं. प्रणाम ही किया हूं. कोई कंपटीशन वाली भावना नहीं थी. मैं आज भी उनसे बात कर सकता हूं. आज भी मैं उनका नाम रिस्पेक्ट के साथ लेता हूं. मैं बहुत आदर करता हूं. मुझे उनका सहयोग मिलेगा, यह मुझे उम्मीद है.

सवाल- पार्टी के कुछ और भी नेता हैं, ललन पासवान सरीखे जो चुनाव लड़ना चाहते थे. उनसे बात हुई है कभी?

शिवेश राम- कल ही ललन पासवान जी से बात हुई है. मुरारी गौतम जी भी हैं. सब लोगों से बातचीत हुई है. क्षेत्र के सभी लोगों से बात हो रही है. सभी लोगों से बात हुई है. जो सीटिंग विधायक हैं जो पूर्व विधायक हैं सब लोगों से बात हो रही है.

इसे भी पढ़ेंः JDU छोड़ BJP का दामन थामने वाले ललन पासवान सासाराम से लड़ेंगे चुनाव..! मीडिया के सामने नीतीश सरकार का भंडा फोड़ा

इसे भी पढ़ेंः पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार नहीं लड़ेंगी लोकसभा चुनाव, सोशल मीडिया पर बतायी- 'क्या है आगे की योजना' - Meira Kumar Not Contest Election

Last Updated : Mar 30, 2024, 6:23 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.