फर्रुखाबाद : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरौन को सदर विधायक ने गोद ले रखी है. इसके बावजूद मंगलवार को सीएचसी का निरीक्षण करने पहुंचे भाजपा सांसद मुकेश राजपूत को यहां अनियमितता और लापरवाही की पराकाष्ठा देखने की मिली. सीएचसी में नियुक्त कुल 45 में से 39 कर्मचारी ड्यूटी से नदारद थे. दवा भंडार में गंदगी के साथ तमाम एक्सपायर दवाएं रखीं थीं. सांसद के एक्शन की जानकारी मिलने पर सीएमओ ने सीएचसी प्रभारी से चार्ज से छीन लिया. साथ ही फार्मासिस्ट को संबद्ध करने के साथ निलंबन की संस्तुति की दी है.
भाजपा सांसद मुकेश राजपूत ने बताया कि बढ़पुर ब्लाॅक की सीएचसी बरौन के दवा भंडार में भारी मात्रा में एक्सपायर दवाएं मिलीं. इसमें कई प्रकार की जांच किट, इंजेक्शन व महंगी दवाएं भी शामिल थीं. लाखों की तादाद में कैल्शियम व आयरन की गोलियां भी रखी थीं. इसके अलावा वार्डों में जगह-जगह गंदगी ढेर थी. शौचालय, वॉश बेसिन में गंदगी से भरे थे. सीएचसी प्रभारी ने कुल 45 कर्मचारी होने की बात कही, लेकिन मौके पर डॉक्टर सहित मात्र छह कर्मचारी ही मिले. इस पर उन्होंने सीएमओ को जानकारी दी. इसके बाद सीएमओ डॉ. अवनींद्र कुमार व एसीएमओ डॉ. रंजन गौतम मौके पर पहुंचे. इसके बाद फार्मासिस्ट संजीव शाक्य को हटाकर सीएमओ कार्यालय से संबद्ध करते हुए सीएचसी प्रभारी डॉ. अनुनय कुटार को चार्ज से हटा दिया.
जानकारी के मुताबिक सदर विधायक सुनील दत्त द्विवेदी ने सीएचसी बरौन को गोद लिया है. उन्होंने गत माह सीएचसी का निरीक्षण भी किया था. इसके बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ सीएमओ डॉ. अवनींद्र कुमार ने बताया कि लापरवाही बरतने में सीएचसी प्रभारी डॉ. अनुनय कुटार से एमओआईसी का चार्ज हटाकर डॉ. अनुराग कुशवाहा को दिया गया है. एक्सपायरी दवाएं मिलने पर फार्मासिस्ट संजीव शाक्य को सीएमओ कार्यालय से संबद्ध कर उसके निलंबन के लिए डीजी को पत्र भेजा है. स्वीपर को चेतावनी देकर उसका वेतन रोका गया है. गायब 39 कर्मचारियों से जवाब मांगा जाएगा. साथ ही सीएचसी के नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ डॉ. दीपक कटारिया से स्पष्टीकरण तलब किया गया है.