नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद जिला मुख्यालय परिसर में किसान 72 घंटे के लिए धरने पर बैठ गए हैं. किसान ट्रैक्टर लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दाखिल हुए और धरने पर बैठ गए. फिलहाल किसानों का धरना जारी है. धरने में महिला किसान भी शामिल हैं.
कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन में मौजूद भारतीय किसान यूनियन के गाजियाबाद जिलाध्यक्ष विजेंद्र चौधरी के मुताबिक, संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन द्वारा ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा 9 अगस्त को निकालना प्रस्तावित थी. किसान ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा में शामिल होने के लिए निकलने वाले थे, लेकिन इस बीच कई किसान नेताओं को गाजियाबाद पुलिस द्वारा घर में ही नजर बंद कर दिया गया.
किसान नेता विजेंद्र चौधरी का कहना है कि किसान कोई आतंकवादी नहीं है. किसान केवल शांतिपूर्वक ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा निकालकर अपनी बात ज्ञापन के माध्यम से रखना चाहता था, लेकिन किसानों के साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है, जैसे हम कोई गैर कानूनी काम करने जा रहे हो. ऐसा पहली बार नहीं है कई बार पहले भी किसानों को नजर बंद किया जा चुका है. अब हम शांतिपूर्वक ढंग से अगले 72 घंटे तक कलेक्ट्रेट परिसर में बैठकर धरना देंगे. अब कलेक्ट्रेट परिसर में भी कढ़ाई चलेगी और खाना बनेगा.
हालांकि, पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से किसान नेताओं की बातचीत जारी है. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्ट्रेट में भारी पुलिस पर तैनात किया गया है. किसान ट्रैक्टरों के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में घुसे थे, लेकिन अब किसानों के ट्रैक्टर कलेक्ट्रेट परिसर से बाहर खड़े हुए हैं.
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