सहारनपुर: जिला मुख्यालय के बाहर शनिवार को उस वक्त अफरा तफरी मच गई, जब प्रदर्शन करने पहुंचे किसानों ने कलेक्ट्रेट में जबरन घुसने का प्रयास किया. इस दौरान किसानों, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच धक्का-मुक्की हो गई. डीएम को ज्ञापन देने आए किसानों के ट्रैक्टर को अंदर जाने से मना किया गया तो एक ट्रैक्टर चालक ने एडीएम-ई को कुचलने का प्रयास किया. इसके बाद हंगामा हो गया. वहीं, किसानों ने पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया है.
गेट बंद होने पर भड़के किसानः किसान मजदूर संगठन के जिला अध्यक्ष ठाकुर अजब सिंह के नेतृत्व में किसान अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने आए थे. किसान ट्रैक्टर लेकर नानौता से दिल्ली रोड पर पहुंचे थे. जहां से सभी किसान पैदल ही कलेक्ट्रेट पहुंचे. लेकिन इससे पहले ही जिला प्रशासन ने कलेक्ट्रेट का गेट बंद कर दिया. किसानों को ट्रैक्टर अंदर जाने से मना कर दिया गया. मुख्य द्वार पर पहुंची एडीएम-ई अर्चना द्विवेदी ने उन्हें पैदल जाने को कहा गया. लेकिन गेट बंद देख किसान भड़क गए और गेट पर ट्रैक्टर चढ़ाकर उसे तोड़ दिया.
एडीएम-ई किसानों पर भड़कींः गेट पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी खड़े थे. तभी दो चालक ट्रैक्टर को अंदर ले जाने के लिए रेस लगाने लगे. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारीयों ने ट्रैक्टरों को रोकने की कोशिश की. लेकिन ट्रैक्टरों के आगे अधिकारी और पुलिस ज्यादा देर टिक नहीं पाए. जिसके चलते ट्रेक्टर अंदर घुस गए और वहां खड़ी एडीएम-ई डॉ.अर्चना द्विवेदी ट्रैक्टर से बाल-बाल बच गईं. जिससे एडीएम-ई ने किसानों को जमकर डांटा. एडीएम-ई ने कहा कि अब किस समस्या की बात सुनें? किसान हम पर ट्रैक्टर चढ़ा रहे हैं. ट्रैक्टर चालक कौन है, इसकी जानकारी दो. गेट किसने तोड़ा?
पुलिस ने किसानों पर किया लाठीचार्जः उधर किसान मजदूर संगठन के जिला उपाध्यक्ष प्रिंस राणा ने पुलिस पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पुलिस और अधिकारियों ने हमारे साथ बदसलूकी की. यह प्रशासन की तानाशाही है. सरकार द्वारा किसानों को दबाने का काम किया जा रहा है. जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा, किसान यहां से नहीं जाएंगे.प्रिंस राणा ने कहा कि हमने कोई गेट नहीं तोड़ा, उन्होंने गेट बंद किया, यह झूठा आरोप है. हमारे ट्रैक्टरों के सामने खड़े हो गए और लाठियां चलाईं. क्या लोकतंत्र में लाठियां ही किसानों की पहचान हैं? किसान अनाज उगाकर उन्हें देंगे और ये लोग मुफ्त अनाज बांटेंगे. मोदी बोरियों पर अपनी फोटो छपवाएंगे. किसान परेशान हैं, उनका दर्द कोई समझने वाला नहीं है.
पहचान कर की जाएगी ट्रैक्टर चालक पर कार्रवाईः किसान मजदूर संगठन के जिला अध्यक्ष ठाकुर अजब सिंह ने कहा कि हमें नहीं पता कि गेट किसने तोड़ा. जब हम कलेक्ट्रेट पहुंचे तो हमें अंदर ले जाया गया. हमारा ज्ञापन देने का कार्यक्रम था. उन्हें ऐसी कोई चोट नहीं है, जैसा बताया जा रहा है. वह हमारा सम्मान करती हैं, हम भी उनका सम्मान करते हैं. एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक का कहना है कि किसानों को पहले ही बता दिया गया था कि वे पैदल आएंगे और ज्ञापन सौंपेंगे. ट्रैक्टरों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में ट्रैक्टर घुसाने का प्रयास किया है. एडीएम प्रशासन पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया गया. वीडियोग्राफी और फोटो के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.