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संयुक्त किसान मोर्चा ने बुलाया ग्रामीण भारत बंद, घर से निकलने से पहले जान लें ये जरूरी बातें

Gramin Bharat Bandh Haryana Update: एक ओर अपनी मांगों के लेकर दिल्ली कूच के लिए किसन 4 दिन से शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. दूसरी ओर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आज ग्रामीण भारत बंद बुलाया है. ग्रामीण भारत बंद शाम चार बजे तक रहेगा. SKM ने ऐलान किया है कि इस दौरान किसान सड़कों पर चक्का जाम के साथ ट्रेन रोकने की कोशिश कर रहे हैं.

Gramin Bharat Bandh Haryana Update
ग्रामीण भारत बंद का हरियाणा में असर
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 16, 2024, 10:19 AM IST

Updated : Feb 16, 2024, 5:09 PM IST

चंडीगढ़: किसान आंदोलन ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है. MSP पर गारंटी कानून और अन्य मांगों को लेकर किसान दिल्ली चलो मार्च को लेकर 13 फरवरी से हरियाणा के बॉर्डर पर हैं. इसी बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने आज ग्रामीण भारत बंद बुलाया है. ग्रामीण भारत बंद का असर किन-किन क्षेत्रों पर है और कब तक बंद बुलाया गया है आइए जानते हैं.

फतेहाबाद में पूर्ण रूप से चक्का जाम: पूरे हरियाणा की तरह फतेहाबाद में भी आज रोडवेज बसों का चक्का पूर्ण रूप से जाम है. फतेहाबाद रोडवेज के कर्मचारी बस स्टैंड के बाहर दरी बिछाकर धरने पर बैठ कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते नजर आए. रोडवेज कर्मचारियों ने किसानों को भी अपना समर्थन दिया और सरकार से अपील की है कि किसानों की जल्द से जल्द सुनवाई की जाए. फतेहाबाद रोडवेज के जिला प्रधान शिवकुमार श्योराण ने कहा है "रोडवेज कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही. आज इसी के चलते पूर्ण रूप से बसों का चक्का किया गया है. फतेहाबाद रोडवेज डिपो के सभी कर्मचारी धरने पर बैठे हैं और आज पूरा दिन बसों का चक्का जाम रहेगा."

चरखी दादरी में मिलाजुला असर: वहीं, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों एवं अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. रोडवेज कर्मचारी साझा मोर्चा के आह्वान पर कर्मचारी और पदाधिकारी सुबह ही बस स्टैंड परिसर बैठ कर नारेबाजी करते नजर आए. वहीं, दूसरी ओर हरियाणा रोडवेज की बसें सड़क मार्गों पर लगातार दौड़ती हुई नजर आ रही हैं.

बता दें कि विभिन्न लंबित मांगों को लेकर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों एवं अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 16 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया था. वहीं, रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने दावा किया है कि रोडवेज का पूरी तरह से चक्का जाम है. इसके अलावा किलोमीटर स्कीम और दूसरे स्थानों पर नाइट स्टे करने वाली बसें ही चल रही हैं, बकि सभी बसों का चक्का जाम है. वहीं, चरखी दादरी के बाजार भी सुचारू रूप से खुले हैं.

भिवानी में कर्मचारियों ने किया भारत बंद का समर्थन: देश की विभिन्न ट्रेड यूनियन एवं संगठनों के आह्वन पर शुक्रवार को अपनी लंबित मांगों को लेकर भारत बंद का आह्वान किया गया. इसी कड़ी में विभिन्न विभागों ने आज हड़ताल रखी. भिवानी में हड़ताल का असर देखा जा रहा है. एक ओर जहां ठेका स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा हड़ताल रखी हुई है तो वहीं दूसरी ओर रोडवेज विभाग द्वारा भी भारत बंद को समर्थन दिया गया है. इस मौके पर रोडवेज कर्मियों ने कहा कि सरकार से कर्मचारी लगातार मांगे करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है. इसी के चलते विभिन्न ट्रेड यूनियन के आह्वान पर देशव्यापी हड़ताल को समर्थन दिया गया है.

सिरसा में बस स्टैंड में कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन: ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन के आह्वान पर आज भारत बंद का ऐलान किया गया. सिरसामें भी आज रोडवेज का चक्का जाम रहा. हिसार रोड स्थित बस स्टैंड पर विभिन्न विभागों के कर्मचारी इकट्ठा हुए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों का कहना है कि उनका ये आज का बंद हिट एंड रन कानून सहित कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर किया गया है. यदि सरकार उनकी मांगें नहीं मानती तो आगे भी आंदोलन जारी रखा जाएगा. आज रोडवेज कर्मचारियों ने भी चक्का जाम किया. चक्का जाम के चलते सिरसा डिपो से एक भी बस नहीं चली. सिरसा डिपो से बसे नहीं चलने के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है.

भारत बंद का समय: संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) का कहना है " ग्रामीण भारत बंद आज (शुक्रवार 16 फरवरी को) सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक ग्रामीण बंद रहेगा. इस दौरान गांवों में खेती-बाड़ी, गांव के काम और मनरेगा जैसे सभी कार्यों को बंद रखने का ऐलान किया गया है. इस दौरान किसान न तो खेतों में जाएंगे और न ही मजदूरी करेंगे. किसान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देशभर में सड़कों पर चक्का जाम करेंगे और रेलवे मार्ग भी बाधित रखेंगे."

भारत बंद का असर: संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) का कहना है "आज ग्रामीण इलाकों के सभी सरकारी संस्थान बंद रहेंगे. निजी कंपनियों को बंद रखने के लिए कहा गया है. सब्जी मंडी, अनाज मंडियों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. ऐसे में बंद के चलते सब्जी-फलों के अलावा अन्य जरूरी चीजों की आपूर्ति, खरीद और बिक्री पर असर पड़ने वाला है. इसके अलावा शहरों की दुकानें और प्रतिष्ठानों को बंद रखने के लिए कहा गया है."

ये सेवाएं रहेंगी बहाल: संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार इमरजेंसी सेवाएं, एंबुलेंस, मेडिकल स्टोर, बोर्ड परीक्षा, न्यूज़ पेपर वितरण, शादी समारोह पर रोक नहीं लगाई गई है. जिन छात्रों की आज परीक्षाएं हैं वे परीक्षाएं दे सकते हैं.

हरियाणा में 17 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च : भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है "किसान आंदोलन के चलते आज पूरे हरियाणा में सभी टोल फ्री रखेंगे. इसके अलावा 17 फरवरी को पूरे हरियाणा में सभी तहसीलों पर भारतीय किसान यूनियन के द्वारा ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा."

क्यों बुलाया गया ग्रामीण भारत बंद?: ग्रामीण भारत बंद बुलाने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि कुछ मांगें हैं जिन पर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है ऐसे में अल्टीमेटम के तौर पर ग्रामीण भारत बंद बुलाया गया है. SKM का कहना है "सरकार जल्द से जल्द MSP पर गारंटी कानून बनाए. किसानों के लिए पेंशन, पुरानी फसल स्कीम, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें, किसानों के कर्ज माफ, पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग का निजीकरण और रोजगार की गारंटी पर कानून बनाने की मांग है."

ये भी पढ़ें: किसानों के साथ केंद्रीय मंत्रियों की तीसरे दौर की बैठक रही सकारात्मक, 18 फरवरी को होगी चौथे दौर की बैठक

ये भी पढ़ें: किसान आंदोलन के बीच SKM ने बुलाया भारत बंद, जानें क्या-क्या रहेगा बंद, कहां होगा सबसे ज्यादा असर

चंडीगढ़: किसान आंदोलन ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है. MSP पर गारंटी कानून और अन्य मांगों को लेकर किसान दिल्ली चलो मार्च को लेकर 13 फरवरी से हरियाणा के बॉर्डर पर हैं. इसी बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने आज ग्रामीण भारत बंद बुलाया है. ग्रामीण भारत बंद का असर किन-किन क्षेत्रों पर है और कब तक बंद बुलाया गया है आइए जानते हैं.

फतेहाबाद में पूर्ण रूप से चक्का जाम: पूरे हरियाणा की तरह फतेहाबाद में भी आज रोडवेज बसों का चक्का पूर्ण रूप से जाम है. फतेहाबाद रोडवेज के कर्मचारी बस स्टैंड के बाहर दरी बिछाकर धरने पर बैठ कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते नजर आए. रोडवेज कर्मचारियों ने किसानों को भी अपना समर्थन दिया और सरकार से अपील की है कि किसानों की जल्द से जल्द सुनवाई की जाए. फतेहाबाद रोडवेज के जिला प्रधान शिवकुमार श्योराण ने कहा है "रोडवेज कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही. आज इसी के चलते पूर्ण रूप से बसों का चक्का किया गया है. फतेहाबाद रोडवेज डिपो के सभी कर्मचारी धरने पर बैठे हैं और आज पूरा दिन बसों का चक्का जाम रहेगा."

चरखी दादरी में मिलाजुला असर: वहीं, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों एवं अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. रोडवेज कर्मचारी साझा मोर्चा के आह्वान पर कर्मचारी और पदाधिकारी सुबह ही बस स्टैंड परिसर बैठ कर नारेबाजी करते नजर आए. वहीं, दूसरी ओर हरियाणा रोडवेज की बसें सड़क मार्गों पर लगातार दौड़ती हुई नजर आ रही हैं.

बता दें कि विभिन्न लंबित मांगों को लेकर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों एवं अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 16 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया था. वहीं, रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने दावा किया है कि रोडवेज का पूरी तरह से चक्का जाम है. इसके अलावा किलोमीटर स्कीम और दूसरे स्थानों पर नाइट स्टे करने वाली बसें ही चल रही हैं, बकि सभी बसों का चक्का जाम है. वहीं, चरखी दादरी के बाजार भी सुचारू रूप से खुले हैं.

भिवानी में कर्मचारियों ने किया भारत बंद का समर्थन: देश की विभिन्न ट्रेड यूनियन एवं संगठनों के आह्वन पर शुक्रवार को अपनी लंबित मांगों को लेकर भारत बंद का आह्वान किया गया. इसी कड़ी में विभिन्न विभागों ने आज हड़ताल रखी. भिवानी में हड़ताल का असर देखा जा रहा है. एक ओर जहां ठेका स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा हड़ताल रखी हुई है तो वहीं दूसरी ओर रोडवेज विभाग द्वारा भी भारत बंद को समर्थन दिया गया है. इस मौके पर रोडवेज कर्मियों ने कहा कि सरकार से कर्मचारी लगातार मांगे करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है. इसी के चलते विभिन्न ट्रेड यूनियन के आह्वान पर देशव्यापी हड़ताल को समर्थन दिया गया है.

सिरसा में बस स्टैंड में कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन: ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन के आह्वान पर आज भारत बंद का ऐलान किया गया. सिरसामें भी आज रोडवेज का चक्का जाम रहा. हिसार रोड स्थित बस स्टैंड पर विभिन्न विभागों के कर्मचारी इकट्ठा हुए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों का कहना है कि उनका ये आज का बंद हिट एंड रन कानून सहित कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर किया गया है. यदि सरकार उनकी मांगें नहीं मानती तो आगे भी आंदोलन जारी रखा जाएगा. आज रोडवेज कर्मचारियों ने भी चक्का जाम किया. चक्का जाम के चलते सिरसा डिपो से एक भी बस नहीं चली. सिरसा डिपो से बसे नहीं चलने के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है.

भारत बंद का समय: संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) का कहना है " ग्रामीण भारत बंद आज (शुक्रवार 16 फरवरी को) सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक ग्रामीण बंद रहेगा. इस दौरान गांवों में खेती-बाड़ी, गांव के काम और मनरेगा जैसे सभी कार्यों को बंद रखने का ऐलान किया गया है. इस दौरान किसान न तो खेतों में जाएंगे और न ही मजदूरी करेंगे. किसान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देशभर में सड़कों पर चक्का जाम करेंगे और रेलवे मार्ग भी बाधित रखेंगे."

भारत बंद का असर: संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) का कहना है "आज ग्रामीण इलाकों के सभी सरकारी संस्थान बंद रहेंगे. निजी कंपनियों को बंद रखने के लिए कहा गया है. सब्जी मंडी, अनाज मंडियों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. ऐसे में बंद के चलते सब्जी-फलों के अलावा अन्य जरूरी चीजों की आपूर्ति, खरीद और बिक्री पर असर पड़ने वाला है. इसके अलावा शहरों की दुकानें और प्रतिष्ठानों को बंद रखने के लिए कहा गया है."

ये सेवाएं रहेंगी बहाल: संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार इमरजेंसी सेवाएं, एंबुलेंस, मेडिकल स्टोर, बोर्ड परीक्षा, न्यूज़ पेपर वितरण, शादी समारोह पर रोक नहीं लगाई गई है. जिन छात्रों की आज परीक्षाएं हैं वे परीक्षाएं दे सकते हैं.

हरियाणा में 17 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च : भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है "किसान आंदोलन के चलते आज पूरे हरियाणा में सभी टोल फ्री रखेंगे. इसके अलावा 17 फरवरी को पूरे हरियाणा में सभी तहसीलों पर भारतीय किसान यूनियन के द्वारा ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा."

क्यों बुलाया गया ग्रामीण भारत बंद?: ग्रामीण भारत बंद बुलाने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि कुछ मांगें हैं जिन पर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है ऐसे में अल्टीमेटम के तौर पर ग्रामीण भारत बंद बुलाया गया है. SKM का कहना है "सरकार जल्द से जल्द MSP पर गारंटी कानून बनाए. किसानों के लिए पेंशन, पुरानी फसल स्कीम, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें, किसानों के कर्ज माफ, पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग का निजीकरण और रोजगार की गारंटी पर कानून बनाने की मांग है."

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Last Updated : Feb 16, 2024, 5:09 PM IST
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