नई दिल्ली/नोएडाः विभिन्न मांगों को लेकर नोएडा प्राधिकरण के सेक्टर 6 स्थित कार्यालय पर 81 गांव के किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया. किसानों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहीं. किसानों का कहना है कि प्राधिकरण द्वारा हर बार आश्वासन दिया जाता है, पर आज तक किसानों की मांगों को कभी भी पूरा नहीं किया गया है. किसानों को प्राधिकरण सिर्फ गुमराह करने काम करते हैं.
किसानों ने धरना प्रदर्शन के दौरान नोएडा प्राधिकरण के तीन गेटों पर ताला लगाने का काम किया. किसानों के उग्र होने की स्थिति को देखते हुए, मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए. किसानों का कहना है कि इस बार प्राधिकरण से वार्ता नहीं बल्कि आर-पार की बात करने आए हैं. प्राधिकरण के अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर लॉलीपॉप देने का काम करते हैं.
"किसानों को सिर्फ आश्वासन दिया जाता है": भारतीय किसान यूनियन मंच के बैनर तले सैकड़ो की संख्या में किसानों ने प्राधिकरण पर धरना दिया. यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर चौहान ने कहां की नोएडा प्राधिकरण द्वारा दिसंबर 2021 में स्थानीय सांसद और विधायक के सामने किसानों की तमाम मांगों को लेकर एक करार किया गया था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ है. किसानों से किए गए करार को प्राधिकरण पूरा करें, और उसमें जो भी मांगें हैं, उसे जब तक पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक हम लोग प्राधिकरण के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि किसान जब भी धरना प्रदर्शन करते हैं, प्राधिकरण द्वारा करार को जल्द पूरा किए जाने का आश्वासन दिया जाता है, और महीनों बीतने के बाद भी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है. इस बार हम आर पार की लड़ाई लड़ने आए हैं और अधिकारी प्राधिकरण से तभी बाहर जाएंगे जब किसानों की मांगों को पूरा करेंगे.
गांधी जी की तरह 'करो और मरो' का नारा: भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर चौहान ने कहा कि किसान अपनी किसी मांग को लेकर आज धरना प्रदर्शन करने नहीं आए हैं, बल्कि पूर्व में हुए करार को पूरा करने की मांग को लेकर आए हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से गांधी जी ने 'करो और मरो' का नारा दिया था, उसी तरह से आज किसान भी अपनी मांगों को लेकर यही नारा देने का काम करेंगे.
मांगें पूरी ना करने पर धरना देने के लिए होंगे मजबूर: यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्राधिकरण द्वारा 3600 प्लॉट देने की बात कही गई थी, जबकि 600 लोगों को प्लाट देकर योजना को समाप्त कर दिया गया. वहीं 10% प्लॉट देना था जो आज तक नहीं दिया गया. प्राधिकरण द्वारा ग्रामीण क्षेत्र का विकास अतिक्रमण के नाम पर रोक दिया गया है, मांगे हमारी अगर पूरी नहीं हुई , तो हम प्राधिकरण के गेट पर अनिश्चितकाल के लिए धरना देने के लिए मजबूर हो जाएंगे.
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