प्रयागराज : त्रिवेणी संगम तट पर चल रहे माघ मेले के परेड ग्राउंड में देशभर से किसान जुटे हैं. यहां किसानों की समस्याओं को लेकर मंथन चल रहा है. संगम तट पर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के बैनर तले राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन रविवार को किसानों की मौजूदा हालत पर विचार-विमर्श किया गया. यूनियन के अध्यक्ष राजेश चौहान ने एक लाख नए सदस्य बनाने का लक्ष्य भी रखा.
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन देशभर के किसानों की समस्याओं पर दो सत्रों में मंथन किया गया. पहले सत्र में आवारा पशुओं, बिजली, गन्ना मूल्य, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू कराने, आलू किसान की समस्याओं, यूरिया का रेट कम करने, नहरों में पानी की कमी, यूपीडा के टोल पर ट्रैक्टरों से शुल्क लेने, खसरा खतौनी का दुरस्तीकरण पर चर्चा की गई. इसे लेकर आंदोलन की रणनीति भी बनाई गई. दूसरे सत्र में संगठन का विस्तार, जनपदों में आंदोलन सदस्यता अभियान पर चर्चा कर एक लाख नए सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया.
राष्ट्रीय अधिवेशन में भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान, बाबा राजेंद्र सिंह मलिक चेयरमैन, धर्मेन्द्र मलिक राष्ट्रीय प्रवक्ता, महेंद्र सिंह रंधावा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जावेद तोमर राष्ट्रीय सचिव, उम्मेद सिंह राष्ट्रीय सचिव, उधम सिंह संगठन मंत्री, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा, दिगंबर सिंह युवा प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश सहित सभी जनपदों के जिलाध्यक्ष बैठक में शामिल रहे. अधिवेशन में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा के किसान शामिल रहे. राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि शिविर में किसानों की अलग-अलग समस्याओं का मंथन किया गया. राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेन्द्र मलिक और चेयरमैन राजेंद्र सिंह मलिक ने संयुक्त रूप से किसानों की अनदेखी पर चिंता जताई.
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