ETV Bharat / state

आम महोत्सव में किसान कर रहे हैं लाखों की कमाई, अब तक 100 क्विंटल आम की हुई बिक्री - Mango festival organized in Ranchi

Mango Festival in Ranchi. राजधानी में नाबार्ड की तरफ से आयोजित आम महोत्सव में आम्रपाली, मलिका, हिमसागर, मालदा और दशहरी आम को लोग खूब पसंद कर रहे हैं, जो बिना कार्बाइड के पकाए गए हैं. इससे व्यापारियों की अच्छी कमाई हो रही है.

author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jun 23, 2024, 6:11 PM IST

Updated : Jun 23, 2024, 7:14 PM IST

farmers-are-getting-benefits-from-mango-festival-in-ranchi
आम महोत्सव (ETV BHARAT)

रांची: गर्मी का मौसम आते ही आम की बिक्री शुरू हो जाती है. फलों का राजा होने की वजह से लोग आम फल को खूब पसंद करते हैं. जून-जुलाई के महीने में सबसे ज्यादा बिकने वाला फल भी आम ही होता है. पहले झारखंड में आम बाहरी राज्यों से आते थे और लोग यहां के बाजार से खरीदकर उनका आनंद लेते थे. लेकिन धीरे-धीरे अब झारखंड में भी आम की बागवानी बृहद स्तर पर होने लगी है, जिसमें कई संस्थाओं का भरपूर सहयोग मिलता है.

आम महोत्सव का आयोजन (ETV BHARAT)

महोत्सव में कार्बाइड मुक्त आम

किसानों को आम की बागवानी करने के लिए नाबार्ड संस्था के द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसी के मद्देनजर राजधानी के शहीद चौक स्थित आम महोत्सव का आयोजन किया गया. शहीद चौक स्थित झारखंड राज्य सहकारी बैंक परिसर में आम महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें कई तरह के आम की बिक्री हो रही है. महोत्सव के स्टॉल में लगे आम्रपाली, मलिका, हिमसागर, मालदा और दशहरी आम को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. आम खरीदने पहुंचे ग्राहकों ने कहा कि आम महोत्सव में मिलने वाले आम बिना कार्बाइड के पकाए गए हैं. इससे बाजार में मिलने वाले आम की तुलना में यह आम सेहत के लिए काफी लाभदायक है.

स्टॉल लगाने से बिचौलियों से मिला छुटकारा: व्यापारी

नाबार्ड के कर्मचारी शाहबाज आलम बताते हैं कि नाबार्ड की तरफ से आयोजित की गई यह आम महोत्सव से किसानों को सीधा लाभ पहुंच रहा है. किसानों को एक बेहतर मार्केट मिले, इसके लिए नाबार्ड हर साल इस तरह के महोत्सव का आयोजन करते आई है. वहीं, महोत्सव में अपना स्टॉल लगाने आए विनय सिंह बताते हैं कि आम महोत्सव में उनका कारोबार दोगुना से तीन गुना तक हो रहा है. यहां स्टॉल लगाने से उन्हें बिचौलियों से छुटकारा मिल गया है. एक समय था जब पूरे बागान के आम पर उन्हें मुश्किल से तीस से पैंतीस हजार रुपए की आमदनी होती थी, लेकिन स्टॉल लगाने से अब उनकी आमदनी एक लाख से डेढ़ लाख रुपए हो गई है.

हर साल बेहतर बाजार उपलब्ध कराने का मिला आश्वासन: नाबार्ड

तीन दिवसीय आम महोत्सव में ग्राहक ज्यादा से ज्यादा आम खरीद रहे हैं. पिछले दो दिनों में विभिन्न जिलों से आए व्यापारियों ने करीब 100 क्विंटल आम की बिक्री की है. गौरतलब है कि झारखंड के किसानों को बेहतर बाजार देने के लिए नाबार्ड का यह प्रयास सराहनीय है. नाबार्ड के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने किसानों की समस्याओं को जाना और उन्हें हर वर्ष बेहतर मार्केट उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया. झारखंड राज्य सहकारी बैंक की प्रदेश अध्यक्ष विभा सिंह ने भी किसानों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए नाबार्ड की तरफ से और भी बेहतर योजनाओं को लाने की बात कही है.

ये भी पढ़ें: गोपीनाथपुर गांव में शांति सद्भावना समिति की बैठक, एसडीपीओ ने लिया जायजा

ये भी पढ़ें: बाबूलाल के नेतृत्व में झारखंड में विधानसभा चुनाव लड़ेगी बीजेपी, क्या एक पत्रकार होगा सीएम चेहरा?

रांची: गर्मी का मौसम आते ही आम की बिक्री शुरू हो जाती है. फलों का राजा होने की वजह से लोग आम फल को खूब पसंद करते हैं. जून-जुलाई के महीने में सबसे ज्यादा बिकने वाला फल भी आम ही होता है. पहले झारखंड में आम बाहरी राज्यों से आते थे और लोग यहां के बाजार से खरीदकर उनका आनंद लेते थे. लेकिन धीरे-धीरे अब झारखंड में भी आम की बागवानी बृहद स्तर पर होने लगी है, जिसमें कई संस्थाओं का भरपूर सहयोग मिलता है.

आम महोत्सव का आयोजन (ETV BHARAT)

महोत्सव में कार्बाइड मुक्त आम

किसानों को आम की बागवानी करने के लिए नाबार्ड संस्था के द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसी के मद्देनजर राजधानी के शहीद चौक स्थित आम महोत्सव का आयोजन किया गया. शहीद चौक स्थित झारखंड राज्य सहकारी बैंक परिसर में आम महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें कई तरह के आम की बिक्री हो रही है. महोत्सव के स्टॉल में लगे आम्रपाली, मलिका, हिमसागर, मालदा और दशहरी आम को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. आम खरीदने पहुंचे ग्राहकों ने कहा कि आम महोत्सव में मिलने वाले आम बिना कार्बाइड के पकाए गए हैं. इससे बाजार में मिलने वाले आम की तुलना में यह आम सेहत के लिए काफी लाभदायक है.

स्टॉल लगाने से बिचौलियों से मिला छुटकारा: व्यापारी

नाबार्ड के कर्मचारी शाहबाज आलम बताते हैं कि नाबार्ड की तरफ से आयोजित की गई यह आम महोत्सव से किसानों को सीधा लाभ पहुंच रहा है. किसानों को एक बेहतर मार्केट मिले, इसके लिए नाबार्ड हर साल इस तरह के महोत्सव का आयोजन करते आई है. वहीं, महोत्सव में अपना स्टॉल लगाने आए विनय सिंह बताते हैं कि आम महोत्सव में उनका कारोबार दोगुना से तीन गुना तक हो रहा है. यहां स्टॉल लगाने से उन्हें बिचौलियों से छुटकारा मिल गया है. एक समय था जब पूरे बागान के आम पर उन्हें मुश्किल से तीस से पैंतीस हजार रुपए की आमदनी होती थी, लेकिन स्टॉल लगाने से अब उनकी आमदनी एक लाख से डेढ़ लाख रुपए हो गई है.

हर साल बेहतर बाजार उपलब्ध कराने का मिला आश्वासन: नाबार्ड

तीन दिवसीय आम महोत्सव में ग्राहक ज्यादा से ज्यादा आम खरीद रहे हैं. पिछले दो दिनों में विभिन्न जिलों से आए व्यापारियों ने करीब 100 क्विंटल आम की बिक्री की है. गौरतलब है कि झारखंड के किसानों को बेहतर बाजार देने के लिए नाबार्ड का यह प्रयास सराहनीय है. नाबार्ड के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने किसानों की समस्याओं को जाना और उन्हें हर वर्ष बेहतर मार्केट उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया. झारखंड राज्य सहकारी बैंक की प्रदेश अध्यक्ष विभा सिंह ने भी किसानों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए नाबार्ड की तरफ से और भी बेहतर योजनाओं को लाने की बात कही है.

ये भी पढ़ें: गोपीनाथपुर गांव में शांति सद्भावना समिति की बैठक, एसडीपीओ ने लिया जायजा

ये भी पढ़ें: बाबूलाल के नेतृत्व में झारखंड में विधानसभा चुनाव लड़ेगी बीजेपी, क्या एक पत्रकार होगा सीएम चेहरा?

Last Updated : Jun 23, 2024, 7:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.