गौरेला पेंड्रा मरवाही: धान खरीदी केंद्रों पर पहुंचे किसान धान बेचने के लिए परेशान हैं. घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद उनके धान की तुलाई हो पा रही है. किसानों का आरोप है कि खरीदी केंद्र तक उनकी गाड़ी नहीं पहुंच पा रही है. किसानों का कहना है कि जिन बोरों में धान रखा गया है उनकी सिलाई का काम अबतक पूरा नहीं हुआ है. बोरों की स्टेकिंग भी नहीं हुई है. किसानों का आरोप है कि खरीदी केंद्र के प्रभारियों की लापरवाही का नतीजा उनको भुगतना पड़ रहा है.
धान खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्था: कुछ किसानों का आरोप है कि पुराने धान को भी खरीदी केंद्रों पर खपाया जा रहा है. जीपीएम में किसानों से धान खरीदी के लिए कुल 20 केंद्र बनाए गए हैं. किसानों का कहना है कि ज्यादातर खरीदी केंद्रों पर किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि सुबह 8 बजे किसान धान लेकर आता है पर रात 8 बजे तक धान बेचकर नहीं जा पाता.
बड़ी मुश्किल से धान लेकर हम खरीदी केंद्र के भीतर तक पहुंचे हैं. यहां की व्यवस्था काफी खराब है. पूरे दिन से मैं यहां खड़ा हूं. अभी तक धान नहीं लिया जा सका है. खाना तक नहीं नसीब हुआ. :विकास कुमार, किसान
इस बार धान बेचने में बड़ी दिक्कत आ रही है. पिछली बार इतनी मुश्किल नहीं आई थी. :मनु, किसान
मजदूर नहीं मिलने के चलते दिक्कतें आ रही हैं. जल्द ही दिक्कतों को दूर कर लिया जाएगा. :मोहसिन खान, खरीदी केंद्र प्रभारी
थोड़ी अव्यवस्था तो है पर हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द उसका समाधान किया जाए. :आशीष पांडेय, फ़ूड इंस्पेक्टर
एक दूसरे पर फोड़ रहे ठीकरा: धान खरीदी केंद्र प्रभारी पूरी व्यवस्था के लिए मजदूरों पर ठीकरा फोड़ रहे हैं. खाद्य निरीक्षक ने जरुर ये दावा किया है कि जल्द से जल्द व्यवस्था को सुधार लिया जाएगा. पूरी जानकारी आला अफसरों को भेज दी गई है. जल्द से जल्द सब कुछ ठीक कर लिया जाएगा.