जींद: शंभू बॉर्डर पर किसानों के खिलाफ की गई कार्रवाई का हरियाणा में भी विरोध हो रहा है. किसान संगठन जनता सरकार मोर्चा के आह्वान पर शनिवार को संगीन धारा लगाकर गिरफ्तार किए गए किसान नेताओं समेत सभी को रिहा करने को लेकर प्रदर्शन किया गया. किसानों ने उनके ऊपर लगाये गये मुकदमों को रद्द करने की मांग की.
किसानों ने लघु सचिवालय में रोष प्रदर्शन किया और अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा. किसानों ने जिला प्रशासन को सोमवार तक का अल्टीमेटम दिया है. रविवार को खटकड़ टोल प्लाजा पर धरना देने, उसे फ्री करवाने ओर सोमवार को बड़ा कदम उठाने की चेतावनी दी गई.
किसान संगठन जनता सरकार मोर्चा के आह्वान पर शनिवार को किसान लघु सचिवालय के बाहर भारतीय किसान संर्घष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंसर के नेतृत्व में एकजुट हुए. उन्होंने कहा कि सरकार के साथ किसानों तरफ से बातचीत में शामिल किसान नेता गांव कथूरा निवासी अक्षय नरवाल, उनके साथी गांव मदीना निवासी प्रवीण, गांव कोयल निवासी वीरेंद्र को गढ़ी थाना पुलिस ने संगीन धारा लगा कर जेल में डाल दिया है.
किसानों ने कहा कि गिरफ्तार किए गये लोगों ने कोई हिंसक कदम नहीं उठाया. रविवार को खटकड़ टोल प्लाजा पर किसान संगठनो के साथ मिलकर धरना शुरू किया जाएगा और टोल को भी फ्री करवाया जाएगा. सोमवार तक तीनों को जेल से रिहा नहीं किया जाता और दर्ज मुकदमों को रद्द नहीं किया जाता तो किसान संगठनों के साथ मिलकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा.
रविवार को हिसार के खेड़ी चौपटा से किसानों के ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर खटकड़ टोल प्लाजा पर पहुंचने का आह्वान किया गया था. जिसके बाद सभी कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और मांगों से संबंधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा.
ये भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2024: जानें फरीदाबाद की जनता का क्या है मूड
ये भी पढ़ें- हरियाणा के शहरों में किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च, नारेबाज़ी कर शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों का किया समर्थन