मुजफ्फरपुर: आमतौर पर फूल गोभी सफेद रंग का होता है, लेकिन बिहार के मुजफ्फरपुर में रंग-बिरंगी गोभी की खेती की जा रही है. दरअसल जिले के बोचहा प्रखंड के रहने वाले किसान राजू कुमार चौधरी सफेद, नीला, हरा, बैगनी, पीला और नारंगी समेत अन्य रंगों के गोभी उपजा रहे हैं. राजू को दो बार बेस्ट एग्रीकल्चर परफॉर्मेंस अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है.
रंग-बिरंगी गोभी की खेती: किसान राजू कुमार चौधरी वर्तमान में बोचहा प्रखंड अध्यक्ष भी हैं. वह अपने गांव चखेलाल में गोभी की खेती करते हैं. इससे उनको सालाना 15 लाख रुपये से अधिक की कमाई होती है. राजू बताते हैं कि वे 4 बीघा में गोभी की खेती करते हैं. उनकी मानें, तो पारंपरिक फसलों की तुलना में रंगीन गोभी की खेती में कई गुना ज्यादा मुनाफा है.
गोभी से होती है मोटी कमाई: राजू बताते हैं कि सफेद गोभी के मुकाबले रंग-बिरंगी गोभी एक ऐसी सब्जी है, जिसकी खेती करने पर मोटी कमाई होती है. इसमें लागत भी आती है, लेकिन यह बाजारों में महंगी बिकती है. वे बताते हैं कि अगर सफेद गोभी में 300 रुपए खर्च होते है, तो अन्य रंगीन गोभी पर 1300 रुपए खर्च होता है. जिस वजह से यह मार्केट में काफी महंगा बिकता है.
"सफेद गोभी एक प्रकार की नगदी फसल है, इसकी खेती में लागत भी काफी कम है. जबकि, दूसरे गोभी में लागत ज्यादा है. मैनें 8 किस्म की गोभी खेती कर रखी है. इसमें नीला, पीला, हरा, सफेद, नारंगी, बैगनी, डार्क ब्लू और हलका ब्लू शामिल है. फिलहाल, तीन रंग के गोभी तैयार हैं. व्होलसेल में भी यह महंगे में बिक जाता है."- राजू कुमार चौधरी, किसान
रंग-बिरंगी गोभी की कीमत ज्यादा: उन्होंने बताया कि करीब 80 रुपए किलो के हिसाब से वे व्होलसेल में रंग-बिरंगी गोभी को बेच देते हैं. मार्केट में जाते ही इसका रेट बढ़ जाती है. यह 100 रुपए से लेकर 120 रुपए तक किलो बिकता है. साथ ही, खाने में इसका स्वाद भी काफी अच्छा होता है. इसका स्वाद पनीर और मशरूम की तरह लगता है.
बेस्ट्र एग्रीकल्चर परफॉर्मेंस अवॉर्ड का मिला सम्मान: बता दें कि राजू ने इंटर तक की पढ़ाई की है. इसके बाद एग्रीकल्चर में मास्टर ट्रेनर भी रहे हैं. वर्ष 2002 में मुख्यमंत्री और 2016 में प्रधानमंत्री ने बेस्ट एग्रीकल्चर परफॉर्मेंस अवॉर्ड से नवाजा था. उन्होंने बताया की कलरफुल गोभी में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, जिंक और रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है. व्हाइट में करीब तीन प्रतिशत विटामिन होती है, जबकि कलर में 60 प्रतिशत से अधिक विटामिन की मात्रा होती है.
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