झांसी : जिले में मंगलवार सुबह हुई बारिश और ओलावृष्टि फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. दूसरी तरफ एक किसान फसल की बर्बादी का सदमा नहीं झेल सका और उसने खेत में ही दम तोड़ दिया. बताते हैं कि किसान ने बेटी की शादी तय की थी और इस साल की फसल से उसे बहुत उम्मीदें थीं.
बुंदेलखंड का ज्यादातर इलाका कृषि पर ही निर्भर रहता है और यहां के किसान फसल बेचकर ही घर-परिवार का पोषण करते हैं. फसल से ही बच्चों की पढ़ाई और शादी में खर्च का इंतजाम करते हैं. हर वर्ष बुंदेलखंड में किसानों को कभी सुखा तो कभी असमय बारिश या ओलावृष्टि से नुकसान का सामना करना पड़ता है. जिस कारण किसानों के आत्महत्या करने की घटनाएं सामने आती रहती हैं. मंगलवार को सुबह से अलग-अलग इलाकों में बारिश और ओले गिरने शुरू हो गए. झांसी के चिरगांव रामनगर रोड निवासी किसान राजीव शर्मा की 26 बीघा खेती है. ओलावृष्टि ने राजीव की खेती को काफी नुकसान पहुंचाया.
खराब फसल देख खेत पर ही तोड़ा दम
संबंधी महेंद्र शर्मा ने बताया कि राजीव जब पूजा कर घर लौट रहे थे, तब किसी ने उनको ओलावृष्टि से फसल खराब होने की जानकारी दी. जैसे ही वह खेत पर पहुंचे उन्होंने फसल को ओला वृष्टि से गिरे हुए देखा. इसके बाद वहीं अचेत होकर गिर पड़े. खेत पर मौजूद कुछ लोगों ने इसकी सूचना घरवालों को दी. राजीव को लेकर घरवाले चिरगांव स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां से उन्हें झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया. मेडिकल पहुंचते ही डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया गया.
बेटी की शादी के संजोये थे अरमान
महेंद्र शर्मा ने बताया कि राजीव की दो बेटियां हैं. फसल बेचकर शादी करने की तैयारी थी. फसल नष्ट देखकर वह परेशान हो गए. इसी कारण खेत पर ही उनको दिल का दौरा पड़ा और वे अचेत होकर गिर गए. बाद में उनकी मौत हो गई. मेडिकल पुलिस चौकी द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया है. राजीव की मौत से परिवार में कोहराम मचा है.