हरिद्वार: बीते रविवार को हरिद्वार वन प्रभाग के सज्जनपुर पीली में एक हाथी की करंट लगने से मौत हो गयी थी. शुरुआत में इस घटना के पीछे गांव की ओर जा रहे बिजली के तारों को कारण माना गया था. मगर वन महकमे की टीम ने जब धरातल पर इस मामले की जांच शुरू की, तो कहानी कुछ और ही निकली. वन महकमे के अधिकारियों के अनुसार राजकुमार नाम के किसान ने अपनी फसल बचाने के लिए खेत में करंट लगाया था. उसी बिजली की तार के चपेट में आकर इस 45 वर्षीय गजराज की मौत हो गई थी. इस प्रकरण में राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है.
हाथी की मौत मामले में किसान अरेस्ट: करंट लगने से हाथी की मौत बहुत ही गंभीर प्रकरण है. इस हाथी की मौत ने कई सवाल खड़े किए हैं. इसी क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व एक किसान हाथी के द्वारा मारा गया था. पूर्व में भी कई किसान मानव वन्यजीव संघर्ष में और हाथी करंट से मारे जा चुके हैं.
किसान ने खेत में छोड़ा था करंट: हरिद्वार के डीएफओ वैभव सिंह ने बताया की हरिद्वार में रविवार की रात हुई जंगली हाथी की मौत किसान द्वारा खेत में करंट छोड़ने से हुई थी. जांच के बाद वन विभाग ने आरोपी के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. रविवार की रात 45 साल के नर हाथी की करंट लगने से आकर मौत हो गई थी.
डीएफओ ने क्या कहा: फॉरेस्ट रेंज श्यामपुर के सज्जनपुर पीली गांव में हुए हादसे के बाद डिपार्टमेंट हर एंगल पर जांच कर रहा था. डीएफओ वैभव कुमार सिंह ने जानकारी दी कि जांच में किसान रामकुमार ने खेत में जंगली जानवरों को आने से रोकने के लिए करंट फैलाया गया था. करंट की चपेट में आकर हाथी की मौत हो गई.
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