फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में नोएडा के लोगों को मंझावली पुल के तौर पर बड़ी सौगात मिलने वाली है. 26 जनवरी 2025 को आम जनता के लिए मंझावली पुल को खोल दिया जाएगा. पुल के खुल जाने से जहां फरीदाबाद के लोगों को आने-जाने में सहूलियत मिलेगी. तो वहीं नोएडा से भी लोग फरीदाबाद बड़े आसानी के साथ आ जा सकेंगे. इस पुल के निर्माण से जहां दो जिले ही नहीं बल्कि दो राज्यों को बड़ी सहूलियत मिलने वाली है, इस पर आवाजाही शुरू हो जाने से करीब 1 घंटे का सफर 10 मिनट में किया जा सकेगा और लगभग 25 किलोमीटर का सफर बच जाएगा. मंझावली पुल ग्रेटर फरीदाबाद से नोएडा सेक्टर 37 को जोड़ेगी.
लोगों को मिलेगी सुविधा: इस पुल को एक ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर भी देखा जा रहा है और राज्य मंत्री राजेश नागर के विधानसभा क्षेत्र में बने इस पुल तिगांव विधानसभा क्षेत्र में ही नहीं बल्कि फरीदाबाद का एक बड़ा प्रोजेक्ट है. इसे पूरा हो जाने से लोग लाखों लोगों को इसकी सुविधा मिलने वाली है. यही वजह है कि राज्य मंत्री राजेश नागर खुद भी अधिकारियों के टच में हैं और 26 जनवरी को जनता को समर्पित करने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं. पुल के निर्माण को लेकर राज्य मंत्री राजेश नागर ने कहा कि 26 जनवरी तक यह पुल पूरी तरह से आवागमन के लिए तैयार हो जाएगा. राजेश नागर ने उनके निर्माण कार्य का दौरा किया और निर्माण में आ रही देरी के कारणों को जाना.
अंतिम चरण में निर्माण कार्य: उन्होंने अधिकारियों से पता किया कि इसमें कहां क्या दिक्कत आ रही है. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार अब यह निर्माण अंतिम चरण में है और अगले महीने 26 जनवरी तक आवागमन के लिए दोनों लाइन खोल दी जाएंगी. नोएडा की तरफ उतारने का काम फाइनल स्टेज पर है. राजेश नागर ने कहा कि निर्माण कार्य में कई वजह से देरी हुई है. जिसमें एनजीटी द्वारा समय-समय पर लगाई गई रोक और यमुना में बाढ़ के कारण शामिल हैं. उन्होंने कहा कि हमने अधिकारियों को यह भी कहा है कि यदि ठेकेदार या किसी अन्य की कोई कमी पाई जाए, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
'ड्रीम प्रोजेक्ट है पुल निर्माण': राजेश नागर ने बताया कि यह पुल उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है, उनकी विधानसभा का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है. जिससे दो शहर नहीं बल्कि दो राज्य आपस में मिलने जा रहे हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि निर्माण में देरी की एक वजह जनसंख्या के अनुपात में पुल निर्माण के डिजाइन में बदलाव करना भी रहा है. जिसके अंतर्गत पुल की ऊंचाई और चौड़ाई दोनों में बढ़ोतरी की गई है. एक बार तो निर्माण होने के बाद पिलर तोड़े गए हैं और दोबारा बनाए गए हैं. इसमें समय और पैसे दोनों का खर्च बढ़ा है. लेकिन इसके बन जाने के बाद अगले कई दशकों तक लाखों लोग इसका लाभ ले पाएंगे. वहीं, फरीदाबाद और नोएडा के बीच की दूरी सिमट जाएगी.
2014 में रखी थी पुल की आधारशिला: आपको बता दें 122 करोड़ की लागत से 630 मीटर लम्बा और चार लाइन के इस पुल की आधारशिला 15 अगस्त 2014 को केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रखा था. इसके बाद 2018 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था. इसके बाद कोरोना के चलते इसका निर्माण बंद कर दिया गया था. मंझावली पुल के साथ 24 किलोमीटर की परियोजना जिसमें फरीदाबाद में 20 किलोमीटर लंबी और यूपी में 4 किलोमीटर लंबी सड़क का काम अब लगभग पूरा होने वाला है और 26 जनवरी को मंझावली पुल जनता को समर्पित कर दिया जाएगा.
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