अजमेर : जगत पिता ब्रह्मा की नगरी पुष्कर की पवित्र धरा से लेकर पूरे विश्व में कालबेलिया नृत्य का डंका बजाने वाली प्रसिद्ध नृत्यांगना पद्मश्री गुलाबो ने अपनी बेटियों और शिष्यों के साथ पुष्कर मेले में अपनी कला का प्रदर्शन किया. अपनी जन्मभूमि पुष्कर के मेले में गुलाबो कई बार अपनी नृत्या कला की प्रस्तुति दे चुकी हैं, लेकिन बढ़ती उम्र के साथ भी अपनी पारंपरिक कला से जुड़ाव और अपनी मिट्टी से प्यार आज भी पहले जैसा ही है.
कालबेलिया नृत्यांगना गुलाबो को देखने के लिए पुष्कर के मेला मैदान में बड़ी संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक मौजूद रहे. गुलाबो की मंच पर प्रस्तुति से पहले राजस्थान के कई लोक कलाकारों ने नृत्य की प्रस्तुत दी. वहीं, कई लोक कलाकारों ने लोक वाद्य यंत्रों के वादन से उपस्थित लोगों का मन मोह लिया. कार्यक्रम के अंत में प्रसिद्ध कालबेलिया नृत्यांगना गुलाबो ने शानदार शुरुआत की. कालबेलिया नृत्य में उनकी भाव भागिमा और संगीत के साथ उनका सामंजस्य आज भी बरकरार है. मंच पर उन्हें मग्न होकर नाचता देख लोग अपनी जगह से खड़े हो गए और एक टक गुलाबो के नृत्य प्रदर्शन को देखते रहे. गुलाबो के साथ उनकी बेटियां और शिष्यों ने शानदार प्रस्तुति दी.
दो दिन पवित्र सरोवर में होगा महास्नान : पुष्कर में धार्मिक मेला एकादशी से शुरू हो गया है. कार्तिक शुक्ल की एकादशी से पूर्णिया तक पंच तीर्थ स्थान का विशेष महत्व है. देश के कोने-कोने से तीर्थ यात्री पंच तीर्थ स्थान के लिए पुष्कर आ रहे हैं. वहीं, बड़ी संख्या में साधु संत और महंत का भी पुष्कर में जमावड़ा लगा हुआ है. 14 और 15 नवंबर को दो दिन पुष्कर सरोवर में महास्नान का कार्यक्रम रहेगा. 15 नवंबर को पुष्कर धार्मिक मेला और पुष्कर पशु मेले का विधिवत समापन होगा.