बाड़मेर. जिले में एक निजी कंपनी में कार्यरत कार्मिक की हादसे में मौत के मामले में आक्रोशित परिजन और समाज के लोग आर्थिक मुआवजा सहित विभिन्न मांगों को लेकर पिछले 24 घंटे से जिला अस्पताल की मोर्चरी में धरने पर बैठे हुए हैं. गुरुवार रात को शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी , पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष स्वरूप सिंह खारा , राजेन्द्र सिंह भियाड़ धरनास्थल पर पहुंचे. वहीं उपाधीक्षक रमेश कुमार शर्मा और उपखंड अधिकारी विरमाराम भी मौके पर पहुंचे. कंपनी के अधिकारियों और परिजनों के बीच वार्ता हुई लेकिन सहमति नहीं बनने के चलते धरना जारी है.
पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष स्वरूप सिंह खारा ने बताया कि जालीपा निवासी 22 वर्षीय अवतारसिंह जो कि नागाणा में पिछले चार साल से कंपनी में कार्यरत था. बुधवार रात को ड्यूटी के लौटते समय मृत्यु हो गई. इसी कारण शव मोर्चरी में पड़ा है ओर बड़ी संख्या में लोग यहां धरने पर बैठे हैं. उन्होंने बताया कि घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और अवतार सिंह के 6 माह की एक मासूम बेटी है. पूरा परिवार आर्थिक रूप से अवतार सिंह पर ही निर्भर था. उन्होंने बताया कि इस मामले में प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत की है. कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. परिजनों ने मांग है कि मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए. परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी दी जाए. मांगे नहीं मानी तो आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा.
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बाड़मेर उपखंड अधिकारी वीरमाराम ने बताया कि यहां पर जो परिजन बैठे है उनकी मुख्य मांग है कि मृतक निजी कंपनी में काम करता था ऐसे में कंपनी के मार्फत आर्थिक मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाई जाए. उन्होंने बताया कि परिजनों की मुख्य मांगों पर कंपनी की ओर से विचार किया जा रहा है.
बता दे कि अवतार सिंह बुधवार रात को निजी कंपनी में ड्यूटी करने के बाद नागाणा से अपने घर लौटते समय मायानाड़ी के निकट यह हादसा हो गया. परिजनों का आरोप हैकि इस हादसे में कंपनी की लापरवाही रही है. नियमानुसार रात के समय कार्मिक को घर पहुंचाने की व्यवस्था करना कंपनी की जिम्मेदारी थी, लेकिन उसने लापरवाही बरती गई. ऐसे में इस बात से आक्रोशित परिजन ओर समाज के लोग विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार सुबह से बाड़मेर जिला अस्पताल की मोर्चरी में धरने पर बैठे हुए हैं.