मुंगेली :यूपीएससी सिविल परीक्षा में पास होना अपने आप में बड़े गर्व की बात होती है.कड़ी मेहनत और लगन के बूते ही इस परीक्षा में सफलता हासिल की जा सकती है.इस परीक्षा में पास होने की खुशी वही महसूस कर सकता है जिसने दिन रात एक करके यूपीएससी एग्जाम में झंडा बुलंद किया हो.लेकिन समाज में कुछ ऐसे लोग भी हैं,जिनके लिए किसी की मेहनत और कामयाबी कुछ भी नहीं.तभी तो दूसरे के नाम पर वाहवाही और शाबाशी लेने से भी ये लोग पीछे नहीं हटते. ऐसा ही एक मामला मुंगेली में सामने आया.जहां सुरीघाट में रहने वाले एक युवक ने हमनाम का सिलेक्शन होने पर ये अफवाह फैलाई कि उसका सिलेक्शन यूपीएससी में हो गया है. बस फिर क्या था, जिले का प्रशासनिक अमला युवक के आवभगत में लग गया.
क्या है पूरा मामला ?: बीते दिन यूपीएससी की फाइनल रिजल्ट जारी हुआ.इसमें 120वां रैंक मनोज कुमार का है.इस नाम का फायदा मुंगेली के सुरीघाट निवासी मनोज पटेल ने उठाया.मनोज ने अपने दोस्त श्रवण कुमार और राजेंद्र साहू की मदद से ये खबर फैलाई कि उसका चयन यूपीएससी में हुआ है.इसकी जानकारी तहसीलदार को दी गई.तहसीलदार ने जब क्षेत्र की पटवारी से कंफर्म किया तो पता चला कि युवक सुरीघाट में रहता है. तहसीलदार ने युवक से जब बात की तो मनोज ने कलेक्टर से मिलने की इच्छा जताई. जिस पर तहसीलदार ने मनोज को कलेक्टर समेत अन्य अफसरों से मिलवाया. लेकिन इसी दौरान मनोज ने कलेक्टर से पूछा कि क्या उसे इनाम मिलेगा. मनोज की इस बात से कलेक्टर को शक हुआ.जिस उन्होंने मनोज का एडमिट कार्ड मांगा.जिस पर युवक ने गोलमोल जवाब दिया.
एडमिट कार्ड मांगने पर खुल गई पोल : युवक की बातों से जब कलेक्टर का शक और गहरा हुआ तो उन्होंने तहसीलदार समेत एक अन्य अफसर को युवक के घर भेजा,ताकि एडमिट कार्ड से सच्चाई सामने लाई जा सके.इस दौरान मीडियाकर्मी भी साथ में थे. लेकिन जैसे ही युवक अपने घर पहुंचा तो उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया. दो घंटे तक एडमिट कार्ड खोजने का बहाना करने के बाद युवक ने झूठी अफवाह फैलाकर इनाम लेने की बात स्वीकार कर ली. इसकी जानकारी होने पर कलेक्टर ने तहसीलदार को घटना की शिकायत थाने में करने को कहा. तहसीलदार की शिकायत पर पुलिस ने धारा 419, 34 के तहत मामला दर्ज कर मनोज कुमार पटेल , उसके साथी श्रवण और राजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है.