अजमेर. अजमेर में दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में ब्लाक ए और बी की कांग्रेस कार्यकारिणी को भंग करने से गुटबाजी उभर गई है. ब्लॉक अध्यक्षों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष द्रौपदी कोली पर गुटबाजी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि द्रोपदी की शिकायत पर ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी(पीसीसी) ने ब्लॉक कार्यकारिणी को भंग किया है. नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने द्रौपदी से नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ने की भी मांग की.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्षद नरेश सत्यावना ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्रवाई से निष्ठावान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है. ब्लॉक कांग्रेस की कार्यकारणी भंग करके क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ कुठाराघात किया गया है. सत्यावना ने आरोप लगाया कि अजमेर दक्षिण से कांग्रेस की प्रत्याशी रही द्रौपदी कोली की ओर से पीसीसी में बार-बार द्वेषता पूर्वक शिकायत दी गई थी. कोली की शिकायत के आधार पर ही कार्रवाई की गई है. सत्यावना ने आरोप लगाया कि द्रौपदी का व्यवहार कांग्रेस के किसी भी पार्षद के साथ ठीक नहीं रहा.
चंदा वसूलने में रही द्रोपदी कोली: सत्यावना ने आरोप लगाया कि द्रौपदी कोली ने खुद के चुनाव में भी काम नहीं किया.वे केवल चंदा वसूलने में लगी हुई थी और अब अपनी हार का ठीकरा कार्यकर्ताओं के सिर फोड़ कर पीसीसी को शिकायत की है. सत्यावना का यह भी आरोप है कि द्रोपदी कोली नगर निगम में कांग्रेस की प्रतिपक्ष नेता है, उसके बावजूद भी वह कांग्रेस के पार्षदों के साथ जन समस्याओं को लेकर कोई काम नहीं करती. उन्होंने कहा कि द्रौपदी कोली नगर निगम में प्रतिपक्ष नेता हैं. उन्हें अपने पद का खुद त्याग कर देना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि ब्लॉक कांग्रेस कार्यकारिणी भंग करने के खिलाफ कांग्रेस के महासचिव सचिन पायलट और प्रदेश कांग्रेस कार्यालय को भी शिकायत की जाएगी.
पायलट खेमे के कार्यकर्ताओं पर हुई कार्रवाई: अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से ब्लॉक अध्यक्ष निर्मल बेरवाल ने आरोप लगाया कि पीसीसी ने पायलट खेमे के कार्यकर्ताओं पर ही द्वेषता पूर्वक कार्रवाई की है, जबकि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को प्रदेश में कई जगह पर हार का सामना करना पड़ा था. उसके बावजूद अजमेर दक्षिण क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के खिलाफ ही क्यों कार्रवाई की गई. बेहरवाल ने कहा कि एक व्यक्ति के कहने पर ब्लॉक की कार्यकारिणी को भंग किया जाना गलत है. उन्होंने कहा कि हार के बाद द्रौपदी कोहली 6 महीने में कई बार पीसीसी को शिकायत कर चुकी है.
अजमेर कांग्रेस में गुटबाजी है बारहमासी: अजमेर कांग्रेस में गुटबाजी बारहमासी है.इस बार गुट बाजी अजमेर दक्षिण क्षेत्र से उभरकर सामने आई है. हाल ही में अजमेर दक्षिण क्षेत्र की ब्लाक कार्यकारिणी पीसीसी ने भंग की है. हालांकि, पीएससी ने कारण स्पष्ट नहीं किया है. बता दें कि अजमेर दक्षिण क्षेत्र के A और B ब्लॉक की कार्यकारणी सचिन पायलट के पीएससी अध्यक्ष के रहते हुए बनी थी. अजमेर में शहर और देहात अध्यक्ष भी अभी तक सचिन पायलट के लगाए हुए ही हैं, लेकिन इस बार अजमेर दक्षिण क्षेत्र से टिकट सचिन पायलट के समर्थक को मिलने के बजाय पूर्व सीएम अशोक गहलोत के गुट से द्रोपदी कोली को मिला था. बता दें कि 2014 और 2018 में पायलट समर्थक उद्योगपति हेमंत भाटी को अजमेर दक्षिण से कांग्रेस ने टिकट दिया था, लेकिन भाटी दोनों चुनाव हार गए. तीसरी बार भी हेमंत भाटी ने टिकट की डिमांड की थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला.