कोंडागांव: जिले में छेड़छाड़ या दुष्कर्म के केस में फंसाने और ब्लेकमेल करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. आरोपियों ने 03 मार्च 2024 को प्रार्थी बैजूराम नेताम निवासी बफना को धमका कर ₹80 हजार रूपये मांगा. जिसके बाद प्रार्थी ने डरकर ₹60 हजार रूपये दे दिया, तब जाकर उसे छोड़ा गया. ऐसे ही 06 मार्च को भी प्रार्थी भोजूराम निवासी मुलमला को फंसाया गया और उससे नगदी 15,500/ रूपये, मोबाईल और बाइक को आरोपियों ने अपने पास रख लिया. दोनों पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की है.
गिरोह के 05 आरोपी गिरफ्तार: पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोग राह चलते राहगीरों से पहले तो लिफ्ट मांगते हैं और फिर उन्हें कुछ दूर जाकर गाड़ी रुकवाकर उनसे पैसे की डिमांड करते हैं. इस दौरान मौके पर पहले से ही लिफ्ट मांगने वाली के साथी इंतजार करते बैठे रहते हैं. पैसे नहीं देने पर दुष्कर्म केस में फंसाने की धमकी देकर डराते-धमकाते हैं. इस तरह वाहन चालक से गिरोह रकम वसूली करता है. इस सूचना पर कोंडागांव पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपियों पकड़ने जाल फैलाया, जिसमें पुलिस को सफलता मिली है. पुलिस ने गिरोह के 05 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जबकि 01 आरोपी फरार है, जिसकी पतासाजी पुलिस कर रही है.
गिरोह के 05 आरोपी गिरफ्तार: कोंडागांव SDOP निमितेश सिंह परिहार ने बताया, "षडयंत्र कर दुष्कर्म केस में फंसाने का डर दिखाकर पैसा उगाही करने वाले गिरोह की सूचना पुलिस को मिली. जिस पर जांच की गई और कार्रवाई करते हुए 05 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है."
लगातार सूचना मिल रही थी कि कुछ लोगों का गिरोह क्षेत्र में राहगीरों को छेड़छाड़-दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देकर उनसे पैसे की उगाही कर रहे हैं. जिस पर पुलिस ने 6 लोगों के इस गिरोह में से 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं 1 आरोपी हेमचंद पाण्डे निवासी गिरोला फरार है, जिसे पुलिस जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी. - निमितेश सिंह परिहार, SDOP, कोंडागांव
ऐसे देते थे घटना को अंजाम : आरोपियों में नंद किशोर पाण्डे(47 वर्ष) निवासी गिरोला, नवीन पाण्डे (26 वर्ष) निवासी गिरोला, हेमचंद पाण्डे निवासी गिरोला, सावित्री मरकाम (40 वर्ष) निवासी चिलपुटी, बसंत शार्दुल (46 वर्ष) निवासी बांसकोट, योगेश चक्रधारी (20 वर्ष) निवासी बांसकोट शामिल हैं. इन सभी ने मिलकर वसूली करने का प्लान बनाया था. जिसमें सावित्री मरकाम बाइक चालकों से लिफ्ट लेती, उसके बाद योजना अनुसार सावित्री जडीपारा गिरोला कच्ची रास्ता के पास लाती. जहां पहले से उसके साथी उसका इंतजार करते बैठे रहते थे. जिसके बाद बाइक चालक को दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देकर उससे पैसे उगाही की जाती थी.