जांजगीर चांपा : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस की पहली सूची जारी हुई है. इस सूची में छत्तीसगढ़ के 6 लोकसभा सीट में प्रत्याशियों का ऐलान किया गया है.सीटों में नाम के ऐलान के बाद अब कांग्रेस में टूट नजर आने लगी है. जांजगीर चांपा जिले की अकलतरा सीट के पूर्व विधायक चुन्नीलाल साहू ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. चुन्नीलाल साहू ने पीसीसी चीफ दीपक बैज को अपना इस्तीफा सौंपा है. चुन्नीलाल साहू ने इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस नेताओं पर पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाया.
क्या हैं चुन्नीलाल साहू के आरोप ?: इस्तीफे के बाद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि '' कांग्रेस में निष्ठावान कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं हो रहा है. काम करने वाले लोगों का का मूल्यांकन नहीं होता.पार्टी के नेता हारे हुए जनप्रतिनिधियों पर भरोसा जताते हैं. जो लोग चुनाव में हार चुके हैं,उन्हें फिर से मौका दिया जा रहा है.यदि कांग्रेस संगठन में इसी तरह से चलता रहेगा,तो फिर ऐसी जगह पर रहने का कोई फायदा नहीं.''
कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ी : चुन्नीलाल साहू ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी है. आपको बता दें कि चुन्नीलाल साहू विधानसभा चुनाव के समय से नाराज चल रहे थे. कांग्रेस ने इस बार विधानसभा चुनाव में उन्हें अकलतरा से टिकट नहीं दिया था.चुन्नीलाल का दावा था कि यदि पार्टी उन्हें टिकट देती तो वो चुनाव जरुर जीतते.लेकिन कांग्रेस ने चुन्नीलाल के बजाए राघवेंद्र सिंह पर भरोसा जताया.राघवेंद्र सिंह ने भी पार्टी का भरोसा कायम रखते हुए अकलतरा सीट जीती.लेकिन चुन्नीलाल का कहना था कि ये उनकी और कार्यकर्ताओं के मेहनत का परिणाम था.इसके बाद चुन्नीलाल को उम्मीद थी कि उन्हें लोकसभा प्रत्याशी बनाया जाएगा.लेकिन ऐसा हो ना सका.इसलिए चुन्नीलाल ने पार्टी छोड़ दी.