शिमला: हिमाचल प्रदेश में सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. एक बार फिर से नेता प्रतिपक्ष और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने जनता से झूठे वादे किए और 10 गारंटियां दी, लेकिन झूठ, छल और हेरफेर से सरकार नहीं चलती है. सत्ता में आने के बाद अब कांग्रेस के नेता क्यों खामोश हो गए. सरकार को बताना चाहिए कि लोगों से किए गए वादे कब पूरे होंगे.
जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने पहले झूठ का सहारा लिया और सत्ता में आने के बाद भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है. अब सरकार प्रदेश की माताओं बहनों से छल कर रही है. चुनाव में प्रदेश की 18 से 60 साल की महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपये देने की गारंटी दी, लेकिन अब सरकार बनने के बाद सिर्फ गोलमोल कर रही है. सरकार कहती है कि उसने महिलाओं को 1500 देने की गारंटी पूरी कर दी है, लेकिन यह गारंटी पूरी करना नहीं, बल्कि माताओं-बहनों के साथ छल करना है.
उन्होंने कहा कि सरकार लाहौल-स्पीति की माताओं बहनों को 1500 रुपए देने की घोषणा करके कहती है कि गारंटी पूरी हो गई. सरकार को बताना चाहिए कि प्रदेश की बाकी माताओं और बहनों का क्या दोष है? जो उन्हें यह सम्मान निधि नहीं मिल रही है. सत्ता में आने से पहले कांग्रेस के छोटे-बड़े नेताओं ने बड़ी-बड़ी बातें की. एक से एक झूठी गारंटिया दी और वादे किए, लेकिन सत्ता में आने के बाद खामोश हो गए, जैसे कांग्रेस ने चुनाव के पहले कुछ कहा ही न हो.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कांग्रेस द्वारा जनता से किए गए बड़े-बड़े वादों के बारे में बार-बार सवाल उठाने और उनकी गारंटियां पूरी करने के लिए सड़क से सदन तक दबाव बनाए, जिसके बाद सुक्खू सरकार ने प्रदेश के लोगों के साथ छल करना शुरू कर दिया. कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का एक चौथाई समय बीत जाने के बाद सरकार को अपने गारंटी की याद आई, लेकिन हर बार की तरह कांग्रेस ने यहां भी गोलमोल और हेरफेर करना शुरू कर दिया. जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के कुछ क्षेत्रों की महिलाओं को इस सम्मान निधि के लिए चुना गया, लेकिन दुख इस बात का है कि 10 हजार से कम पात्र महिलाओं की आबादी (जनगणना 2011 के अनुसार) वाले इस जिले में भी यह योजना सरकार एक बार में पूरी तरह से लागू नहीं कर पाई.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कांग्रेस ने प्रदेश में 18 से 60 वर्ष की सभी महिलाओं को यह सम्मान राशि देने की घोषणा की थी. जिनकी कुल संख्या 22 लाख से ज्यादा थी, लेकिन सरकार ने 10 हजार महिलाओं को भी यह धनराशि नहीं दी. इसके बाद मुख्यमंत्री कहते है कि हमने अपनी गारंटी पूरी कर दी. क्या इसी तरह आधे प्रतिशत से भी कम लोगों को किसी योजना में शामिल करके योजना के लक्ष्यों को पूरा करने का दावा किया जा सकता है ? कांग्रेस की इस सरकार को समझ लेना चाहिए कि सरकार झूठ, छल और आंकड़ों के हेरफेर से नहीं, बल्कि अच्छी नीयत के साथ जनता के विकास के लिए समर्पित रहने से चलाई जाती है. इसलिए सरकार झूठ और हेरफेर का सहारा लेना बंद करे.
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