रांची: चुनावी सरगर्मी का प्रभाव आज झारखंड विधानसभा में भी देखने को मिला. हंगामे की वजह से स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 1 अगस्त को 11:00 बजे तक स्थगित करनी पडी. सदन के कार्यवाही के स्थगित होने के बावजूद एनडीए के 17 विधायक वेल में जमे रहे जिनमें आजसू के लंबोदर महतो भी शामिल हैं.
दरअसल बीजेपी और उनके तमाम सहयोगी दल सुबह से सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उनके द्वारा 2019 के विधानसभा चुनाव के वक्त किए गए वादों पर जवाब की मांग कर रहे थे. जवाब नहीं मिलने की स्थिती में विधायक बैनर पोस्टर लेकर वेल तक पहुंच गए. बाद में एनडीए के सभी विधायक वही धरने पर बैठ गए, प्रतिपक्ष के नेता अमर बाउरी और कई बीजेपी के विधायकों की मांग है कि मुख्यमंत्री उन वादों पर सदन में जवाब दें जो पूरे नहीं किए जा सके हैं.
सदन के आखिरी दिन चर्चा नहीं हो पाएगी- बीजेपी
बीजेपी का कहना है की समय से दवाब आने के बाद सदन में उन मुद्दों पर चर्चा की जा सकेगी. उन्होंने विपक्ष के सवालों पर जवाब देने का आश्वासन दिया है. अगर, वह सत्र के अंतीम दिन अपना जवाब पेश करेंगे तो इसपर चर्चा नहीं हो पाएगी. लिहाजा, उनकी इस मंशा को विपक्ष पूरा नहीं होने देगा. ज्ञात हो की इसी साल के अन्त में विधानसभा चुनाव भी होना है.बीजेपी के विधायकों का कहना है की पंचम झारखंड विधानसभा का यह अंतिम सत्र है. इसका समापन 2 अगस्त को होना है, लेकिन सीएम विपक्ष के सवालों से बचना चाह रहे हैं.
सीएम ने की विधायकों से मुलाकात
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भारतीय जनता पार्टी के विधायकों से मुलाकात करने वेल में पहुंचे. जहां भारतीय जनता पार्टी के नेताओं एवं नेता प्रतिपक्ष ने अपनी मांग को उनके समक्ष रखा. वहीं मुख्यमंत्री ने विधानसभा के नियम की बात कहते हुए कहा कि उनके जवाब को लेकर वे पहले विधानसभा के अध्यक्ष से बात करेंगे, उसके बाद ही सदन के अंदर किसी तरह का जवाब देंगे. फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के सभी विधायक वेल में डटे हुए हैं.
हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित
भोजनावकाश के बाद ध्यानाकर्षण की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने व्यवस्था के तहत बताया कि सदन में सीएम द्वारा कहा गया है कि वह विपक्ष के सभी सवालों का जवाब देंगे. उन्हें सभी सवालों का जवाब आज ही देना चाहिए ताकि उस पर मुकम्मल चर्चा हो सके. यह कहते हुए भाजपा विधायक एक बड़ा बैनर लेकर वेल में आ गये. बैनर पर 2019 के चुनाव के समय झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा किए गए वादों का जिक्र था. हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने कहा कि यह सीएम का विशेषाधिकार है. लिहाजा ,स्पीकर ने विपक्ष के रुख पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें भारी मन से सभा की कार्यवाही को 1 अगस्त को 11 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ रहा है.
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