हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में 1 जून को 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होना है. प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा उपचुनाव के लिए भी नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. प्रदेश के दोनों बड़े राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस जोरों-शोरों से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. दोनों ही दलों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है. इसी कड़ी में सुजानपुर से कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन रंजीत राणा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कांग्रेस के बागी नेता एवं भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र राणा पर जमकर निशाना साधा.
क्यों थामा कांग्रेस का हाथ?
ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत के दौरान कैप्टन रंजीत राणा ने कहा कि उन्हें हमीरपुर जिले को बचाना था और मुख्यमंत्री को बचाना था. उन्होंने कहा कि हमने जब 2017 में अपना मुख्यमंत्री खोया था तो इससे पहले हमारा जिला कैसा था और हम कैसे थे. बीच हमीरपुर से ही हमारे कांग्रेस के मुख्यमंत्री बने. कैप्टन राणा ने कहा कि एमएलए और मंत्री तो कोई भी बन सकता है, लेकिन मुख्यमंत्री बनाना इतना आसान नहीं है. मुख्यमंत्री को बचाने के लिए, हमीरपुर का अस्तित्व बचाने के लिए मैंने ये कदम उठाया है.
राजेंद्र राणा पर साधा निशाना
भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र राणा को आड़े हाथों लेते हुए कैप्टन रंजीत राणा ने कहा कि लोगों के बीच गहरा रोष है कि जिसे 5 साल के लिए चुन कर भेजा, वो मात्र सवा साल में ही पार्टी तोड़ने की कगार पर आ गए. सरकार को गिराने की इन्होंने कोशिश की. उन्होंने कहा कि मेरे साथ जनता की भावनाएं जुड़ी हुई हैं, क्योंकि मैं सबके सुख और दुख में शामिल होता हूं. कैप्टन राणा ने कहा कि पूर्व विधायक अपने कामों में उलझे रहे और जनता के कामों को अनदेखा करते रहे.
सीएम सुक्खू की जमकर की तारीफ
कैप्टन रंजीत राणा ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की तारीफ करते हुए कहा कि हमारे मुख्यमंत्री बहुत ही भोले-भाले और सीधे व्यक्ति हैं. वो गरीब परिवार से निकले हैं. बच्चा-बच्चा तक उनसे मिलता है. बागी नेता पर हमला बोलते हुए कहा कि सीएम पर लगाए सारे आरोप झूठे हैं. बागी नेता ने तो पहले से ही दूसरे दल के साथ मिलकर अपनी ही सरकार को कैंची मारना शुरु कर दी थी. इनको जनता की कोई परवाह नहीं थी. इनका काम सिर्फ सरकार को गिराने का था. कैप्टन ने कहा कि इन चुनावों में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को जनता का भरपूर समर्थन मिलेगा और वो पूरे 5 साल तक सरकार चलाएंगे. कांग्रेस विधानसभा की सभी 6 सीटें जीतेगी. जनता बिकाऊ नेताओं को नहीं जिताएगी.
'पेंशन के अलावा इनकम का कोई सोर्स नहीं'
भाजपा के कैप्टन रंजीत राणा पर कांग्रेस द्वारा खरीदे जाने के आरोप पर राणा ने कहा कि वो एक फौजी हैं और उनके पास उनकी पेंशन के अलावा इनकम का कोई और सोर्स नहीं है. मेरे दिल-दिमाग में वफादारी और ईमानदारी भरी हुई है. उन्होंने कहा कि मैंने कभी अपने नेताओं के साथ धोखा नहीं किया है, पूरी मेहनत और ईमानदारी के साथ उनके साथ काम किया है.
संस्थान बंद करने पर कैप्टन का पलटवार
कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन रंजीत राणा ने कहा कि सुजानपुर में बंद किए गए संस्थानों को लेकर पूर्व विधायक कभी मुख्यमंत्री से बात ही नहीं करते थे. अगर नादौन और जयसिंहपुर के संस्थान खुल गए तो यहां के भी खुल जाने थे, लेकिन ये कभी मुख्यमंत्री के साथ चर्चा ही नहीं करते थे, क्योंकि ये तो सरकार को गिराने के चक्कर में थे. उन्हें जनता से कोई लेना-देना नहीं था, वो सिर्फ अपनी लालसा को पूरा करने में लगे रहे.