ETV Bharat / state

मध्य प्रदेश और यूपी को जोड़ने वाले चंबल पुल भारी वाहनों के लिए खुला, IIT कानपुर की टेस्टिंग में रिपोर्ट मिली ओके - Etawah Chambal bridge Repairs - ETAWAH CHAMBAL BRIDGE REPAIRS

दो राज्यों मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले चंबल के पुल में खराबी आई थी. यूपी के इटावा जिले के कलेक्टर ने इसकी जानकारी भिंड के कलेक्टर को पत्र लिख कर दी थी. ऐसे में भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया था. लेकिन, आज से चंबल पुल पर भारी वाहनों का आवागमन शुरु किया गया है.

Etv Bharat
चंबल पुल पर भारी वाहनों का आवागमन शुरु (photo credit- Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 28, 2024, 3:04 PM IST

Updated : Jun 28, 2024, 4:47 PM IST

इटावा: भिंड-इटावा हाइवे क्रमांक 719 चंबल नदी पर बने पुल पर भारी वाहनों का आवागमन शुक्रवार से शुरू हो गया. गुरुवार को इटावा कलेक्टर ने पुल से भारी वाहन शुरू कराए जाने की अनुमति दे दी थी. बता दें, कि पुल क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से एस साल से चंबल पुल पर भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद था. चंबल पुल क्षतिग्रस्त होने के चलते आठ जून 2023 से पुल से निकलने वाले भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाई गई थी. लेकिन, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, लखनऊ की अध्यक्षता में 14 मार्च को ऑनलाइन वीसी में मुख्य अभियन्ता, (राष्ट्रीय मार्ग) लोनिवि, लखनऊ, अधिशासी अभियन्ता, राष्ट्रीय मार्ग खंड, लोनिवि, इटावा एवं एमपीआरडीसी, निवेशक फर्म पीएनसी के डाइरेक्टर शामिल हुए थे.

आईआईटी कानपुर की जांच एवं जिलाधिकारी, भिंड (मप्र) के अर्द्धशासकीय पत्र दिनांक 29 मार्च के आधार पर उक्त सेतु से स्टेटिक लोडरहित सवारी / भारी वाहनों के आवागमन को चालू किए जाने का निर्णय लिया गया है. चंबल पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगने के बाद पीएनसी कंपनी के द्वारा 10 जुलाई 2023 को ब्रिज क्वालिटी एंड कैपेसिटी मशीन से पुल की टेस्टिंग कराई गई. रिपोर्ट पाजीटिव आने के बाद चंबल पुल की मरम्मत पर पीएनसी कंपनी ने करीब चार करोड़ रुपये खर्च किए हैं. आईआईटी कानपुर की टीम के द्वारा चंबल पुल की जांच की गई है.


इसे भी पढ़े-यूपी और मध्यप्रदेश को जोड़ने वाला चम्बल पुल फिर क्षतिग्रस्त, भारी वाहनों पर रोक

चंबल पुल पर मप्र की ओर से आने वाले ओवरलोडेड भारी वाहनों को जनपद भिंड (मप्र) प्रशासन/पुलिस के द्वारा रोका जाएगा. इसी प्रकार जनपद इटावा प्रशासन/पुलिस द्वारा भी कार्रवाई की जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित हो सके, कि चंबल पुल पर ओवरलोडेड वाहन न निकल सकें. पुल से भारी वाहनों का आवागमन इस गति से किया जाए, जिससे पुल पर वाहन एकत्रित न होने पाएं. इसके साथ ही स्टेटिक लोड न पड़े. इसके अतिरिक्त चंबल पुल पर एक साथ भारी वाहन खड़े न हों, किसी प्रकार की आकस्मिकता की स्थिति से निपटने के लिए उक्त पुल के दोनों ओर नियमित रूप से एक-एक केन की व्यवस्था / उपलब्धता पीएनसी कंपनी द्वारा सुनिश्चित की जाएगी.

उक्त व्यवस्थाओं का नियमित रूप से अनुश्रवण के लिए कार्मिकों की व्यवस्था पीएनसी कंपनी द्वारा सुनिश्चित की जाएगी. इस सम्बंध में पीएनसी कंपनी द्वारा अपनी सहमति दी गई है, उक्त पुल की सुरक्षा व्यवस्था एवं आवागमन के संबंध में नियमित अनुश्रवण के लिए टीम गठित की गई है. जिसमें अधिशासी अभियंता, एनएच, लोक निर्माण विभाग, इटावा, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग, इटावा, प्रतिनिधि, पीएनसी कंपनी को दी गई है.

इस पूरे मामले में मध्यप्रदेश हाइवेज के वरिष्ठ अभियंता अशोक मिश्रा के मुताबिक, लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार की सुबह से चंबल पुल से भारी वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है. वहीं, ओवरलोडेड भारी वाहन निकालने पर संबंधित वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़े-गोरखपुर के राप्ती नदी पर डबल टू लेन की पुल की सौगात, सीएम योगी करेंगे शिलान्यास - two lane bridge on Rapti river

इटावा: भिंड-इटावा हाइवे क्रमांक 719 चंबल नदी पर बने पुल पर भारी वाहनों का आवागमन शुक्रवार से शुरू हो गया. गुरुवार को इटावा कलेक्टर ने पुल से भारी वाहन शुरू कराए जाने की अनुमति दे दी थी. बता दें, कि पुल क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से एस साल से चंबल पुल पर भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद था. चंबल पुल क्षतिग्रस्त होने के चलते आठ जून 2023 से पुल से निकलने वाले भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाई गई थी. लेकिन, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, लखनऊ की अध्यक्षता में 14 मार्च को ऑनलाइन वीसी में मुख्य अभियन्ता, (राष्ट्रीय मार्ग) लोनिवि, लखनऊ, अधिशासी अभियन्ता, राष्ट्रीय मार्ग खंड, लोनिवि, इटावा एवं एमपीआरडीसी, निवेशक फर्म पीएनसी के डाइरेक्टर शामिल हुए थे.

आईआईटी कानपुर की जांच एवं जिलाधिकारी, भिंड (मप्र) के अर्द्धशासकीय पत्र दिनांक 29 मार्च के आधार पर उक्त सेतु से स्टेटिक लोडरहित सवारी / भारी वाहनों के आवागमन को चालू किए जाने का निर्णय लिया गया है. चंबल पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगने के बाद पीएनसी कंपनी के द्वारा 10 जुलाई 2023 को ब्रिज क्वालिटी एंड कैपेसिटी मशीन से पुल की टेस्टिंग कराई गई. रिपोर्ट पाजीटिव आने के बाद चंबल पुल की मरम्मत पर पीएनसी कंपनी ने करीब चार करोड़ रुपये खर्च किए हैं. आईआईटी कानपुर की टीम के द्वारा चंबल पुल की जांच की गई है.


इसे भी पढ़े-यूपी और मध्यप्रदेश को जोड़ने वाला चम्बल पुल फिर क्षतिग्रस्त, भारी वाहनों पर रोक

चंबल पुल पर मप्र की ओर से आने वाले ओवरलोडेड भारी वाहनों को जनपद भिंड (मप्र) प्रशासन/पुलिस के द्वारा रोका जाएगा. इसी प्रकार जनपद इटावा प्रशासन/पुलिस द्वारा भी कार्रवाई की जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित हो सके, कि चंबल पुल पर ओवरलोडेड वाहन न निकल सकें. पुल से भारी वाहनों का आवागमन इस गति से किया जाए, जिससे पुल पर वाहन एकत्रित न होने पाएं. इसके साथ ही स्टेटिक लोड न पड़े. इसके अतिरिक्त चंबल पुल पर एक साथ भारी वाहन खड़े न हों, किसी प्रकार की आकस्मिकता की स्थिति से निपटने के लिए उक्त पुल के दोनों ओर नियमित रूप से एक-एक केन की व्यवस्था / उपलब्धता पीएनसी कंपनी द्वारा सुनिश्चित की जाएगी.

उक्त व्यवस्थाओं का नियमित रूप से अनुश्रवण के लिए कार्मिकों की व्यवस्था पीएनसी कंपनी द्वारा सुनिश्चित की जाएगी. इस सम्बंध में पीएनसी कंपनी द्वारा अपनी सहमति दी गई है, उक्त पुल की सुरक्षा व्यवस्था एवं आवागमन के संबंध में नियमित अनुश्रवण के लिए टीम गठित की गई है. जिसमें अधिशासी अभियंता, एनएच, लोक निर्माण विभाग, इटावा, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग, इटावा, प्रतिनिधि, पीएनसी कंपनी को दी गई है.

इस पूरे मामले में मध्यप्रदेश हाइवेज के वरिष्ठ अभियंता अशोक मिश्रा के मुताबिक, लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार की सुबह से चंबल पुल से भारी वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है. वहीं, ओवरलोडेड भारी वाहन निकालने पर संबंधित वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़े-गोरखपुर के राप्ती नदी पर डबल टू लेन की पुल की सौगात, सीएम योगी करेंगे शिलान्यास - two lane bridge on Rapti river

Last Updated : Jun 28, 2024, 4:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.