लखनऊ: राजधानी में रविवार को प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने केडी सिंह बाबू स्टेडियम में उत्तर प्रदेश पावर सेक्टर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 45वीं अखिल भारतीय विद्युत परिषद पावर लिफ्टिंग एवं बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया. इस अवसर पर मंत्री ने प्रतिभागी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जनता की सेवा करते हुए खेल प्रतिस्पर्धा में भाग लेना बहुत ही सराहनीय है. आप सभी को अपने-अपने क्षेत्रों में इस प्रकार की खेल प्रतिस्पर्धा का आयोजन करना चाहिए, जिससे ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी आपके साथ आ सकें और जनता से आपका सीधा संवाद भी हो सके.
केडी सिंह बाबू स्टेडियम के वेटलिफ्टिंग हॉल में उत्तर प्रदेश पावर सेक्टर स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड द्वारा आयोजित तीन दिवसीय (28 से 30 जनवरी) 45वीं अखिल भारतीय विद्युत परिषद पावर लिफ्टिंग एवं बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता का शुभारम्भ प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने किया. उन्होंने प्रदेश के साथ अन्य 5 राज्यों से प्रतियोगिता में भाग लेने आए खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए सभी को प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि खेल सिर्फ हार-जीत के लिए नहीं खेला जाता है. खेल को जीवन का अभिन्न अंग जिसने भी बना लिया है, उसको शारीरिक और मानसिक दोनों का स्वास्थ्य लाभ मिलता है. मंत्री ने कहा कि आप सभी जनता की सेवा करते हुए भी खेल प्रतिस्पर्धा में भाग लेते हैं, यह बहुत ही सराहनीय है. खेल सिर्फ हार-जीत ही नहीं बल्कि आप सभी में स्पोर्ट्समैन स्पिरिट भी उत्पन्न करता है, जिससे आपको अपने क्षेत्र में कार्य करने में भी बहुत सहायता मिलती है.
ऊर्जा मंत्री ने प्रदेश में विजिलेंस की एक कार्रवाई करने का उदाहरण देते हुए कहा कि एक बार विद्युत् विभाग की टीम किसी घर में निरीक्षण करने गई थी. घर में मौजूद ग्रहणी ने अपने रसोईघर में जूते उतार कर जाने की बात कही. इस पर महिला विजिलेंस कर्मी ने ग्रहणी की बात को अन्यथा लेते हुए उस पर बढ़ाकर बिल देने की बात कह डाली. इस बात को बताने का सिर्फ एक ही मकसद है कि खेल प्रतिस्पर्धा में प्रतिभाग करने से जो टीम भावना विकसित होती है, उसका प्रयोग हमें अपने दैनिक कार्यों में भी करना चाहिए. हमें अपने अहंकार को अपने काम के बीच नहीं आने देना चाहिए. क्योंकि, हम जिस सेवा में हैं, वहां हमें बेहतर सुविधा देने के साथ ही अपने व्यवहार को भी उत्कृष्ट रखने की आवश्यकता है.
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मंत्री एके शर्मा ने कहा कि पहले खेलों को बहुत वरीयता नहीं दी जाति थी. खिलाड़ियों को भी किसी भी तरह से कोई सहयोग नहीं मिल पाता था. लेकिन, आज आप जानते ही हैं कि प्रधानमंत्री ने सांसद खेल प्रतियोगिता का आयोजन कराकर हमारे बीच छिपी प्रतिभाओं को निकालने का कार्य किया है. साथ ही खेलों और खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा देने और उनके प्रदर्शन को उत्कृष्ठ बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं के साथ स्टेडियम, स्पोर्ट्स सामग्री, खिलाड़ियों को कोच की सुविधा और अन्य सुविधाएं भी दी जा रही हैं. खेल अब सामाजिक रूप से इंडस्ट्री में परिवर्तित होना शुरू हो चुका है. साथ ही इससे आय के स्त्रोत भी बढ़ रहे हैं. आज खिलाड़ी अपने खेलों से जो धन अर्जित करते हैं, उससे ज्यादा तो उन्हें उत्पादों की ब्रांडिंग और प्रचार करने के लिए कंपनियों द्वारा दिया जाता है.
प्रधानमंत्री की प्रेरणा से देश-प्रदेश में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से खेल को बढ़ावा देने के लिए अभिनव प्रयास किया जा रहा है, जिससे खेल की पूरी इंडस्ट्री डेवलप होती जा रही है. आपको भी इस इंडस्ट्री का हिस्सा बनकर समाज का अग्रदूत बनने के लिए अपना योगदान देना चाहिए. मंत्री ने इस खेल प्रतिस्पर्धा में शामिल हुए विशेष रूप से छह राज्यों असम, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के कुल 180 खिलाड़ियों को उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन और सम्पूर्ण ऊर्जा परिवार की ओर से स्वागत करते हुए धन्यवाद भी दिया और बेहतर खेल प्रदर्शन की शुभकामनाएं भी दीं.