अल्मोड़ा: उत्तराखंड के अल्मोड़ा में ऊर्जा निगम और नगर पालिका के बीच घमासान चल रहा है. ऊर्जा निगम ने बिजली बिल का भुगतान न करने का आरोप लगाते हुए नगर पालिका को नोटिस भेजा है. वहीं, नगर पालिका ने ऊर्जा निगम पर पालिका की देनदारी बताते हुए उससे समायोजन करने को कहा है. इसी को लेकर दोनों विभाग आमने-सामने आ गए हैं. इतना ही नहीं ऊर्जा निगम ने पालिका की स्ट्रीट लाइट कनेक्शन काट दिए हैं. जिससे नगर की सड़कों और गलियों में अंधेरा पसरा हुआ है.
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने कही ये बात: अल्मोड़ा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी भरत त्रिपाठी ने कहा कि ऊर्जा निगम ने करीब चार करोड़ की देयता के लिए लिखा था, इसके एवज में उन्हें बताया गया था कि जो ऊर्जा निगम ने पालिका कि 9 करोड़ रुपए से ज्यादा की देयता देनी है. उसमें इसका समायोजन कर लें, लेकिन ऊर्जा निगम की ओर से उसका समायोजन नहीं किया जा रहा है. इतना ही नहीं बिना जानकारी दिए पालिका की बिजली काट दी है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी निकायों और ऊर्जा निगम की देयता के संबंध में शासन स्तर पर प्रक्रिया चल रही है. उसका अभी कोई निर्णय नहीं मिला है. इससे पहले ही ऊर्जा निगम ने नगर की स्ट्रीट लाइट काट दी है. साथ ही कहा कि यदि ऊर्जा निगम पालिका की देयता को नहीं देता है तो पालिका इसके लिए विभाग पर कार्रवाई करेगा.
क्या बोले ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता? वहीं, ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता कन्हैया जी मिश्रा का कहना है कि मार्च के महीने में सभी विद्युत उपभोक्ताओं से विद्युत बिल की वसूली की जा रही है. नगर पालिका पर विभाग का 4 करोड़ 17 लाख रुपए से ज्यादा का बकाया है. जिसके लिए उनसे इसका भुगतान करने के लिए नोटिस दिया गया था, लेकिन पालिका ने कोई भुगतान नहीं किया. जिस कारण कार्रवाई की गई है. इस संबंध में उच्चाधिकारियों समेत शासन को भी बता दिया गया है. अभी तक पालिका की ओर से भुगतान कर दिए जाने का कोई आश्वासन नहीं मिला है.
अधिशासी अभियंता मिश्रा का आरोप है कि पालिका उल्टा ही तह बाजारी के नाम पर विभाग से 9 करोड़ का भुगतान मांग रही है, जो गलत है. इसके लिए शासन स्तर पर भी निर्णय हो चुका है कि ऊर्जा निगम नगर में लगाए गए पोल और ट्रांसफार्मर का कोई भुगतान नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि पालिका की ओर से ऊर्जा निगम के बिल का भुगतान करने या इसका आश्वासन मिलने के बाद की बिजली जोड़ी जाएगी.
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