जयपुर : अब हिंदू शरणार्थी परिवारों के पढ़ने वाले बच्चों को स्कॉलरशिप दी जाएगी. सरकारी व राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा छह से 12 तक के अध्ययनरत छात्रों को ये छात्रवृति मिलेगी. शनिवार को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस छात्रवृत्ति योजना को अनुमोदित किया. राजस्थान सरकार के संकल्प पत्र 2023 में हिंदू शरणार्थियों के कल्याण के लिए हिंदू शरणार्थियों के पढ़ने वाले बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान करने का संकल्प लिया गया था. उसे अब धरातल पर उतारा गया है.
शिक्षा मंत्री की ओर से किए गए अनुमोदन के बाद अब कक्षा छह से 12वीं तक सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति मिल सकेगी. योजना के तहत कक्षा 6 से 10 तक अध्ययनरत छात्रों को हिंदू शरणार्थी पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति और कक्षा 11वीं व 12वीं में अध्ययनरत छात्रों को हिंदू शरणार्थी पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी.
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शिक्षा मंत्री मदन दिलावर में बताया कि योजना के अनुसार हिंदू शरणार्थी पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा 6 से 10) 4000 रुपए वार्षिक, जबकि हिंदू शरणार्थी पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा 11 और 12वीं) 5000 रुपए वार्षिक प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि हिंदू शरणार्थी हमारे भाई हैं. उनके बच्चों को भी अन्य बच्चों की तरह शिक्षा के समान अवसर मिले ये हमारी जिम्मेदारी है. इसलिए हमने चुनाव में किए अपने वादे को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर हिंदू शरणार्थी विद्यार्थी कल्याण छात्रवृत्ति योजना शुरू की है. जल्द ही इसके आवेदन के लिए विज्ञप्ति जारी की जाएगी.
ऐसे कर सकते हैं आवेदन : योजना के आवेदन शुरू करने के लिए शाला दर्पण पोर्टल पर विद्यार्थी विवरण प्रविष्टि में हिंदू शरणार्थी का टाइप इंसर्ट किया गया है. इस पर हां/ना ( ड्रॉप डाउन) विकल्प उपलब्ध होगा. हां विकल्प का चयन करने पर अभिभावक के शरणार्थी शिनाख्ती कार्ड संख्या का अंकन करना होगा और शिनाख्ती कार्ड अपलोड करना होगा.
निदेशालय की ओर से योजना की विज्ञप्ति जारी किए जाने के बाद विद्यालय द्वारा शाला दर्पण पोर्टल पर आवेदन किए जा सकेंगे. छात्रवृत्ति की राशि का भुगतान विद्यालय के बैंक खाते में स्थानांतरित किया जाएगा और संस्था प्रधान की ओर से छात्र को नकद भुगतान किया जाएगा.