रायगढ़: रायगढ़ के धरमजयगढ़ वन क्षेत्र में जंबो के आतंक ने एक बार फिर एक शख्स की जान ले ली है. बुधवार को सिसिरिंगा गांव के पास एक हाथी ने शिव प्रसाद राठिया नामक मजदूर पर हमला कर दिया. इस अटैक में शख्स बुरी तरह घायल हो गया. सूचना मिलने के बाद वनकर्मी मौके पर पहुंचे और उसे धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
हाथी के हमले में मौत की वन विभाग ने की पुष्टि: हाथी के हमले में शख्स के मौत की वन विभाग ने पुष्टि की है. धरमजयगढ़ के प्रभागीय वन अधिकारी अभिषेक जोगावत ने बताया कि पीड़ित शिव प्रसाद राठिया हाथी के हमले में मारा गया है. वह मजदूर था और वह मजदूरी कर लौट रहा था इस दौरान हाथी ने उसके ऊपर हमला कर दिया. सिसिरिंगा गांव के पास हाथी ने उसके ऊपर हमला किया. इस अटैक में वह बुरी तरह घायल हो गया. उसे इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है.
मृतक के परिजनों को दी गई आर्थिक सहायता: वन विभाग के अधिकारी अभिषेक जोगावत ने बताया कि मृतक के परिजनों को 25,000 रुपये की तत्काल सहायता राशि प्रदान की गई है. इस प्रकरण में उसे वन विभाग और राज्य सरकार के नियमों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा. रायगढ़ का अधिकांश इलाका जंगली क्षेत्र से घिरा हुआ है. यहां के रिहायशी इलाकों के आस पास के क्षेत्र भी जंगल से घिरे हुए हैं. अक्सर लोग जंगल से सटे इलाकों में जाते हैं हाथी के हमले का शिकार हो जाते हैं.
हाथी मानव संघर्ष छत्तीसगढ़ की बड़ी समस्या: छत्तीसगढ़ में हाथी मानव संघर्ष बड़ी समस्या है. राज्य में बीते एक दशक में हाथी मानव संघर्ष चिंता का कारण रहा है. हाथियों का आतंक और हाथी मानव संघर्ष की घटना बीते कुछ सालों में छत्तीसगढ़ के मध्यक्षेत्र के कुछ जिलों में फैल गया है. मानव-हाथी संघर्ष का सामना करने वाले जिलों में मुख्य रूप से सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बालोद और बलरामपुर जिला शामिल है. वन विभाग के आंकड़ों की मानें तो बीते पांच साल में छत्तीसगढ़ के अंदर में हाथी के हमलों में 300 से अधिक लोग मारे गए हैं.
सोर्स: पीटीआई