नई दिल्ली/नोएडा: पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने एक उपभोक्ता को 4,02,31,842 का बिल भेज दिया, जिसे देख घर मालिक के होश उड़ गए. घबराए उपभोक्ता में इसकी शिकायत विद्युत निगम के अधिकारियों से की. साथ ही इसकी सूचना आरडब्ल्यूए को भी दी. इसके बाद विद्युत निगम मीटर रीडर की लापरवाही बताकर बिल को सही करने में जुटा है.
दरअसल मामला नोएडा के सेक्टर-122 के सी ब्लॉक में रहने वाले बसंत शर्मा से जुड़ा है. रेलवे कर्मचारी बसंत शर्मा को जुलाई में 4.02 करोड़ का बिजली बिल भेजा गया. फोन पर बिल का मैसेज आते ही बसंत चौंक गए. शिमला में प्रशिक्षण ले रहे बसंत ने आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों को इसकी जानकारी दी. साथ ही बिजली विभाग में भी शिकायत की.
उनका कहना है कि उन्होंने वर्ष 2011 में विद्युत निगम से पांच किलोवॉट का घरेलू श्रेणी में बिजली कनेक्शन ले रखा है. गर्मियों में उनका बिजली का बिल एक हजार रुपये से लेकर 15 सौ रुपये तक आता है. जून महीने में उनका बिजली का बिल 1490 रुपये आया था. अब जुलाई महीने में बसंत शर्मा का बिजली का बिल चार करोड़ से अधिक आया है. साथ ही 24 जुलाई से पहले बिल जमा करने पर 2,84,970 रुपये छूट का भी मैसेज भेज गया है. आरडब्ल्यूए अध्यक्ष उमेश शर्मा दो दिन पहले बसंत का फोन उनके पास आया था. अभी उनके घर में घरेलू सहायिका रहती है. हर माह उनका बिल एक से डेढ़ हजार के बीच आता है. उन्होंने आरोप लगाया कि विद्युत निगम की तरफ से मीटर रीडिंग सही नहीं ली जाती है. पूरे प्रकरण की शिकायत विद्युत निगम से की गई है.
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