राजनांदगांव : राजनांदगांव लोकसभा सीट दूसरे चरण के मतदान की हाईप्रोफाइल सीट है. नाम निर्देशन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख से पहले 210 अभ्यर्थियों ने नामांकन पत्र लिया था.210 नामांकन पत्र लेने के कारण ये सीट चर्चाओं में आ गई.ऐसा माना जाने लगा कि आखिरी दिन 200 से ज्यादा अभ्यर्थी नामांकन जमा करेंगे.इस तरह से 384 से ज्यादा प्रत्याशी इस लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेंगे. लेकिन नामांकन दाखिले के आखिरी दिन बड़े पैमाने पर लोग नाम निर्देशन पत्र लेने नहीं पहुंचे. वहीं जिन लोगों ने बुधवार को सैकड़ों की संख्या में नाम निर्देशन पत्र लिया था, उन्होंने ने भी नामांकन पत्र जमा नहीं किया.
कांग्रेस ने फॉर्म लेने और जमा करने से झाड़ा पल्ला : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 384 नामांकन होने पर बैलेट पेपर से चुनाव की बात का असर राजनांदगांव में देखने को मिला था. नामांकन फार्म लेने पहुंचे लोगों के साथ कांग्रेस के पदाधिकारी भी दिखाई दिए थे. ऐसे में अब इन लोगों के नामांकन पत्र जमा नहीं करने पर जिला कांग्रेस कमेटी ने पल्ला झाड़ लिया है. जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रूपेश दुबे ने कहा है कि यह तैयारी कांग्रेस की नहीं थी. जो लोग फार्म लेने आए थे उनकी मंशा रही होगी नामांकन प्रस्तुत करने की.अगर उन्होंने नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत नहीं किया है तो यह उनकी सोच होगी. इसमें कांग्रेस पार्टी का कोई संबंध नहीं है.
प्रशासन ने की थी व्यापक व्यवस्था : बड़े पैमाने पर राजनांदगांव लोकसभा सीट से सैकड़ों अभ्यर्थियों के नाम निर्देशन पत्र जमा करने को ध्यान में रखते हुए प्रशासन व्यापक व्यवस्था की थी. प्रशासन ने 300 लोगों के बैठने को लेकर तैयारी की थी.लेकिन आखिरी दिन जिन्होंने नामांकन फॉर्म लिए थे उनमे से ज्यादातर अभ्यर्थी नहीं आएं.
''हमने आज 300 से अधिक लोगों की बैठने की व्यवस्था रखी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।उन्होंने कहा कि नामांकन दाखिले के अंतिम तिथि तक 244 लोगों ने फार्म लिया है और 23 अभ्यर्थियों ने अपना नाम निर्देशन पत्र दाखिल किया है.'' खेमलाल वर्मा,उप जिला निर्वाचन अधिकारी
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान के बाद राजनांदगांव लोकसभा सीट से 384 लोगों के नामांकन भरने की तैयारी दिखने लगी थी.इसी वजह से नामांकन जमा करने के आखिरी दिन से पहले 210 अभ्यर्थियों ने फॉर्म लिए थे. इतने ही लोग नामांकन भरने की अंतिम तिथि तक फार्म लेने वाले थे.लेकिन यह मंशा पूरी नहीं हो पाई. नियम के मुताबिक एक बैलेट यूनिट में 16 बटन होते हैं. जिसमें से 15 प्रत्याशी और एक नोटा का बटन होता है. एक कंट्रोल यूनिट में 24 बैलेट यूनिट लगाई जा सकती है. जिसमें कुल नोटा सहित 384 प्रत्याशी शामिल हो सकते हैं. यही वजह थी कि 385 प्रत्याशियों का आंकड़ा पार करने पर कंट्रोल यूनिट काम नहीं आता,ऐसे में बैलेट पेपर से मतदान संपन्न कराया जाता.