शिमला: हिमाचल प्रदेश में सातवें चरण में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव होना है. ऐसे में प्रदेश लगी आदर्श चुनाव आचार संहिता को देखते हुए इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना पर रोक लग गई है. निर्वाचन विभाग ने इस बारे में सरकार से रिपोर्ट मांगी है. जब तक सरकार से रिपोर्ट नहीं आती है, उस वक्त तक 1500 मासिक पेंशन के लिए फॉर्म नहीं भरे जा सकते हैं.
प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना पर रोक: सुक्खू सरकार की ओर से इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना की अधिसूचना जारी होने के साथ ही फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी. इसके लिए तहसील कल्याण अधिकारी के कार्यालय सहित लोक मित्र केंद्रों और पंचायतों में फॉर्म लेने के लिए महिलाओं की लाइन लग गई थीं. इस दौरान हजारों महिलाओं ने फॉर्म भी भर लिए थे, ऐसे अभी इस प्रक्रिया पर रोक लग गई है.
13 मार्च को जारी हुई थी अधिसूचना: प्रदेश भर में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत महिलाओं को 1500 रुपये मासिक लाभ सरकार ने 13 मई को अधिसूचना जारी की थी. इसी के साथ भरने के लिए फॉर्म भी जारी किया गया, जिसमें एक साइड पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी और दूसरी साइड सीएम सुखविंदर सिंह की फोटो लगी थी.
फॉर्म से इंदिरा गांधी और सीएम के फोटो हटाए गए: वहीं, 16 मार्च को लोकसभा सहित कई राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान होने के साथ इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के लिए जारी किए गए फॉर्म पर राजनेताओं के फोटो लगाए जाने पर सवाल उठाए गए. जिसके बाद फॉर्म से राजनेताओं की फोटो को हटाया गया, लेकिन इसके बाद भी योजना को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है.
बता दें कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी पांचवीं गारंटी इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना की घोषणा 4 मार्च को सचिवालय में प्रेस वार्ता के माध्यम से की थी. जिसमें 5 लाख पात्र महिलाओं को 1 अप्रैल से 1500 हर महीने 1500 रुपये देने की घोषणा की गई थी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी का कहना है कि इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना की प्रक्रिया को रोकने के आदेश दिए गए हैं. इस बारे में सरकार से रिपोर्ट मांगी गई है.
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