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मंत्री आतिशी ने कहा- बीजेपी का मुखपत्र बन गया है चुनाव आयोग - atishi allegation on eci

Atishi allegation on ECI: AAP नेता आतिशी ने चुनाव आयोग के नोटिस पर सवालिया निशान खड़े किए हैं. साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी का मुखपत्र हो गया है. पढ़ें पूरी खबर..

atishi allegation on eci
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Apr 5, 2024, 7:07 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली को लेकर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी का मुखपत्र बन गया है. इससे पहले भी आम आदमी पार्टी चुनाव प्रक्रिया और ईवीएम आदि को लेकर दोषारोपण करती रही है. इस बार आतिशी ने चुनाव आयोग से मिले नोटिस की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं.

आतिशी ने कहा, 'शुक्रवार सुबह 11:45 पर चुनाव आयोग द्वारा भेजा गया नोटिस ईमेल से प्राप्त हुआ. जबकि आधे घंटे पहले सुबह 11:15 बजे तमाम टीवी चैनलों पर इस नोटिस के बारे में खबरें चलनी शुरू हो गई थी. इससे उन्हें भी जानकारी मिली थी. बीजेपी के खिलाफ शिकायत करने के लिए चुनाव आयोग समय नहीं देता है, लेकिन बीजेपी की शिकायत पर 12 घंटे में कार्रवाई हो जाती है. आयोग हमें मिलने का भी समय भी नहीं देता है. चुनाव आयोग का काम लोकतंत्र की रक्षा करना है. बीजेपी की शिकायत पर जिस तरह तुरंत उन्हें नोटिस भेजा गया, इसका मतलब है कि पहले बीजेपी नोटिस की खबर मीडिया से प्लांट करती है, फिर चुनाव आयोग उन्हें नोटिस भेजता है.'

उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि ईडी मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लगने के बाद एक सीटिंग मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करती है. क्या चुनाव आयोग इस पर ईडी को नोटिस भेजती है? जब इनकम टैक्स विभाग देश के एक बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस के बैंक अकाउंट को सीज करती है तो क्या चुनाव आयोग इनकम टैक्स विभाग को नोटिस भेजती है? चुनाव आयोग देश में विपक्षी राज्यों सरकारों के मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी का तबादला कर देती है. वहीं, चुनावों तक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट-ईडी-सीबीआई के डायरेक्टरों को बदलने के विपक्ष की मांग पर कुछ क्यों नहीं करती.

उन्होंने कहा कि जिस चुनाव आयोग का काम देश में निष्पक्ष चुनाव करवाना है, आज उसकी निष्पक्षता पर बड़े सवाल उठ रहे हैं. आज देश की बड़ी-बड़े एजेंसियां भाजपा शासित केंद्र सरकार के आगे नतमस्तक हो गई हैं. चुनाव आयोग नतमस्तक न हो. यदि चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर संधू ने फ्री एंड फेयर इलेक्शन और समान अवसर सुनिश्चित नहीं होने दिया तो आने वाले समय में देश उन्हें गलत कारणों से याद करेगा.

यह भी पढ़ें-सरकारी अस्पतालों की बदहाली को लेकर LG ने स्वास्थ्य मंत्री को लिखा तल्खी भरा पत्र, श्वेत पत्र लाने की दी नसीहत

बता दें कि आतिशी ने इससे पहले 2 अप्रैल को कहा था कि भाजपा आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के चार और बड़े नेताओं को गिरफ्तार करना चाहती है. उन्होंने दावा किया था कि भाजपा उनके साथ दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज और राघव चड्ढा को भी गिरफ्तार करेगी. इसी बयान को लेकर बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी.

यह भी पढ़ें-भाजपा ने AAP को घेरा, कहा- केजरीवाल ने दिल्ली में पाठशाला की जगह मधुशाला खोल दिया

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली को लेकर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी का मुखपत्र बन गया है. इससे पहले भी आम आदमी पार्टी चुनाव प्रक्रिया और ईवीएम आदि को लेकर दोषारोपण करती रही है. इस बार आतिशी ने चुनाव आयोग से मिले नोटिस की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं.

आतिशी ने कहा, 'शुक्रवार सुबह 11:45 पर चुनाव आयोग द्वारा भेजा गया नोटिस ईमेल से प्राप्त हुआ. जबकि आधे घंटे पहले सुबह 11:15 बजे तमाम टीवी चैनलों पर इस नोटिस के बारे में खबरें चलनी शुरू हो गई थी. इससे उन्हें भी जानकारी मिली थी. बीजेपी के खिलाफ शिकायत करने के लिए चुनाव आयोग समय नहीं देता है, लेकिन बीजेपी की शिकायत पर 12 घंटे में कार्रवाई हो जाती है. आयोग हमें मिलने का भी समय भी नहीं देता है. चुनाव आयोग का काम लोकतंत्र की रक्षा करना है. बीजेपी की शिकायत पर जिस तरह तुरंत उन्हें नोटिस भेजा गया, इसका मतलब है कि पहले बीजेपी नोटिस की खबर मीडिया से प्लांट करती है, फिर चुनाव आयोग उन्हें नोटिस भेजता है.'

उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि ईडी मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लगने के बाद एक सीटिंग मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करती है. क्या चुनाव आयोग इस पर ईडी को नोटिस भेजती है? जब इनकम टैक्स विभाग देश के एक बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस के बैंक अकाउंट को सीज करती है तो क्या चुनाव आयोग इनकम टैक्स विभाग को नोटिस भेजती है? चुनाव आयोग देश में विपक्षी राज्यों सरकारों के मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी का तबादला कर देती है. वहीं, चुनावों तक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट-ईडी-सीबीआई के डायरेक्टरों को बदलने के विपक्ष की मांग पर कुछ क्यों नहीं करती.

उन्होंने कहा कि जिस चुनाव आयोग का काम देश में निष्पक्ष चुनाव करवाना है, आज उसकी निष्पक्षता पर बड़े सवाल उठ रहे हैं. आज देश की बड़ी-बड़े एजेंसियां भाजपा शासित केंद्र सरकार के आगे नतमस्तक हो गई हैं. चुनाव आयोग नतमस्तक न हो. यदि चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर संधू ने फ्री एंड फेयर इलेक्शन और समान अवसर सुनिश्चित नहीं होने दिया तो आने वाले समय में देश उन्हें गलत कारणों से याद करेगा.

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बता दें कि आतिशी ने इससे पहले 2 अप्रैल को कहा था कि भाजपा आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के चार और बड़े नेताओं को गिरफ्तार करना चाहती है. उन्होंने दावा किया था कि भाजपा उनके साथ दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज और राघव चड्ढा को भी गिरफ्तार करेगी. इसी बयान को लेकर बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी.

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