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साइबर ठगों ने बुजुर्ग महिला को 14 दिन रखा डिजिटल अरेस्ट, गिरफ्तारी और एनकाउंटर का डर दिखाकर 61 लाख ठगे - ELDERLY CYBER FRAUD IN DEHRADUN

देहरादून में साइगर ठगों ने एक महिला से लाखों की ठगी कर ली. जिसके बाद पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है.

dehradun cyber crime
देहरादू में बुजुर्ग महिला से लाखों की ठगी (Photo-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 12 hours ago

देहरादून: साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग महिला को क्रेडिट कार्ड से डेढ़ लाख रुपए का गैर कानूनी तरीके से लेनदेन होना व गिरफ्तारी का डर दिखाकर 14 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर लाखों रुपए की ठगी कर डाली. साइबर ठगों ने बुजुर्ग महिला को धमकी दी थी कि अगर किसी को इस संबध में सूचना दी तो तत्काल अरेस्ट किया जाएगा या फिर एनकाउंटर कर दिया जाएगा. बुजुर्ग महिला की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.

गिरफ्तारी और एनकाउंटर का दिखाया डर: जीएमएस रोड निवासी 74 वर्षीय उमेश बाला ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके पति वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान से रिटायर्ड थे और पति की मृत्यु के बाद वह यहां अपने बेटे के साथ रहती हैं. 4 दिसंबर की दोपहर उमेश बाला के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया और उसने कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड से डेढ़ लाख रुपए का गैर कानूनी लेनदेन हुआ है. इस संबंध में हैदराबाद क्राइम ब्रांच के पुलिस इंस्पेक्टर पूछताछ करेंगे और इसके बाद दूसरे व्यक्ति ने खुद को इंस्पेक्टर बताकर पूछताछ शुरू कर दी.

सीबीआई अधिकारी बताया धमकाया: साइबर ठग ने बुजुर्ग महिला से आधार कार्ड गुम होने के बारे में पूछा तो महिला ने बताया कि कुछ दिन पहले हरिद्वार से आते हुए उसका पर्स चोरी हो गया था और उसी में आधार कार्ड भी था. जब वह पर्स चोरी के संबंध में पुलिस के पास रिपोर्ट करने गई तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय यह कह दिया कि दूसरा बनवा लो. साइबर ठग ने कहा कि इस आधार कार्ड के माध्यम से क्रेडिट कार्ड लिया गया है. उसके बाद उसने कॉल सीबीआई अधिकारी को ट्रांसफर करने की बात कही. फिर सीबीआई अधिकारी बता रहे व्यक्ति ने कहा कि आप एक कुख्यात गैंग में फंस चुकी हैं और अब सीबीआई की ओर से आपकी गिरफ्तारी की जाएगी.

साइबर ठगों ने रुपयों की डिमांड: साइबर ठग ने गिरफ्तारी से बचने के लिए 10 लाख रुपये एक बैंक खाते में डालने को कहा और महिला ने ऐसे ही किया. उसके बाद साइबर तो ने 5 दिसंबर को दोबारा फोन कर कहा कि 12 लाख रुपए दो नहीं तो आपका एनकाउंटर कर देंगे, फिर 6 जून को बुजुर्ग महिला से 9 लाख, 7 दिसंबर को 10 लाख रुपए खाते में डालने का दबाव बनाया गया. उसके बाद 11 दिसंबर को फोन करके कहा कि खाते में 13 लाख रुपए डालने के लिए कहा गया और महिला ने ऐसे ही किया. 18 दिसंबर को साइबर ठगों ने फिर सात लाख रुपयों की मांग की. बुजुर्ग महिला पूरी तरह से डर गई और अपने जेवर बैंक में गिरवी रखकर जान बचाने के लिए उनके खाते में सात लाख डाल दिए. इस तरह बुजुर्ग महिला ने साइबर ठगों के बताए गए बैंक खाते में कुल 61 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए.

मामले की जांच में जुटी पुलिस: सीओ साइबर अंकुश मिश्रा ने बताया है महिला उमेश बाला शर्मा की शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है.साथ ही महिला द्वारा जिन खातों में रुपए ट्रांसफर किए है उन खातों की भी जांच की जा रही है.

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देहरादून: साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग महिला को क्रेडिट कार्ड से डेढ़ लाख रुपए का गैर कानूनी तरीके से लेनदेन होना व गिरफ्तारी का डर दिखाकर 14 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर लाखों रुपए की ठगी कर डाली. साइबर ठगों ने बुजुर्ग महिला को धमकी दी थी कि अगर किसी को इस संबध में सूचना दी तो तत्काल अरेस्ट किया जाएगा या फिर एनकाउंटर कर दिया जाएगा. बुजुर्ग महिला की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.

गिरफ्तारी और एनकाउंटर का दिखाया डर: जीएमएस रोड निवासी 74 वर्षीय उमेश बाला ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके पति वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान से रिटायर्ड थे और पति की मृत्यु के बाद वह यहां अपने बेटे के साथ रहती हैं. 4 दिसंबर की दोपहर उमेश बाला के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया और उसने कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड से डेढ़ लाख रुपए का गैर कानूनी लेनदेन हुआ है. इस संबंध में हैदराबाद क्राइम ब्रांच के पुलिस इंस्पेक्टर पूछताछ करेंगे और इसके बाद दूसरे व्यक्ति ने खुद को इंस्पेक्टर बताकर पूछताछ शुरू कर दी.

सीबीआई अधिकारी बताया धमकाया: साइबर ठग ने बुजुर्ग महिला से आधार कार्ड गुम होने के बारे में पूछा तो महिला ने बताया कि कुछ दिन पहले हरिद्वार से आते हुए उसका पर्स चोरी हो गया था और उसी में आधार कार्ड भी था. जब वह पर्स चोरी के संबंध में पुलिस के पास रिपोर्ट करने गई तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय यह कह दिया कि दूसरा बनवा लो. साइबर ठग ने कहा कि इस आधार कार्ड के माध्यम से क्रेडिट कार्ड लिया गया है. उसके बाद उसने कॉल सीबीआई अधिकारी को ट्रांसफर करने की बात कही. फिर सीबीआई अधिकारी बता रहे व्यक्ति ने कहा कि आप एक कुख्यात गैंग में फंस चुकी हैं और अब सीबीआई की ओर से आपकी गिरफ्तारी की जाएगी.

साइबर ठगों ने रुपयों की डिमांड: साइबर ठग ने गिरफ्तारी से बचने के लिए 10 लाख रुपये एक बैंक खाते में डालने को कहा और महिला ने ऐसे ही किया. उसके बाद साइबर तो ने 5 दिसंबर को दोबारा फोन कर कहा कि 12 लाख रुपए दो नहीं तो आपका एनकाउंटर कर देंगे, फिर 6 जून को बुजुर्ग महिला से 9 लाख, 7 दिसंबर को 10 लाख रुपए खाते में डालने का दबाव बनाया गया. उसके बाद 11 दिसंबर को फोन करके कहा कि खाते में 13 लाख रुपए डालने के लिए कहा गया और महिला ने ऐसे ही किया. 18 दिसंबर को साइबर ठगों ने फिर सात लाख रुपयों की मांग की. बुजुर्ग महिला पूरी तरह से डर गई और अपने जेवर बैंक में गिरवी रखकर जान बचाने के लिए उनके खाते में सात लाख डाल दिए. इस तरह बुजुर्ग महिला ने साइबर ठगों के बताए गए बैंक खाते में कुल 61 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए.

मामले की जांच में जुटी पुलिस: सीओ साइबर अंकुश मिश्रा ने बताया है महिला उमेश बाला शर्मा की शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है.साथ ही महिला द्वारा जिन खातों में रुपए ट्रांसफर किए है उन खातों की भी जांच की जा रही है.

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