हजारीबागः दीपावली के अवसर पर 8 साल से हजारीबाग शहीद स्मारक पर दीपोत्सव मनाया जा रहा है. बुधवार की देर शाम स्थानीय परिसदन के समक्ष शहीद स्मारक सैकड़ों दीये से जगमगा उठा. शहीद स्मारक को दीपमालाओं से रौशन कर मातृभूमि के लिए प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों को याद किया गया. आस्था के साथ शहीदों की याद में जब दीये जगमगाए तो चारों ओर शौर्य और उजाला छा गया.
इस आयोजन समिति से जुड़े रंजन चौधरी ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य उन शहीदों को नमन करना है. जिन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ बलिदान देश के लिए दे दिया. उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा जवानों के हाथों में है. जब हम नींद में रहते हैं तो देश की सरहद की सुरक्षा करते हैं. कई ऐसे जवान हैं जिन्होंने अपना सर्वोच्च निछावर देश के लिएकर दिया. उन शहीदों के नाम पर एक दीपक शहीद स्थल पर जलाया जा रहा है यह उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि भी है. हर भारतीय का यह दायित्व है कि जहां भी शहीद स्थल या स्मारक है उसे साफ रखें और दीपावली के दिन एक दिया अवश्य स्मारक में जलाएं.
इस मौके पर समाजसेवी श्रद्धानंद सिंह ने कहा कि सेना के जवान देश के लिए शहीद होते हैं और जब उनकी याद में ऐसा कार्यक्रम होता है तो दिल प्रफुल्लित हो जाता है. जिस तरह हम अपने घर में ईश्वर के सामने दीपक जलाते हैं ठीक उसी तरह शहीद जवानों के नाम पर भी घर में दीया जलाना चाहिए. देश सर्वोपरि है यह हम सभी को समझना चाहिए. जिस तरह से जवान हंसते-हंसते देश के लिए अपना कुर्बानी दे देते हैं इस तरह हमें भी जवान के परिवार वालों को सम्मान देना चाहिए. एक दीया शहीद का नाम कार्यक्रम पूरे देश को यह संदेश देता है कि शहीद हमारे परिवार का अंग है.
चुनाव के कारण इस वर्ष शहीद स्मारक में राजनीतिक दल के नेताओं की सहभागिता नहीं दिखी. आम जनता जिस तरह से बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया यह बताता है कि हजारीबाग शहीदों को अपने दिलों में बसा कर रखा है.
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