पटना: 'हमलोग मरे नहीं हैं, जिंदा हैं. हमलोगों को मरा हुआ घोषित कर दिया गया है. हमलोग वोट कैसे करेंगे?' ऐसा जानकर अजीब लग रहा होगा लेकिन यही हकीकत है. बिहार के पटना जिले के मसौढ़ी में ऐसे 81 वोटर हैं, जिन्हें पैक्स चुनाव के वोटर लिस्ट में मृत घोषित कर दिया गया है. अब लोगों के सामने समस्या है कि वे अपना पैक्स अध्यक्ष कैसे चुनेंगे. इससे भी बड़ी समस्या है कि मरे हुए व्यक्ति को पैक्स से सुविधा कैसे मिलेगी?
81 मतदाता मृत घोषितः दरअसल, यह मामला मसौढ़ी प्रखंड की लखनौर बेदौली पंचायत का है. तकरीबन 81 मतदाताओं को वोटर लिस्ट में मृत दिखाया गया है. इसको लेकर सभी मतदाताओं ने बीडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी को आवेदन देकर गुहार लगायी है कि हुजूर हम सब जिंदा हैं, मरे नहीं हैं लेकिन वोटर लिस्ट में हम लोगों को मरा हुआ दिखाया गया है. उन्होंने बताया कि पिछले साल हुए पैक्स चुनाव में इनलोगों ने वोट दिया था. इस मामले में बीडीओ ने जांच करने की बात कही है.
"लखनौर बेदौली पंचायत से आवेदन प्राप्त हुआ है. जांच के लिए पंचायत सचिव को पत्र भेजा गया है. सत्यता की जांच होगी और वैसे सभी मतदाताओं का नाम जोड़े जाएंगे. सभी चुनाव में भागीदारी निभाएंगे." -प्रभाकर कुमार, बीडीओ, सह निर्वाची पदाधिकारी, मसौढी
दोषी पर हो कार्रवाईः काजीचक गांव के श्याम सुंदर प्रसाद, सुरेश सिंह, जयकिशन प्रसाद, वकील सिंह, रमेश सिंह, रंजन कुमार आदि लोगों ने कहा है कि जिंदा आदमी को मरा हुआ दिखा दिया गया है. कहा कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई भी होनी चाहिए जिसने यह काम किया है. लखनौर बेदौली पंचायत के अलावे काजीचक, चेथौल चकिया में जिंदा मतदाताओं को वोटर लिस्ट में मृत दिखा दिया गया है.
3 हजार पैक्स मतदाताः गौरतलब है कि लखनौर और बेदौली पंचायत में तकरीबन 3 हजार पैक्स मतदाता हैं. एक मतदान केंद्र बनाए गए हैं. चुनाव की तैयारी चल रही है. आगामी 26 नवंबर को मसौढी प्रखंड में पैक्स का चुनाव होना है. जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही है. मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर दावा आपत्ति में अब तक कुल 242 आवेदन भी प्राप्त हो चुके हैं.
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