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सट्टा, साजिश और हत्या! हजारीबाग पुलिस ने उठाया बच्चे के कत्ल से पर्दा, जानिए पूरा मामला - बच्चे का अपहरण कर हत्या

Murder in Hazaribag. हजारीबाग में आठ साल के बच्चे का अपहरण कर हत्या का मामला सामने आया है. जवाहर घाटी के नीचे बच्चे का शव मिला. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को शिकंजे में ले लिया. लेकिन जब इस कत्ल की वजह सामने आई तो हर कोई हैरान रह गया. पढ़ें पूरी रिपोर्ट.

Eight year old child kidnapped and murdered in Hazaribag
हजारीबाग में आठ साल के बच्चे का अपहरण कर हत्या
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 17, 2024, 10:09 PM IST

हजारीबागः आठ वर्षीय अगवा दीपक का शव पुलिस ने बरही थाना क्षेत्र के जवाहर घाटी पुल के नीचे से बरामद किया. आरोपित की निशानदेही पर पुलिस और स्थानीय गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला. पुलिस ने हत्या के आरोप में अजय साव और उसके अन्य सहयोगी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बता दें कि 14 फरवरी को दीपक का अपहरण हो गया था.

पूरे मामले की पुष्टि बरही एसडीपीओ नौशाद आलम ने की है. शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है. शव मिलने की सूचना चलकुशा पुलिस से लेकर एसडीपीओ नौशाद आलम भी पहुंचे थे. साथ ही मौके पर पूर्व विधायक बरकटठा जानकी यादव उपस्थित रहे. एसडीपीओ ने बताया कि हत्यारोपी अजय साव मृतक दीपक के पिता दिनेश साव का रिश्तेदार है और रिश्ते में भाई लगता है.

सट्टे से साजिश तक! अजय साव सट्टेबाज था और उसने जुआ में भी बड़ी रकम हारी थी. इतना ही नहीं अजय अपने साथी पंडित का पैसा भी जुए में हार गया था. इसके बाद अजय पर उसका पैसा वापस करने का दबाव था. पैसों की चाहत में उसने एक जघन्य साजिश रची. अजय साव को पता था कि दिनेश साव के पास काफी पैसा है और दीपक उसका इकलौता बेटा है और वो अपने पुत्र के लिए कुछ भी कर सकता है. अगर उसके बेटे का अपहरण किया जाएगा तो वह एक फोन पर पैसा दे देगा. अपने इसी मंसूबे को अंजाम देने के लिए उसने दिनेश के पुत्र दीपक का अपहरण कर लिया और दिनेश साव को फोन किया. इसके बाद उसने ऑनलाइन पेमेंट का नंबर देकर अपने खाते में एक रुपए भी मंगाया.

दीपक अजय साव का परिचित थाः दिनेश साव और अजय साव आपस मे रिश्तेदार हैं. इसलिए दिनेश के पुत्र दीपक ने अजय के साथ जाने का विरोध नहीं किया. इसलिए उसके कहने पर दीपक मोटरसाइकिल पर अजय के साथ बैठकर चला गया. दीपक को लेकर सबसे पहले अजय बरकटठा पहुंचा और फिर वहां से दीपक को बरही घुमाने की बात कह अपने साथ ले गया. पुलिस की पूछताछ में अजय ने बताया कि दीपक को उसकी बिस्कुट नशीला पदार्थ मिलाकर खिला दिया. जिससे वह अचेत हो गया और फिर उसने कोई विरोध नहीं किया.

उसी दिन कर दी थी हत्याः दीपक का अपहरण करने के बाद बुधवार रात करीब साढ़े आठ बजे दिनेश साव को फोन कर अजय ने पैसे की मांग की. अजय ने कहा कि पांच लाख रुपए दो, अगर पैसे नहीं दिए तो बेटे का शव भी नहीं मिलेगा. इस बीच उसने अपने ऑनलाइन पेमेंट से दिनेश से अपने खाते में एक रुपया मंगवाया. बेटे के अगवा होने की खबर को लेकर दीपक की माता चमेली देवी ने बरही पुलिस को इसकी सूचना दी. इसी बीच अजय साव ने रात के दस बजे अपने दोस्त के साथ मिलकर बरही के जवाहर घाटी गया और घाटी में ही बेहोशी की हालत में ही बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को पूल के नीचे फेंक कर घर आ गया.

शव मिलने में इलाके में बवालः शनिवार सुबह बरही के जवाहर घाटी से अगवा आठ वर्षीय दीपक का शव मिलने से चलकुशा में बवाल मच गया. दीपक का शव तिलैया से चलकुशा के चांदनी चौक लाते ही सैकड़ों लोग जमा हो गए. दीपक का शव थाना के बाहर रखकर सड़क जाम कर दिया. शव मिलने की खबर के बाद सैकड़ों लोग चलकुशा थाना पहुंच गए और पुलिस का हाथ पांव फूल गए. मौके पर एसडीपीओ नौशाद आलम भी चलकुशा पहुंचे और विरोध कर रहे लोगों के समक्ष विधायक अमित कुमार यादव, पूर्व विधायक जानकी प्रसाद यादव, जिप सदस्य सविता सिंह, मुखिया आलोक सिंह से वार्ता की और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की बात कहीं. धरना पर बैठे लोग पीड़ित परिवार को एक सरकारी नौकरी, 20 लाख का मुआवजा, फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा मांग की.

दीपक हत्याकांड में हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बहरी थाना प्रभारी ओम प्रकाश पांडेय को निलंबित कर दिया. जानकारी के अनुसार थाना प्रभारी ने ससमय कार्रवाई नहीं की थी, अगर कार्रवाई की होती तो शायद आज दीपक जिंदा होता. यही कारण है कि सबसे ज्यादा गुस्सा ग्रामीणों के साथ साथ जनप्रतिनिधियों का थाना प्रभारी पर था. पूर्व विधायक ने गंभीर आरोप प्रभारी पर लगाया और ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा था कि इनके आगमन के बाद थाना क्षेत्र में अपराधियों की धमकी बढ़ गई. एसपी ने ओम प्रकाश पांडेय की जगह नए प्रभारी संजय कुमार को बनाया है.

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हजारीबागः आठ वर्षीय अगवा दीपक का शव पुलिस ने बरही थाना क्षेत्र के जवाहर घाटी पुल के नीचे से बरामद किया. आरोपित की निशानदेही पर पुलिस और स्थानीय गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला. पुलिस ने हत्या के आरोप में अजय साव और उसके अन्य सहयोगी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बता दें कि 14 फरवरी को दीपक का अपहरण हो गया था.

पूरे मामले की पुष्टि बरही एसडीपीओ नौशाद आलम ने की है. शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है. शव मिलने की सूचना चलकुशा पुलिस से लेकर एसडीपीओ नौशाद आलम भी पहुंचे थे. साथ ही मौके पर पूर्व विधायक बरकटठा जानकी यादव उपस्थित रहे. एसडीपीओ ने बताया कि हत्यारोपी अजय साव मृतक दीपक के पिता दिनेश साव का रिश्तेदार है और रिश्ते में भाई लगता है.

सट्टे से साजिश तक! अजय साव सट्टेबाज था और उसने जुआ में भी बड़ी रकम हारी थी. इतना ही नहीं अजय अपने साथी पंडित का पैसा भी जुए में हार गया था. इसके बाद अजय पर उसका पैसा वापस करने का दबाव था. पैसों की चाहत में उसने एक जघन्य साजिश रची. अजय साव को पता था कि दिनेश साव के पास काफी पैसा है और दीपक उसका इकलौता बेटा है और वो अपने पुत्र के लिए कुछ भी कर सकता है. अगर उसके बेटे का अपहरण किया जाएगा तो वह एक फोन पर पैसा दे देगा. अपने इसी मंसूबे को अंजाम देने के लिए उसने दिनेश के पुत्र दीपक का अपहरण कर लिया और दिनेश साव को फोन किया. इसके बाद उसने ऑनलाइन पेमेंट का नंबर देकर अपने खाते में एक रुपए भी मंगाया.

दीपक अजय साव का परिचित थाः दिनेश साव और अजय साव आपस मे रिश्तेदार हैं. इसलिए दिनेश के पुत्र दीपक ने अजय के साथ जाने का विरोध नहीं किया. इसलिए उसके कहने पर दीपक मोटरसाइकिल पर अजय के साथ बैठकर चला गया. दीपक को लेकर सबसे पहले अजय बरकटठा पहुंचा और फिर वहां से दीपक को बरही घुमाने की बात कह अपने साथ ले गया. पुलिस की पूछताछ में अजय ने बताया कि दीपक को उसकी बिस्कुट नशीला पदार्थ मिलाकर खिला दिया. जिससे वह अचेत हो गया और फिर उसने कोई विरोध नहीं किया.

उसी दिन कर दी थी हत्याः दीपक का अपहरण करने के बाद बुधवार रात करीब साढ़े आठ बजे दिनेश साव को फोन कर अजय ने पैसे की मांग की. अजय ने कहा कि पांच लाख रुपए दो, अगर पैसे नहीं दिए तो बेटे का शव भी नहीं मिलेगा. इस बीच उसने अपने ऑनलाइन पेमेंट से दिनेश से अपने खाते में एक रुपया मंगवाया. बेटे के अगवा होने की खबर को लेकर दीपक की माता चमेली देवी ने बरही पुलिस को इसकी सूचना दी. इसी बीच अजय साव ने रात के दस बजे अपने दोस्त के साथ मिलकर बरही के जवाहर घाटी गया और घाटी में ही बेहोशी की हालत में ही बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को पूल के नीचे फेंक कर घर आ गया.

शव मिलने में इलाके में बवालः शनिवार सुबह बरही के जवाहर घाटी से अगवा आठ वर्षीय दीपक का शव मिलने से चलकुशा में बवाल मच गया. दीपक का शव तिलैया से चलकुशा के चांदनी चौक लाते ही सैकड़ों लोग जमा हो गए. दीपक का शव थाना के बाहर रखकर सड़क जाम कर दिया. शव मिलने की खबर के बाद सैकड़ों लोग चलकुशा थाना पहुंच गए और पुलिस का हाथ पांव फूल गए. मौके पर एसडीपीओ नौशाद आलम भी चलकुशा पहुंचे और विरोध कर रहे लोगों के समक्ष विधायक अमित कुमार यादव, पूर्व विधायक जानकी प्रसाद यादव, जिप सदस्य सविता सिंह, मुखिया आलोक सिंह से वार्ता की और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की बात कहीं. धरना पर बैठे लोग पीड़ित परिवार को एक सरकारी नौकरी, 20 लाख का मुआवजा, फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा मांग की.

दीपक हत्याकांड में हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बहरी थाना प्रभारी ओम प्रकाश पांडेय को निलंबित कर दिया. जानकारी के अनुसार थाना प्रभारी ने ससमय कार्रवाई नहीं की थी, अगर कार्रवाई की होती तो शायद आज दीपक जिंदा होता. यही कारण है कि सबसे ज्यादा गुस्सा ग्रामीणों के साथ साथ जनप्रतिनिधियों का थाना प्रभारी पर था. पूर्व विधायक ने गंभीर आरोप प्रभारी पर लगाया और ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा था कि इनके आगमन के बाद थाना क्षेत्र में अपराधियों की धमकी बढ़ गई. एसपी ने ओम प्रकाश पांडेय की जगह नए प्रभारी संजय कुमार को बनाया है.

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